लखन : (मुस्कुराते) दीदी.. अब आपकी सरप्राइजके लीये तैयार होजाइअे..
सृती : (मुस्कुराते) अरे बाबा.. मे तैयार ही हु.. ये पटीतो खोलीये..
पुरे होलमे अंधेरा छाया हुआ था.. तभी नीलमने केकके उपर रखी मोमबतीया जलाइ.. ओर लखनने धीरेसे सृतीकी आंखोकी पटी खोलदी.. तो पुरे होलमे अंधेरा छाया हुआ था.. ओर मोमबतीका प्रकाश सबके चहेरेपे पड रहा था.. सृतीने पहेले तीनोकी ओर देखा.. ओर धीरेसे नीचेकी ओर नजरकी.. तो टेबलपे बडासा केक रखा हुआ था.. ओर उसमे हेपी बर्थडे सृती.. लीखा हुआ था.. तो सृती केक देखकर चोंक गइ..
ओर लखनकी ओर देखने लगी.. तीनोने तालीया बजाकर हेपी बथ्रडेका गाना सुरु कीया.. तो सृती अवाचक बनके तीनोको देखती रही.. तभी लखनने सृतीके हाथोमे गाना गाते छुरी दी.. तो सृतीकी आंखोसे आंसु बहेने लगे.. उसने छुरी टेबलपे रखदी.. ओर लखनकी ओर दोनो हाथ फैलाकर उसे हग करनेका इसारा कीया.. तो लखन सृतीके गले लग गया.. ओर सृती जोरोसे फुटफुटके रोने लगी..
लखन : (हसते सांत करते) दीदी.. क्या हुआ..? अैसे रो क्यु रही हो..? सांत होजाओ.. आपका बर्थडे हे..
सृती : (आंसु बहाते) भाइ.. आइ लव यु.. आइ लव यु.. मुजे इतना प्यार मत करो.. मेतो भुल ही गइ थीकी मेरा बर्थडे भी आता हे.. आइ लव यु सो मच..
रजीया : (मुस्कुराते सृतीके आंसु पोछते) बस दीदी सांत होजाइअे.. यही तो थी सरप्राइज.. ओर आज आपको अेक ओर सरप्राइज भी मीलने वाली हे.. तब आप क्या करोगी..? सांत होजाइअे..
सृती : (आंसु पोछते मुस्कुराते) आप लोगोकी सरप्राइज खतम होगीकी नही..? थेन्क्स दीदी.. थेन्क्स नीलु..
लखन : (हसते) अरे..? तो मुजे थेन्क्स नही कहोगी..?
सृती : (कामुक नजरोसे मुस्कुराते) नही.. आपको अैसे थेन्क्स नही कहुगी.. चलीये केक काटते हे..
ओर सृतीने छरी उठाकर केक काटा.. ओर रोते हुअे अेक टुकडा लखनको खीलाया.. तो लखनने आधा ही टुकडा खाया.. ओर बाकी बचा सृतीके मुहमे देदीया.. फीर सृतीने रजीया ओर नीलमको भी केक खीलाया.. ओर उन दोनोने भी सृतीको बथ्रडे वीस करते मुह मीठा करवाया.. तभी सृती रजीयाके सहारे खडी होगइ.. ओर लखनसे लीपट गइ.. तो लखनने सृतीको जोरोसे अपनी बाहोमे भीच लीया..
नीलम भी सृतीके लीये पानी लेकर आगइ.. फीर चारो सोफेपे बैठ गये.. तबभी सृती लखनकी कमरमे हाथ डालकर उनके कंधेपे सर रखके बैठी थी.. रजीया सबके लीये आइसक्रिम लेने चली गइ.. तो नीलम भी उनके पीछे जाने लगी.. दोनो लखन ओर सृतीके कुछ देर अकेले छोडदेना चाहते थे.. ताकी दोनो अकेल बात कर सके.. सृती लखनकी आंखोमे दखकर मुस्कुराने लगी..
सृती : (मुस्कुराते) भाइ.. थेन्क्यु सो मच.. क्या आपको मेरा बर्थडे याद था..?
लखन : (सृतीके बालको सहेलाते) हंम.. मेरी दीदीका बर्थडे कैसे भुल सकता हु.. हेपी बर्थडे माय स्वीट हार्ट..
सृती : (बैठेही बाहोमे भीचते) मेरा स्वीट भाइ.. भाइ.. मुजे तो पता ही नही.. की मेने अपना बर्थडे कीन साल मनाया.. मे तो सब भुल ही गइ थी.. थेन्क्यु सो मच.. लेकीन आपको बताया कीसने..?
लखन : (सृतीके गाल चुमते) हंम.. हेनां आपकी प्यारी सौतन.. मेरी मेरी स्वीट दीदी.. हें..हें..हें..
सृती : (मुस्कुराते) ओह.. पुनो दीदीने..? हां.. उनको सब पता हे.. भाइ.. उस दिन आपने कहा था.. की सरप्राइज देखकर आप रो पडोगी.. भाइ.. आपने सचमे मुने रुला दिया.. आइ लव यु सो मच..
लखन : (मुस्कुराते) दी.. अब ओर क्या चाहीये आपको..?
सृती : (हसते सामने देखते) भाइ.. मेरा गीफ्ट..
लखन : (मुस्कुराते) हंम.. बोलो क्या चाहीये आपको..? पुरा दिन पडा हे.. जो आप बोलोगी दीलवा दुगा..
सृती : (हसते) अच्छा..? मे जो बोलुगी.. देदोगे..? देखना फीर मुकर मत जाना.. क्युकी गीफ्ट बहुत महेंगी हे..
लखन : (मुस्कुराते) क्या मेरी दीदीसे भी महेंगी हें..? बोलो.. क्या चाहीये..
सृती : (सीनेमे सर छुपाते धीरेसे) वो प्यार.. जो मे चाहती हु..
कहेते सृतीने लखनको जोरोसे अपनी बाहोमे भीच लीया.. ओर आंख गीली करते लखनके सीनेमे सब छुपा लीया.. तभी रजीया ओर नीलम चारोके लीये आइसर्किम लेकर आगइ.. तो सबने मीलकर आइसर्किम खाइ.. सृती लखनको खीलाती रही तो लखन सृती रजीया ओर नीलमको खीलाता रहा.. फीर कुछ देर बाते करते बैठे रहे.. तभी सृतीके मोबाइलकी रींग बजने लगी.. देखा तो पुनमका फोन था..