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भाग ९६
ननद की सास, और सास का प्लान
Page 1005,
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ननद की सास, और सास का प्लान
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So sexy updateतीसरा राउंड ख़तम
अरे लीला, कुछ आज लीला, कुछ काल्ह लीला, लीला लीला,....
छुटकी अपनी हथेली से लीला की बिल रगड़ रही थी और थोड़ी देर में लीलवा पनियाने लगी,...
एकदम एक्सपर्ट भौजाइ की तरह छुटकी ननद को गीली कर रही थी, फिर दो उंगलिया मुंह में और सीधे एक झटके में लीला की बिल के अंदर,...
बाहर से एक भौजाई चिल्लाई,...
अरे छुटकी ये स्साली कातिक में कउनो कुत्ता नहीं छोड़ती, एक दो ऊँगली से का होगा ससुरी का,...
और छुटकी की तीसरी ऊँगली भी अंदर, फिर जिस तेजी से अंदर बाहर कर रही थी, गोल गोल घुमा रही थी किसी चार बच्चो की माँ की भी हालत खराब हो जाती, साथ ही छुटकी ने अपना अंगूठा लीला की क्लिट पे लगा के रगड़ना शुरू कर दिया,...
लीला काँप रही थी
पर घडी चल रही थी साढ़े तीन मिनट हो गए थे,...
और अब चमेलिया भी मैदान में आ गयी बस उसने अपना मुंह लगाया और कस के क्लिट चूसने लगी ,
और गुलबिया जो दोनों जुबना दबोचे थी उसके निपल पकड़ के रंगड़ने मसलने लगी,...
और अचानक जिस तरह से लीला उछली मैं समझ गयी, छुटकी को उसका जी प्वाइंट मिल गया बुर के अंदर, और छुटकी भी समझ गयी बस वहीँ अंदर ऊँगली से उसने रगड़ना शुरू कर दिया,.... अब जबकि दुबारा लीलवा उछली तो मैंने छुटकी को ननद के चूतड़ की ओर इशारा किया और अब छुटकी की दो ऊँगली गाँड़ के अंदर,... पूरे दो पोर,...
बस लीला ने झड़ना शुरू कर दिया,... मैं कस के उस के दोनों पैर जकड़े हुए था, अब चननिया ने लीलवा के हाथ छोड़ दिए मैं भी हट गयी , जिससे सब ननदें भौजाइयां लीलवा की हालत और छुटकी की ताकत देख लें,...
पांच मिनट होते होते लीलवा चार बार झड़ चुकी थी, वो लीलवा जिसको झड़ाने में इस गाँव के बड़े बड़े चुदक्क्ड़ मर्दों का पसीना छूट जाता था, छुटकी ने उसे झाड़ झाड़ कर थेथर कर दिया था।
जब हम सब ने छोड़ दिया तो भी उसे उठने में दिक्कत हो रही थी मैंने और चमेलिया ने उसे पकड़ के उठाया,... अब वो छुटकी को मुस्करा के देख रही थी,... बस मुस्कराती छुटकी ने लीलवा की बुर से निकली तीन उँगलियाँ उसकी मुंह में,...
अरे चाट ला चासनी, जिसको चाटने के लिए यह गाँव क कुल लौंडे बेचैन रहते हैं,...
लीलवा भी कम नहीं थी जैसे कोई मोटा लौंड़ा चूसे उस तरह छुटकी की उँगलियाँ चूस रही थी, और जैसे ही वो उठी छुटकी ने लीलवा की गाँड़ से निकली ऊँगली उसके मुंह में ठेल दी
इहो तो तोहरे देह क हो ,...
तीसरा राउंड ख़तम हो चुका था,...बस एक राउंड और ,... ननदों की टीम में अब चार बची थीं ,, नैना, गीता, कम्मो और पायल,... जो चार लड़कियां उनकी असली डिफेंडर थीं अब गायब हो गयी थीं.
भाभियों की टीम में अभी भी छः बची थी मैं मिसराइन भौजी, छुटकी, चमेलिया, गुलबिया और चननिया।
वाह कोमल जी वाहतीसरा राउंड ख़तम
अरे लीला, कुछ आज लीला, कुछ काल्ह लीला, लीला लीला,....
छुटकी अपनी हथेली से लीला की बिल रगड़ रही थी और थोड़ी देर में लीलवा पनियाने लगी,...
एकदम एक्सपर्ट भौजाइ की तरह छुटकी ननद को गीली कर रही थी, फिर दो उंगलिया मुंह में और सीधे एक झटके में लीला की बिल के अंदर,...
बाहर से एक भौजाई चिल्लाई,...
अरे छुटकी ये स्साली कातिक में कउनो कुत्ता नहीं छोड़ती, एक दो ऊँगली से का होगा ससुरी का,...
और छुटकी की तीसरी ऊँगली भी अंदर, फिर जिस तेजी से अंदर बाहर कर रही थी, गोल गोल घुमा रही थी किसी चार बच्चो की माँ की भी हालत खराब हो जाती, साथ ही छुटकी ने अपना अंगूठा लीला की क्लिट पे लगा के रगड़ना शुरू कर दिया,...
लीला काँप रही थी
पर घडी चल रही थी साढ़े तीन मिनट हो गए थे,...
और अब चमेलिया भी मैदान में आ गयी बस उसने अपना मुंह लगाया और कस के क्लिट चूसने लगी ,
और गुलबिया जो दोनों जुबना दबोचे थी उसके निपल पकड़ के रंगड़ने मसलने लगी,...
और अचानक जिस तरह से लीला उछली मैं समझ गयी, छुटकी को उसका जी प्वाइंट मिल गया बुर के अंदर, और छुटकी भी समझ गयी बस वहीँ अंदर ऊँगली से उसने रगड़ना शुरू कर दिया,.... अब जबकि दुबारा लीलवा उछली तो मैंने छुटकी को ननद के चूतड़ की ओर इशारा किया और अब छुटकी की दो ऊँगली गाँड़ के अंदर,... पूरे दो पोर,...
बस लीला ने झड़ना शुरू कर दिया,... मैं कस के उस के दोनों पैर जकड़े हुए था, अब चननिया ने लीलवा के हाथ छोड़ दिए मैं भी हट गयी , जिससे सब ननदें भौजाइयां लीलवा की हालत और छुटकी की ताकत देख लें,...
पांच मिनट होते होते लीलवा चार बार झड़ चुकी थी, वो लीलवा जिसको झड़ाने में इस गाँव के बड़े बड़े चुदक्क्ड़ मर्दों का पसीना छूट जाता था, छुटकी ने उसे झाड़ झाड़ कर थेथर कर दिया था।
जब हम सब ने छोड़ दिया तो भी उसे उठने में दिक्कत हो रही थी मैंने और चमेलिया ने उसे पकड़ के उठाया,... अब वो छुटकी को मुस्करा के देख रही थी,... बस मुस्कराती छुटकी ने लीलवा की बुर से निकली तीन उँगलियाँ उसकी मुंह में,...
अरे चाट ला चासनी, जिसको चाटने के लिए यह गाँव क कुल लौंडे बेचैन रहते हैं,...
लीलवा भी कम नहीं थी जैसे कोई मोटा लौंड़ा चूसे उस तरह छुटकी की उँगलियाँ चूस रही थी, और जैसे ही वो उठी छुटकी ने लीलवा की गाँड़ से निकली ऊँगली उसके मुंह में ठेल दी
इहो तो तोहरे देह क हो ,...
तीसरा राउंड ख़तम हो चुका था,...बस एक राउंड और ,... ननदों की टीम में अब चार बची थीं ,, नैना, गीता, कम्मो और पायल,... जो चार लड़कियां उनकी असली डिफेंडर थीं अब गायब हो गयी थीं.
भाभियों की टीम में अभी भी छः बची थी मैं मिसराइन भौजी, छुटकी, चमेलिया, गुलबिया और चननिया।
और अब इस कबड्ड़ी का अगला भाग भी पोस्ट हो गया है , पिछले पेज परबहुत सुंदर वर्णन किया है। गुड़िया (नागपंचमी) आने वाली है । गुड़िया त्योहार पर कुछ साल पहले तक इस तरह की कबड्डी देखने को मिल जाती थी। हालांकि उसमे प्रौढ़ महिलाएं नही होती थीं सब युवा ही होती थीं। अगर कोई लड़की किसी महिला को मना के शामिल कर लेती थी तो बात ही और होती थी। प्रौढ़ महिलाएं कोई गेम खेलती हैं तो मजा आ जाता है जीत के भी खुस होती हैं और हार के भी।
Thanks and next part, Round three has also been posted on page 581 bas last page par, please read, enjoy like and commentNice update
Thanks so much bas aap ka saath bana raheBahut badhiya match chal raha h. Is baar to komal bhabhi ki team hi jitegi
Thanks so much and i have also posted update in Rang Prasang.So sexy update
अभी तो इसी कबड्डी का एक और राउंड बाकी है, भौजाइयों की लीड सिर्फ दो की है , देखिये चौथे राउंड में क्या होता है,...वाह कोमल जी वाह
अब तो कबड्डी के खत्म होने का इंतजार है, दूसरी कबड्डी के लिए।
सादर