साली, सलहज, सास और ससुराल तो लगभग सबको मिल जाएगी...साली, सलहज, सास और ससुराल सब के लिए अच्छी किस्मत चाहिए
यही तो बोनस है
लेकिन अच्छी और दिलदार मिले ...
इसके लिए अच्छी किस्मत नितांत आवश्यक है...
साली, सलहज, सास और ससुराल तो लगभग सबको मिल जाएगी...साली, सलहज, सास और ससुराल सब के लिए अच्छी किस्मत चाहिए
यही तो बोनस है
और इसलिए नंदोई जी काफी नाराज भी थे पीछे...अरे कहाँ खुला माहौल है
बेचारे ननदोई जी, एक छोटी साली है उसपर तो हाथ साफ़ नहीं कर पाए, साले के साले ने चाभी लगा दी ऐन होली के दिन और साली अब बड़े साले के पास बंबई
बड़ी सलहज तो बड़ी हैं तो उनके साथ भी
और छोटी सलहज के साथ तो साले ने ही अकेले साल भर हाँ होली की बात और है, माहौल तो इस होली से बदला
जिंदगी सुख दुःख की गाथा है...अरे हुंकारी भी जरूरी है और शार्प टर्न तो जरूरी है, कहानी हो, फिल्म हो जब तक पढ़ने वाला, देखने वाला ये न सोचे अरे ये तो सोचा ही नहीं था
साथ बनाये रखिये धीमे धीमे ही सही तीनों कहानियां गति फिर से पकड़ेंगी
यही तो उत्सुकता बनाए रखती है...एकदम आगे आगे देखिये क्या आता है
अभी तो सास दामाद और सलहज की तिकड़ी चल रही है
और ये बेसब्री और बेकरारी तब तक जारी रहती है..मुझे लगता है कि हम सभी आपकी कहानी पर अपडेट का बेसब्री से इंतजार करते हैं। मैं भाग्यशाली हूं कि मैंने आपका काम पढ़ा और उस पर अपने विचार रखे। यह जारी रहेगा
मिलेगा मिलेगा
सास ने अपने कारनामे दिखाने शुरू किये हैं बस, अभी पहले दामाद का नंबर लगा है फिर देखिये किसका नंबर लगता है, फिर फ्लैशबैक भी तो है
और लंड चूत में...कोमल जी,
आप को फिर से देख कर दिल को बहुत ही सुकून और खुशी मिली |जब तक आप फोरम पर नही थी तब तक फोरम सुना पड़ा था, आप आ गये मानो फिर से जान आ गयी है l
कोमल जी आप स्वस्थ रहे, खुश रहे, ईश्वर आप को विपदा से बचाए, मेरी ईश्वर से यही कामना है l
आप की लेखन कला अद्भुत है, शब्दो का चयन, उपमा, अलंकार, रस अद्भुत रूप में रहता है l
आप कहानी मे रस की ऐसी बरसात होती है की तन मन भीग जाता है, लेकिन आत्मा तृप्त नहीं होती है,उसकी लालसा बड़ती जाती है l
सास और बहु की जोड़ी बहुत ही लाजवाब है
दमाद जी की पांचो ऊँगली घी में है
अभी तो शुरुवात हुई है दमाद जी साथ, अभी तो बहुत कुछ बाकी है l पुराने खिलाडी आज नए खिलाडी को अपने गुर भी तो सिखाना जरुरी है l
कोमल जी सासु जी का हाल खुलाशा भी तो होना चाहिए l
आप का बहुत बहुत आभार
और घाघरे के खुलने के बाद...और घर आके सासू के घाघरे में फंस गए