कालिया
लेकिन उसके कुछ बोलने पूछने के पहले करन बोल पड़ा- “तुम्हें कैसे पता था की उसके जबड़े में कुछ गड़बड़ होगा…”
“क्योंकी मैं रीत हूँ सिम्पल, सामने वाले दोनों दांत ना…”
एक बार फिर करन ने रीत की बात काटी और बोला- “दोनों दांत नकली हैं और एक्स रे में खोखले दिख रहे हैं…”
“जी नहीं उनमें, पोटैशियम सायनाइड भरा है, दबोली खाते हुए रीत बोली, और जोड़ा- “उसके होश में आने के पहले ही उसे निकाल देना वरना उससे कोई भी बातचीत नहीं हो पायेगी…”
“लेकिन ये सब तुम्हें कैसे मालूम है?” करन ने चकित होकर पूछा।
“बताया तो, सिम्पल यार क्योंकी मैं रीत हूँ। बनारस में जेड का बहुत प्रोटेक्शन किया था पुलिस और आई॰बी॰ ने, हाँ इसी का मौसेरा भाई, तब भी कालिया ने उसे ऊपर पहुँचा दिया। और जब पोस्टमार्टम हुआ तो पता चला की किसी अच्छे डेंटिस्ट से उसने दांत बनवाया था, जिसने दांत में बजाय सोना भरने के सायनाइड भर दिया था…”
रीत ने दबोली की दूसरी प्लेट खतम करते हुए कहा और फिर करन से पूछा- “सब मुझसे पूछ लिया अपने मोहल्ले का भी तो हाल बताओ…”
“अरे यहाँ, उसका तो मैंने बता दिया, ओह्ह… क्या गड़बड़ किया चलो कोई बात नहीं बाकी ही उखाड़ दो…” करन बोला।
“क्या गड़बड़ कर दिया, तुम लड़कों से एक लड़की तो सम्भलती नहीं, टेररिस्ट कहाँ से संभलेगा…” रीत ने खिंचाई की।
“अरे नहीं यार, वो डेंटिस्ट, उसने गलती से ऊपर की जगह, नीचे के दांत निकाल दिए। उसी को बोल रहा था टेंशन मत ले, फिर से ऊपर वाले भी निकाल ले, टू बी सेफर साइड अगल-बगल के दो और निकाल दे…” करन बोला,
“अरे नहीं यार, वो डेंटिस्ट, उसने गलती से ऊपर की जगह, नीचे के दांत निकाल दिए। उसी को बोल रहा था टेंशन मत ले, फिर से ऊपर वाले भी निकाल ले, टू बी सेफर साइड अगल-बगल के दो और निकाल दे…” करन बोला
करन ने बात पूरी भी नहीं की थी की मीनल चालू हो गई- “जीजू उस हसीना की फोटो मिली…”
रीत समझ गई, मीनल किसकी बात कर रही थी। वही आदमी, जिसने लोगों को उनके खिलाफ उकसाया था, उनके कब्जे से उसको ले जाना चाहता था और जब कुछ नहीं हो पाया तो बैग को कब्जे में करना चाहता था।
“हाँ एकदम…” करन बोला।
“लेकिन यार्ड में कोई उसको पहचान नहीं पाया। उन लोगों ने सिर्फ ये बताया कि, वो तेजी से उन लोगों के पास आया की तुम दोनों उनके बास की पिटाई कर रही हो, और वो बेहोश होकर गिरे पड़े हैं। इसीलिए उत्तेजित होकर वो आये थे। आर॰पी॰एफ॰ के लोग भी उसे नहीं पहचान पाये। लेकिन गुजरात पुलिस के लोग अस्योर कर रहे हैं की बारह घंटे के अंदर वो उसे ढूँढ़ निकालेंगे। बस स्टेशन, ट्रेन हर जगह वो फोटो सर्क्युलेट हो गई है…”
लेकिन वाई भी नहीं बचा,... जब उसके नीचे के दांत डाक्टर ने निकालने की कोशिश की, उसकी बेहोशी टूट गयी और उसने वो दांत, सायनाइड का असर तुरंत हुआ,..
और अब खोज बची थी वाई के उस असिस्टेंट की जिसका फोटो मीनल ने खींचा था और करन ने पुलिस, सेंट्रल फोर्सेज सबको,
और अब कालिया ने उस का भी पत्ता साफ़ कर दिया , परफेक्ट कट आउट,...
और वही देख कर मीनल चीखी थी, सर कटी लाश
से। वो इतनी जोर से उछली की रीत आलमोस्ट पलंग से नीचे आ गई। मीनल के सिर के पास ही, करन का मोबाइल रखा था। वो उसी को दिखा दिखाकर चिल्ला रही थी।
और जब रीत और करन ने उसे देखा तो उनकी भी हालत खराब हो गई, एक कटा हुआ सर, एक कटे हुए सिर का फोटो। जब कारण ने उसे खोला तो देखा ये पुलिस कमिश्नर का मेसेज था, ये सिर माही नदी के किनारे से मिला था थोड़ी देर पहले और कुछ ही दूर पे उसका धड़ भी था। यह फोटो उन्होंने रीत और मीनल को पहचानने के लिए दिया था की क्या ये वोही आदमी है, जो “वाई” की हेल्प के लिए कोशिश कर रहा था, और जिसके स्नैप मीनल ने खींचकर पुलिस के पास भेजे थे?
जिस तरह मीनल चिल्ला रही थी, उसमें कोई शक नहीं था, वो बस बोल रही थी, वही है, वही है।
कालिया का शिकार, बनारस की तरह बड़ौदा में भी कालिया ने, जहाँ से कुछ तार जुड़ते उसी को काट दिया था। वहां जेड को आई बी और पुलिस के घेरे के बीच, भरी भीड़ में चाक़ू का शिकार बनाकर यहाँ वाई तो खुद ही सायनाईड वाले दांत से लेकिन जो उसका हेल्पर था वाई २ उसे कालिया ने साफ़ कर दिया था
और अब कालिया आज यहाँ
उसका चाकू गुड्डी को लगा,...