• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Adultery छुटकी - होली दीदी की ससुराल में

komaalrani

Well-Known Member
24,221
65,407
259
छुटकी -होली दीदी की ससुराल में

भाग ११० नाच -चुनिया और बुच्ची
अपडेट पोस्टेड, एक मेगाअपडेट . कृपया पढ़े, लाइक करे और कमेंट जरूर करें
 
Last edited:

komaalrani

Well-Known Member
24,221
65,407
259

komaalrani

Well-Known Member
24,221
65,407
259

komaalrani

Well-Known Member
24,221
65,407
259
एक कविता मेरी ओर से भी लीजिये कोमल जी, पिछली होली पर भांग के नशे में धुत होकर कुछ बोल फूट पड़े थे....


खेल रही थी आंगन में सखियों संग जब होली
देखा भैया वापस आये छोड़कर अपनी टोली

विदा किया सखियों को, पहुंची भैया के पास
उनका खूंटा खड़ा देखकर जगी थी मन में आस

रंग लेकर पूछा भैया ने मुझसे कब लगवायेगी
मेरी पिचकारी लेकर बुर में, बहना क्या चुदवायेगी!

इठलाती, शर्माती मैं झूल गई उनकी बाँहों में
चूमकर लबों को फिर देखा उनकी आँखों में

"भैया हूँ पर बनकर सैंया सील मैं तेरी तोड़ूंगा
बहुत तड़पा हूँ बहना मेरी, आज रगड़कर चोदूंगा"

करके नंगी मुझको भैया ने चोदा बनकर साजन
"चोदो भैया, जोर से चोदो" से गूंजा सारा आंगन


Masterchef Singapore Thumbs Up GIF by Mediacorp SG
Well Done Thumbs Up GIF




क्या बात है बहुत ही सुन्दर कविता अद्भुत

विदा किया सखियों को, पहुंची भैया के पास
उनका खूंटा खड़ा देखकर जगी थी मन में आस

रंग लेकर पूछा भैया ने मुझसे कब लगवायेगी
मेरी पिचकारी लेकर बुर में, बहना क्या चुदवायेगी!

इठलाती, शर्माती मैं झूल गई उनकी बाँहों में
चूमकर लबों को फिर देखा उनकी आँखों में
 

komaalrani

Well-Known Member
24,221
65,407
259
ऐसे वर्णन जो न जाने कहाँ-कहाँ से उपजते हैं...
ये भी शिलाजीत या वियाग्रा से कम नहीं..
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
 

komaalrani

Well-Known Member
24,221
65,407
259

komaalrani

Well-Known Member
24,221
65,407
259
हर तरह की मानवीय भावनाएं... तर्कसंगत अभिव्यक्ति... हाजिरजवाब संवाद.... ये खूबी है कोमल रानी की...
thanks so much
 

komaalrani

Well-Known Member
24,221
65,407
259
The story depicts the current context in which India was passing through in detailed and subtle manner.
The treatment is so touchy that at many times you may feel that you are a part of it and feel the feel of protagonist (especially Ritu).
and that was the only story which brought tears to many eyes, including the end
 

komaalrani

Well-Known Member
24,221
65,407
259
मामा के साथ पापा भी.. आखिर दहेज़ में जो साथ लाई थी...
ekdam sahi baat kahi aapne jabrdast
 

komaalrani

Well-Known Member
24,221
65,407
259
Top