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भाग ९६
ननद की सास, और सास का प्लान
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ननद की सास, और सास का प्लान
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एकदम मिश्राइन भाभी, दूबे भाभी और मंजू भाभी के अनुभव और धैर्य का साथ बहुत जरूरी थाजोश के साथ अनुभव का भी सम्मिश्रण....
ekdmये तो कबड्डी के पहले हाफ का दूसरा चरण होगा....
नहीं नहीं रंगो की बरसात सिर्फ,क्या कबड्डी के बीच भी बरसात होगी..
कीचड़ में फिसलते हुए कबड्डी...
Thanksबारिश की पहली सुगंध...
एकदम मनमोहक...
और आदरणीय सूत्रधार जी अपने उपस्थिति से .. पोस्ट द्वारा... एक रोचक तथा सुंदर वर्णन छोड़ जाते हैं...
Thanks so much, how i wish there are more readers like you on this thread, ... please jude rahiye apne comments dete rahiye.बहुत सुंदर वर्णन किया है। गुड़िया (नागपंचमी) आने वाली है । गुड़िया त्योहार पर कुछ साल पहले तक इस तरह की कबड्डी देखने को मिल जाती थी। हालांकि उसमे प्रौढ़ महिलाएं नही होती थीं सब युवा ही होती थीं। अगर कोई लड़की किसी महिला को मना के शामिल कर लेती थी तो बात ही और होती थी। प्रौढ़ महिलाएं कोई गेम खेलती हैं तो मजा आ जाता है जीत के भी खुस होती हैं और हार के भी।
Kamal hai seedha muthi ghusane ki hi baat ho rahi hai. Awesome erotic updateभाग ६० कबड्डी राउंड २
( पहला राउंड - भौजाई २ - ननद १ )
998,779
पहले ब्रेक के समय हम लोग एक प्वाइट से आगे थे, ननदो की टीम के दो खिलाडी खेल से बाहर थे और हमारी ओर से एक, नंदों की एक तगड़ी खिलाड़ी, रेनू को छुटकी ने उनके पाले में जा कर छू के मारा था और कजरी हमारे इलाके में रगड़ी गयी।
पांच मिनट के इस ब्रेक में मैंने छुटकी चननिया और मिश्राइन भाभी के साथ क्विक स्ट्रेटजी सेशन किया। रमजानिया ने नैना की टीम के एक एक मेंबर का हाल खुलासा बताया।
सबसे तगड़ी थीं वो चार जो पकडने का काम करती थीं, लीला, नीलू, चंदा, और रेनू। चारों उमर में बड़ी थीं, दो की तो शादी हो गयी थी, गौना नहीं हुआ था, लीला और नीलू, . चंदा थोड़ी स्थूल थी.
इन चारों का पिछले चार साल से कबड्डी में भौजाइयों कोहराने में बड़ा हिस्सा था।
रेनू बिनचुदी थी हालांकि १२ वे पहुँच गयी थी,... और उसी का चचेरा भाई कटखने कुत्ते की तरह दौड़ता था अगर कोई उसके बहन को इशारा भी करे। रेनू और चंदा बायीं साइड पे रहती थीं और नीलू और लीला दायीं ओर। रेनू को छुटकी ने उनके पाले में जा कर छू के मारा था.
नैना और गीता दोनों सेण्टर में, लेकिन जैसे ही कोई अपनी ओर वाली घुसती थी पहले तो दोनों अपनी बगल में खड़ी नई उमर वालियों को इशारा करके,... और उसके आगे बढ़ने पर नैना दायीं ओर और गीता बायीं ओर का मोर्चा सम्हालती। जब रज्जो भाभी वापस आयीं और उन्होंने देखा लीला, नीलू, चंदा खड़ी है तो बायीं ओर से बच निकलने के लिए कन्नी काट के, पर गीता पहले से अंदाज लगा लेती थी की आने वाली बच के कन्नी काट के किधर से वो वहीँ पे और उस के साथ एक दो छुटकियाँ, उसी में से एक ने उनकी साड़ी पर हाथ मारा बस उसे बचाने के चक्कर में,... वो तब भी बच जातीं एक ने लंगड़ी मारी , गिर वो लाइन की ओर रही थीं और हाथ उन्होंने लम्बा कर लिया था ऐसे क्रिकेट में बैट्समेन रन आउट से बचने के लिए डाइव मारता है,... पर गीता ने समझ लिया था पहले ही और उनके गिरते ही उनकी टांग पकड़ के घसीट लिया।
अब बची पांच छुटकियाँ, सब की सब अपनी छुटकी की उमर की एक दो और भी कच्ची। कजरी को छोड़ के बाकी सब की सब कोरी।
मान गयी मैं नैना ननदिया को, वो सोच रही थीं की पिछले साल जैसे गितवा ने भौजाइयों के साथ ये ट्रिक चली थी,.. आधी तो उस के भाई अरविंदवा की चोदी,... और अरविंदवा ने सबका हाल खुलासा गीता को बता रखा था कौन कब कैसे चुदी, बस वो कान में यही बोलती थी, कहो भौजी सुना दूँ अरविन्द भैया के साथ अमराई में का हुआ था, और सामने सबकी सास बैठीं,... बस जहाँ तीन चार भौजाइयां टूटीं, ... घंटे भर में उसने मैदान मार लिया।
बस इसी से बचने के लिए , और उन्ही पांचो को वो भेजती थी, सब की सब दुबली छरहरी बहुत फुर्तीली,... और हम अगर उनको पकड़ भी लेते तो उनके किसी राज़ की बात उनके कान में नहीं बोल सकते थे,... जो मैंने रमजनिया को टीम में जोड़ के सोचा था की सब ननदों का हाल चाल मिलेगा वो फायदा आधा रह गया था।
ये पांचो तीर के फल की तरह उसका शीर्ष धंसने वाला हिंसा, ... हमला करने भी वही आती, और जो हमारी टीम की ओर से जाती, उसे भी ललचाती, चिढ़ाती खूब अंदर तक
और जैसे ही वो चारों,... लीला, नीलू, चंदा और रेनू रास्ता रोक लेती इन पाँचों में से भी दो दाएं की ओर, दो बाएं की और साइड से खड़ी, जिधर भौजाई कन्नी काट के निकले बस वही लंगड़ी मार के गिराने में,... फुर्तीली तो सब थीं ही और एक जो बची रहती वो जिधर भौजाई मुड़ती उसके दूसरे ओर की कहीं आखिरी मिनट पर कोई कन्नी काट के, और नैना भी उसी के साथ,
कजरी के अलावा बाकी चार थीं,... कम्मो, नीता, बेला और पायल।
पहले राउंड में छुटकी ने ताड़ लिया था की ये चार ही सबसे घातक होंगी,... जो दाएं बाएं है और दीवाल बना लेती हैं और उसने उनमे से एक रेनू को निपटा दिया था. कजरी आ के फंस गयी थी। पर अब रेनू की जगह ज गीता झप्पट के ले लेती।
पर जो चीज मैं देख के भी नहीं देख पा रही थी वो छुटकी और मिश्राइन भाभी ने देख लिया था,
कपडे।
वो पांच जिनके जिम्मे हमले का काम था, ललचा के भाभियों को अंदर तक ले जाने का काम था, कम्मो, चंदा, बेला और पायल सब की सब या तो फ्राक में थीं वो भी बहुत टाइट, या टॉप और लेगिंग में,...
जिससे उन्हें भागने दौड़ने में कोई दिक्कत नहीं थी. जो चार रोकने का काम कर रही थीं उनमे एक दो टॉप लेगिंग में और दो शलवार सूट में,... हमारी ओर से छुटकी ही सिर्फ टॉप और एक छोटे से सफ़ेद शार्ट में थी, बाकी सब साड़ी में, हालांकि रज्जो भाभी के गिरते ही हम सब ने साड़ी ब्लाउज पर से हटा के फेंटे की तरह बाँध लिया था, पर फिर भी,... एक दो झिझक रही थी की फेंटे की तरह बांधने में ब्लाउज खुल जाएगा, जोबन दिखने लगेगा,... तो मैंने समझाया
" अरे अपने टिकोरे दिखा रही हैं तो हम लोगों को क्या,... "
और मिश्राइन भाभी ने बोला साड़ी उतार दो अगर ज्यादा झंझट है,...
हर बार तो भाभियाँ पहले से हार मान जाती थीं लेकिन अबकी कम से कम हम आगे थे हाँ मैं यह समझ गयी थी की मुकाबला तगड़ा नहीं बहुत तगड़ा है और हमारा ट्रम्प का पत्ता छुटकी ही है और आगे से नैना की टीम मुझे और छुटकी को मारने के लिए पूरी कोशिश करेंगे। पांच मिनट के ब्रेक में हम लोगों ने फिर हिम्मत बढ़ाई और थोड़ी बहुत स्ट्रेटजी भी बनाई।
लेकिन तबतक ब्रेक का सेंशन ख़त्म हो गया था उनमे से किसी ने ये बात सुन ली और ननदों ने छेड़ना शुरू कर दिया,...
" अरे भौजी एक दिन भैया नहीं है तो ऐसे गरमा रही हो की साड़ी उतार के फेंक रही हो, घबड़ा मत अभी ब्लाउज पेटीकोट कुल उतरेगा "
लीला अपनी कुहनी दिखा के सीधे मुझसे बोली,... " अरे नयकी भौजी, आपकी ननद है न, काहें परेशान सीधे कुहनी तक पेलूँगी,... "
उसके साथ की नीलू बोली,... " अरे भौजी क बुर तू चोदना, मुट्ठी से गाँड़ मैं मारूंगी,... अइसन मस्त मस्त चूतड़, जबतक गाँड़ में मुट्ठी न जाए,... बस थोड़ी देर,... मैचवा ख़तम होने दीजिए रज्जो भाभी के साथ तो कुछ नहीं हुआ। "
छुटकियाँ कम नहीं थीं उन में से एक कम्मो बोली,...
" अरे भौजी को इतना इन्तजार नहीं होगा बहुत मोटे मोटे चींटे काट रहे हैं, ... इनकी महतारी दान दहेज़ देके भेजी हैं हमरे गाँव चुदवाने, गाँड़ मरवाने और बेचारी भौजी, तरसे,... अरे अबकी आप आ जाइये पक्का नंदों के आगे देवर ननदोयो भूल जाइयेगा, एक साथ मुट्ठी घुसेगी अगवाड़े भी पिछवाड़े भी और हम सब, तेलियाई के आयी हैं की नहीं अपनी बुर और गाँड़,... जितना रात भर में झड़ती होंगी, उतना हम सब ननदें अभी झाड़ देंगे सबके सामने "
और बाहर देख रही ननदें भी चिल्लाने लगीं नयकी भौजी, नयकी भौजी,... ले लो ननदों की मुट्ठी का मजा,... अपने मायके के यारों को भूल जाइएगा,...
मुझे बहुत मजा आ रहा था, जितना मजा गारी देने में आता है उससे ज्यादा गारी सुनने में आता है,... लेकिन मैंने मिश्राइन भाभी की ओर देखा, वो भी मुस्करायीं और हाँ में सर हिला दिया, मैंने उन्हें पहले ही बोल दिया था और अब जिस तरह से लीलवा और निलुआ मुठियाने की बात कर रही थीं,... मेरी बात अब पक्की थी , पहले खाली लड़कोर ननदों के साथ दो चार बच्चे बिया चुकी हों, बुर भोंसड़ा हो चुकी हो उन्ही के साथ मुट्ठी,... वो भी मुश्किल से एक दो के साथ लेकिन अब ये सब खुद बोल रही हैं तो सब मुठियाई जाएंगी, और अगवाड़े पिछवाड़े दोनों ओर।
कम्मो की बात का जवान हमारी ओर से गुलबिया ने दिया जिसने अभी थोड़ी देर पहले अपनी ननद कजरी की ऐसी की तैसी की थी, ललकारते हुए
" हे कम्मो छिनार अइसन चूत में आग लगी हो न तो आय जाओ अबकी, कजरी का हाल तो देखा था न उहू से दस गुना ज्यादा,... गाँव के लौंडन को भूल जाओगी ,... "
मुझे भी लग रहा थी की अबकी उन की ओर से बची हुयी चार छुटकियों, कम्मो, चंदा, बेला और पायल में से कोई आएगा और उसी तरह से रमजनिया, चननिया, चमेलिया और गुलबिया खड़ी थीं,... रज्जो भाभी के साथ जो हुआ उसका सूद के साथ बदला देने के लिए .
लेकिन हमारी सारी स्ट्रेटजी दूसरे राउंड के शुरू होते ही फेल हो गयी,
Har jeet kahe ki matlab to Dube bhabhi ka jalwa dekhne ka tha nice sports updateसेकेण्ड राउंड - भौजाइयां डाउन
( भौजाइयां २ ननदें ३ )
लेकिन हमारी सारी स्ट्रेटजी दूसरे राउंड के शुरू होते ही फेल हो गयी,
हमे लगा था की नैना अपनी टीम की किसी नयी लड़की को भेजेगी, पर नैना खुद आ गयी, और क्या स्पीड थी उसकी। नैना के बारे में हमने तय कर लिया था की हम उसे पकड़ने के चक्कर में नहीं पड़ेंगे और बस उससे सब लोग बचेंगे। नैना ने अपना फोकस चमेलिया और गुलबिया पे किया था जिसने उसकी लेफ्टिनेंट कजरी की ऐसी की तैसी की थी लेकिन मैं जान रही थी की वो साथ में दूबे भाभी या मिश्राइन भौजी जो सबसे सीनियर थीं और उमर ज्यादा होने से स्लो भी थीं ,.. और हुआ भी यही कजरी की भौजी गुलबिया तो बार बार कन्नी काट के बच जाती थी
यह तो मैं जान गयी थी की नैना आयी है तो किसी न किसी को ले के जाएगी, अमोघ अस्त्र की तरह है अपनी टीम की वह लेकिन मुझे अपनी चार तगड़ी मेंबर्स को और छुटकी को बचाना था, और मुझे लग रहा था की गुलबिया या चमेलिया को मारेगी वो।
नैना जाने के लिए वापस मुड़ी और सीधे दुबे भाभी की ओर
मुझे लगा की अगर दूबे भाभी गयीं भी तो घाटे का सौदा नहीं होगा लेकिन मान गयी मैं नैना ननदिया को, छिनार तो सब ननदें होती हैं वो निपट छिनार थी। पैदायशी, खानदानी।
दूबे को भाभी को भी लग गया था वो अब बच नहीं पाएंगी, लेकिन उनसे बचने के लिए कन्नी काटी, … नैना ने खुद और बिजली की तेजी से जिधर मैं थी उधर, जब तक मैं सम्हलती समझती वो मेरे पास,...
लेकिन मंजू भाभी मेरी कैप्टेन, उन्होंने कितनी साल ये कब्बडी का खेल देखा था, ननदों से हार झेली थीं, मेरी जेठानी की आँख मुझसे भी तेज थी और पता नहीं कहा से उड़ के हवा की तरह मेरे और नैना के बीच में और सीधे उसके ऊपर गिर पड़ीं, ...
नैना ने उनको छू लिया था पर टाइम ख़तम हो रहा था और झट से लाइन पार कर गयी।
और मैंने नैना को नजदीक से देखा, बाल बाल बची थी मैं।
ड्रेस उसकी, एक स्लीवलेस देह से चिपका टॉप, दोनों बड़े बड़े जोबन छलक रहे थे,... और लेगिंग भी बहुत टाइट, कोई भी कपड़ा ऐसा नहीं जिसे कोई पकड़ सके,... और हाथ खूब चमक रहा था,... मतलब की उसने कस के तेल चुपड़ रखा था, अगर कोई पकडे भी तो हाथ फिसल जाए,...
लाइन पार कर के मुस्करायी, जैसे कह रही हो, भौजी अबकी बच गयी हो,... आओ इधर तो मजा देती हूँ,...
हमारी टीम की कप्तान आउट हो गयीं, ननदो ने खूब हल्ला मचाया, अब स्कोर बराबर था।
बाहर बैठी भाभियाँ एकदम उदास कुछ बोलने लगी हर बार जो होता है वही होगा नैना आ गयी है अब कौन ननदों को हरा सकता है।
लेकिन नैना उतनी खुश नहीं थी उसका असली निशाना तो मैं थी , लेकिन लाइन उस पार से मुझे देख के वो जोर से मुस्करायी, जैसे कह रही हो कोमल भाभी इस बार बच गयीं लेकिन अगली बार नहीं बच पाएगीं और गितवा ने उससे कुछ बात की दोनों ने मुझे देखा और फिर ननदों की टीम ने जिसमें नयी एनर्जी आ गयी थी जोर जोर से चिल्लाने लगीं
" कोमल भौजी कोमल भौजी, आ जाओ आ जाओ " और फिर एक से एक गालियां,
मैं भी उतावली हो रही थी जाने के लिए लेकिन मिश्रायिन भाभी ने एकदम सख्ती से मना कर दिया
" और ये नैना बुरचोदनो के जाल में मत फंसो "
और उन्होंने खुद दूबे भाभी को भेज दिया, वो हमारी टीम की सीनीयर मेंबर में से , मिश्राइन भाभी के आस पास की ही उमर में ३५-३६, थोड़ी स्थूल लेकिन ताकत में और रगड़ाई करने में किसी से कम नहीं थीं,
लेकिन वो पकड़ी गयीं और अब ननदों की टीम एक प्वाइंट से आगे हो गयी. हमारी टीम की तीन खिलाड़ी खेल से बाहर हो गयी थी, रज्जो, मंजू भाभी और दूबे भाभी, और उनकी दो खिलाड़ी।
लेकिन हारने के पहले भी दूबे भाभी ने जो जलवा दिखाया उससे पीछे रह के भी हमारी टीम की हिम्मत कम नहीं पड़ी।
chuche to jabardast hain Dube bhabhi ke bade bhi aur kade bhi. Kya baat hai lekin is bar to sirf 3 ungli hi dal payi leelwa ,Muthiah se to bach gyi Dube bhabhi.दूबे भाभी की रगड़ाई
उन्होंने खुद दूबे भाभी को भेज दिया, वो हमारी टीम की सीनीयर मेंबर में से , मिश्राइन भाभी के आस पास की ही उमर में ३५-३६, थोड़ी स्थूल लेकिन ताकत में और रगड़ाई करने में किसी से कम नहीं थीं, लेकिन वो पकड़ी गयीं और अब ननदों की टीम एक प्वाइंट से आगे हो गयी. हमारी टीम की तीन खिलाड़ी खेल से बाहर हो गयी थी,
रज्जो, मंजू भाभी और दूबे भाभी, और उनकी दो खिलाड़ी।
लेकिन हारने के पहले भी दूबे भाभी ने जो जलवा दिखाया उससे पीछे रह के भी हमारी टीम की हिम्मत कम नहीं पड़ी।
दूबे भाभी की रगड़ाई भी ननदों ने बहुत की, कजरी की जो हमने हालत की थी उसका सूद सहित बदला ले लिया ,
उनको तंग करने का काम छुटकियों ( जिनके कच्चे टिकोरे बस अभी आ ही रहे थे छुटकी की समौरिया या उससे भी कच्ची), वो पास आ के उन्हें ललचाती थीं, अरे भौजी छू लो न , भौजी पकड़ लो न ,... और कभी दाएं भागें कभी बाएं।
मैं उन सबकी स्ट्रेटजी समझ भी रही थी की वो बस थकाना चाहती थीं उन्हें, हम लोग इधर से उन्हें वार्न भी कर रहे थे पर वो भी जीतने की लालच में, और एक छुटकी को उन्होंने छू भी दिया और पलट के लाइन के लिए मुड़ी,
हम लोगो ने भी हल्ला किया हमें लगा अब हम फिर आगे हो गए
लेकिन गितवा एकदम नैना की जोड़ीदार, जैसे ही वो मुड़ी बस आलमोस्ट जमीन पे लेटते हुए गितवा ने अपनी टांग फंसा दी , और लौटने की जल्दी में वो देख नहीं पायीं,... बस भहरा के गिरीं पर तुरंत उठ के लाइन की ओर बढ़ीं,
हम लोग खूब जोर से चिल्ला रहे थे उनकी हिम्मत बढ़ा रहे थे,
लेकिन तीन तिकड़ी, लीला, नीलू और चंदा ने आपस में एक दूसरे का हाथ पकडे दीवाल की तरह खड़ी और सीधे उन्हें छाप लिया।
ये तीन नैना से भी दो तीन साल बड़ी थीं,... दो की शादी हो गयी थी, लीला और नीलू की इसी जेठ में गौना भी तय हो गया था इसलिए बड़ी छुछियाई रहती थीं और तीसरी तो सदाव्रत खोल के बैठी थी,... लेकिन इन तीनों में ताकत भी बड़ी थी और खूब खेली खायी, ... बस दूबे भाभी पकड़ी गयीं,...
उधर से नैना चिल्लाई
गिरा दे भौजी को , साड़ी फाड़,...
और तीनों ने धक्का दे के लाइन से दूर, की कहीं गिरने के बाद लाइन के पास न पहुँच जाएँ,...
दूबे भाभी भी मान गयी थीं अब वो बच नहीं सकती लेकिन उन्होंने जो किया मैं और मिश्राइन भाभी एकदम ख़ुश
दूबे भाभी गिरते हुए भी, बताया तो था की थोड़ी स्थूल हैं लेकिन हैं ताकत वाली, तो जानबूझ के ऐसे गिरी की वो तिकड़ी में जो सबको बांटती थी, रोज दिन रत लंगर चलाती थीं, चंदा,... उसके ऊपर, और वो भी सारा वजन उनका उसके दाएं घुटने पे ज्यादा चोट तो नहीं लगी उसे पर एड़ी घूम गयी और मोच आ गयी , बस कब कबड्डी में सबको पकड़ना तो दूर खेल ले वो भी बड़ी बात,...
और कबड्डी में कोई रिटायर्ड हर्ट तो होता नहीं
और अब सब लड़कियां टूट पड़ीं, नैना और गीता खाली उकसा रही थीं , देखते देखते साड़ी उतर के दस हिस्सों में फट के बंट गयी फिर ब्लाउज और पेटीकोट, गाँव में कोई ब्रा तो पहनती नहीं थीं।
क्या जबरदस्त चूँचियाँ थीं दूबे भाभी की ३८ से ज्यादा ही,
लेकिन बड़ी भी कड़ी भी। एकदम तनी और दो छुटकियाँ उसके पीछे ही पड़ गयीं, सब ननदों को दिखा दिखा के दबातीं रगड़तीं निपल खींचती, उनके ऊपर चढ़ी
लेकिन तब तक नैना ने लीलवा को इशारा किया,
लीलवा वही तीन तिकड़ी वाली देह में सबसे तगड़ी उमर में भी नैना से तीन साल बड़ी, शादी हो गयी थी, जेठ में गौना था दो महीने बाद।
छुटकियों में कम्मो तीखी मिर्च थी, उसके कच्चे टिकोरे गाँव के लौंडो की जान मारते थे अभी तक चुदी नहीं थी,... जबान भी जोबन की तरह तेज वो बोली
“लीलवा अरे तानी नीचे क हाल चाल ले , और ऊँगली नहीं पूरी मुट्ठी:"
“अरे कोहनी तक पेलुँगी भौजी के गदहा घोडा क लंड घोंटने वाली है हमार भौजाई लोग “
लीलवा हंस के बोली,
और जोड़ा भौजी कुल चुदवाने ही तो आती हैं हमरे गाँव में और आज भौजी खुदे ननदन के पास आयी हैं तो हम लोग भी
तब तक उस तिकड़ी की दूसरी नीलू बोली, एकदम और हम लोगो की ओर कोहनी तक हाथ दिखा के बोली
" घबड़ाइये मत बस आधा घंटा और, हारना तो है ही भौजाइयों को हर साल की तरह सबके अगवाड़े पिछवाड़े कोहनी तक जाएगा कोई भेदभाव नहीं। हमारे भैया से चुदवाने आप लोगों की महतारी ने भेजा है न , तो रोज तो भैया लोगों का घोंटती है तो आज ननद का भी घोंट के देखिये मायके के भाइयों को भूल जाइयेगा।"
और मुट्ठी तो लीलवा नहीं डाल पायी पर तीन उँगलियाँ तो उसने दूबे भाभी की चौड़ी चाकर बुर में पेल ही दी और जोर से गोल गोल घुमाने लगी
और वहीँ से छुटकी को दिखाते बोली , "
" अरे नयकी भौजी क छुटकी बहिनिया देख लो अच्छी तरह से,... ये तो ट्रेलर है असली तो रगड़ाई तुम्हारी होगी सबसे पहले मैं मारूंगी आज तेरी गाँड़, मायके में अपने भाइयों से खूब गाँड़ मरवाई होगी और आके यहाँ हमारे भाइयों से मरवा रही होगी लेकिन लीलवा का लील के सब का भूल जाओगी जानी, तोहरी महतारी के भोंसड़ा से चौड़ा तोहार गाँड़ हो जायेगी,... "
लेकिन नीलू ने एक संसोधन जारी किया
" अरे इसके मायके वाले क्या गाँड़ मारे होंगे,... वो स्साले सब गांडू है उन सबकी गाँड़ तो हमारे भाई लोग मारते हैं उनकी भी उनकी बहिनों की भी
और मेरी आँख के सामने चुन्नू और उनका सीन घूम गया, तीन चार दिन पहले की बात तो हैं पहले यहीं घर पर ही , फिर ट्रेन में तो मेरे सामने,...
दूबे भाभी की बड़ी रगड़ाई हुयी लेकिन ननदें उन को झाड़ नहीं पायीं यहाँ तक की नैना ने चूसा भी पर गेम से तो वो बाहर हो ही गयीं.