komaalrani
Well-Known Member
- 22,164
- 57,623
- 259
इलाही क्या कयामत है कि जब वो लेते हैं अंगड़ाई,
मेरे सीने में सब जख्मों के टाँकें टूट जाते हैं।
मेरे सीने में सब जख्मों के टाँकें टूट जाते हैं।
बहुत सुंदरदुनिया फ़रेब करके हुनरमंद हो गयी
हम एतबार करके गुनाहगार हो गए।।..
क्या बात है।उनसे मुलाक़ात के सिलसिले क्या बन्द हुए
मुद्दते बीती आईने से रूबरू हुए...
बहुत खूब।तेरी तो फितरत थी सबसे मोहब्बत करने की,
हम बेवजह खुद को खुश नसीब समझने लगे।