• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Adultery छुटकी - होली दीदी की ससुराल में

komaalrani

Well-Known Member
22,113
57,276
259
भाग ८१ बारी भौजाइयों की पृष्ठ ८१८

अपडेट पोस्टेड, कृपया पढ़ें, मज़े लें, लाइक करें और कमेंट जरूर करे
 

malikarman

Well-Known Member
3,052
2,462
158
मस्ती बंटी संग


Teej-sug-44dc89bded423d9e029f2d5d0b927301.jpg



लेकिन दिन भर दो चार भौजाइयों ने और उस पर हाथ साफ़ कर लिया था, जैसे कच्चे टिकोरों के सब लौंडे दीवाने होते हैं वैसे ही कमसिन लौंडे के लिए खेली खायी भौजाई सब भी।

तो वही दिख गया,

मुझे देखकर वो आम के एक चौड़े पेड़ के पीछे छुपने लगा, मैं उसे अनदेखा करके बाग़ के अंदर जिधर बाग़ और गझिन थी, उधर घुस गयी,

बेचारे बंटी ने चैन की साँस ली,.. वो भी जिधर भौजाइयां रगड़ी जा रही थी, किसी पे दो किसी पे तीन चढ़े हुए,... किसी किसी के ऊपर ननदें चढ़ी अपनी बुर चटवाती, उसे क्या मालूम खतरा टला नहीं है,

बस पीछे से मैंने उसे धर दबोचा, और हड़का लिया,

" अबे स्साले क्या लौंडिया की तरह छुपा है? और छुपने छुपाने से काईन लौंडिया बची है आज तक, जो रहरिया में गन्ने के खेत में जा के छुपती हैं उनकी वहीँ ले ली जाती है। और आज के दिन भौजाई से न कोई ननद बचती है न देवर, "
Teej-Gao-278683974-1652741858406411-5872429169994830317-n.jpg

जबतक वो समझ पाता, खींच के मैं उसे थोड़ा और अंदर, जहाँ बाग़ और गझिन हो गया था, दिन में भी अँधेरा रहता था,...

देवर भाभियों की मस्ती देखकर उसका भी टनटना रहा था,... उसे पकड़ के मैंने थोड़ा और मुठियाया,... फिर एक झटके में खींच के सुपाड़े के ऊपर का चमड़ा खोल दिया, और गरियाया,

" तोर बहिन महतारी समझायी नहीं की अब इसको खुला ही रखो,... रगड़ खा खा के ही पत्थर होगा , टनटना रहा है, अबे स्साले ये समझ ले की पहले बुर रानी को मनाना पड़ता है चाहे लौंडिया हो या मेहरारू। चल चाट , कबो तोर बहिनिया चटाई है की नहीं , आज स्साली है नहीं वरना अपने सामने तुमसे चटवाती, चलो बहिन न सही भौजाई"

घास पर मैं लेटी, ... जाँघे फैलाये,... स्लेटी अँधियारा, गलबाँही डाले बड़े बड़े पुराने पेड़, जिन्होंने न जाने कितनो की प्रेम लीला देखी होगी अपने नीचे,... और जाँघों के बीच में वो नौसिखिया चटोरा,...

आज चाहे कोई ननद हो या भौजाई, किसी की बुर ऐसी नहीं थी जिसमें दो चार कटोरी मलाई न बजबजा रही हो, मेरी कैसे बची रहती मेरी कटोरी में भी खीर छलक रही थी,...
creampie-17115070.jpg


बस जैसे उसकी जीभ वहां लगी वो जोर से गिनगिनाया, पर मुझे मालूम था ये होगा इसलिए मैं पहले से तैयार थी, मैंने झट से अपनी जाँघों के बीच उसके सर को दबोच लिया, लाख कोशिश करे वो हिल नहीं सकता था, बिन चाटे भौजाई की बुर छूट नहीं थी , मरद चोदने के बाद तो जल्दी अपनी मेहरारू की नहीं चाटता, भले वो झड़ी हो न झड़ी हो, ...


तो मालूम हो की न जाने किसकी मलाई अंदर से छलक रही है, फिर कोई भी झिझकेगा ही,... लेकिन इसी झिझक का ही तो इलाज करना ही था,..

कमर उठा के मैंने बुर उसके मुंह में लगा दिया और हड़काया,

" चाट साले, जब तेरी बहन यारन से चुदवा के लौटती है तो शलवार खोल के चटवाती है की नहीं, चाट मेरे भैया तेरे आज के बहनोई का माल है,... कल दुसरे बहनोई का माल ले आउंगी,.. अब छोड़ना मत, चाहे स्कूल से आये चाहे खेत से बोलना दीदी जरा सा मलाई चटवा दो , देखना जरूर चटवायेगी अपने छोटे भैया को, ... चाट स्साले कस कस के एक बूँद मत छोड़ना, एक दम साफ़ हो जाएगी तब दूंगी,... "
Teej-Gao-Lips-HD-wallpaper-amrapali-dubey-bhojpuri-actress.jpg


कुछ देर में वो खुद जीभ बिल में डाल के मलाई का स्वाद ले रहा था और असर वही हुआ जो मैं सोच रही थी पहले से टनटनाया खूंटा अब और पागल हो गया,...

और इस बार उसके धक्के में तेजी भी थी और ताकत भी, थोड़ा बहुत जोबन का रस लेना भी सीख गया था. मैं शरारत से कभी अपनी बुर निचोड़ लेती, उसके औजार को दबोच लेती और उस बेचारे की हालत खराब हो जाती, ... थोड़ी देर में उसने मुझे दुहरा कर दिया था और लम्बे लम्बेशॉट लगा रहा था,... मैंने भी रोका नहीं ,... और थोड़ी देर में उसने सब अपनी ताकत मेरी बिल में उंडेल दी और कटे पेड़ की तरह मेरे ऊपर,...

-------

वो अलग होकर मेरे बगल में लेटा ही था की एक झाडी के पास से उठ के आती हुयी सुगना दिखी,... आज भौजाइयों में सबसे ज्यादा वही गरमाई थी, कोई सगा देवर था नहीं , मरद साढ़े तीन साल हो गए क़तर गया था। पच्छिम पट्टी की,...
Waah
Kya shandar likhti ho aap
 

motaalund

Well-Known Member
9,165
21,659
173
हैं भी तो दो दर्जन और ज्यादातर कोरी

किसी को भी छोड़ना नाइंसाफी होगी
दो दर्जन .. फिर तो पांच-छः अपडेट भी कम पड़ जाएंगे...
और सबकी कुटाई अच्छे से पूरे विस्तार के साथ...
साथ में गाँव का कोई युवक छूटना नहीं चाहिए...
और संभव हो तो एकाध आपके साजन के साथ भी.. आखिर वो भी इसी गाँव से...
 

motaalund

Well-Known Member
9,165
21,659
173
आएगी और जबरदस्त आएगी, जैसे ये कबड्डी और उसके बाद वाले किस्से चल रहे हैं

हाल खुलासा बयान होगा पठान टोली वालियों का
लिस्ट तो काफी लंबी है..
लेकिन सिलसिलेवार ढंग से चलना हीं उचित रहेगा...
 

motaalund

Well-Known Member
9,165
21,659
173
एकदम सही कहा आपने

इत्ते दिनों से तोप ढांक कर रखा है तो थोड़ी बहुत जबरदस्ती तो करनी होगी और एक बार किला फ़तेह होगया, झंडा फहर गया तो फिर अगली बार वो जबरदस्ती करेंगी।
जोरा जोरी हुई चने के खेत में...(गन्ने और अरहर के खेत में भी)
 

motaalund

Well-Known Member
9,165
21,659
173
एकदम एक साथ कई घटनाये एक ही गाँव में होती रहती हैं

जैसे इसी समय मंजू भाभी के पति आये हुए हैं और वो उनके साथ बिजी हैं

छुटकी, गीता और अरविन्द के साथ मजे ले रही है,

मेरी सास बाकी सासों के साथ गाँव के बाहर एक छावनी ( फ़ार्म हाउस की तरह ) में मस्ती ले रही हैं और मेरी ननद रात भर की थकी अपनी सहेली के घर , पति भी अपने दोस्तों के साथ

तो इस लिए एक तरह की घटनाएं एक साथ और उसके बाद दूसरी घटनायें जैसे अब मेरी ननद और मेरे साजन के किस्से बस चार पांच पार्ट बाद , जब भाभियों की मस्ती खतम हो जायेगी। इस लिए सीरियल में सीरियल की तरह
क्रमानुसार प्रस्तुति...
लेकिन सास का छोड़ दिया...
 
Top