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जोरू का गुलाम भाग २३८ पृष्ठ १४५०
वार -१ शेयर मार्केट में मारकाट
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वाह गुड्डी रानी. तूने बहोत छेड़ा अपनी भाभियों को. अब खेला पलटने वाला है. सुना था शरारब और शबाब. लेकिन अब तो शबाब ही नशे मे.मस्ती के बाद, मस्ती
वो और रीनू गुथमगुथा बोलने की हालत में नहीं थे , खूंटा अभी भी उनका अंदर धंसा हुआ , गाढ़ी रबड़ी मलाई प्रेम गली से छलकती बहती , साली की जांघों पर छलकती ,
मैं भी तो ,... जब मेरी दोनों बहने मुझे चिढ़ाती , मुझे लगता कैसे लगेगा , मैं अपने जीजू के साथ और मेरी बहन मेरे उनके साथ , अगल बगल साथ साथ ,...
हम लोग थोड़ा पहले ही ,
सबसे पहले अजय मेरे अगवाड़े ,झड़े मेरे साथ साथ
और फिर कमल जीजू मेरे पिछवाड़े ,...
और तब हम लोगों की नजर गयी , इनपर रीनू पर , दोनों चालू थे।
पिछले सात आठ मिनट से हम तीनो , मैं अजय जीजू और कमल जीजू ,... इन्हे गुत्थम गुथा देख रहे थे ,
कुछ देर में मैंने पहले रीनू को सपोर्ट देकर गोल तकिये के सहारे बैठाया , और फिर गुड्डी भी मैदान में आ गयी , और इन्हे भी हल्के से सपोर्ट देकर , ... मैंने और गुड्डी ने तकियों और कुशन के सहारे , अधलेटे ,
पहले रीनू ने आँखे खोली , इन्हे देखा , साथ में इनकी भी आँखे खुली ,... और दोनों शर्मा गए।
गुड्डी पक्की ननद , रीनू की , क्यों छोड़ती ,
" अरे मेरी मीठी भाभी , अभी तो कुछ देर पहले ही , उछल उछल कर, खुद भैया को मेरे , उकसा उकसा कर ,... गपागप घोंट रही थी , अब काहें को गौने की दुल्हिन की तरह लजा रही हो। "
रीनू जोर से मुस्करायी , और गुड्डी को पकड़ कर गले से लगा कर कस के चूम लिया , फिर बोली ,
" ननद रानी , बहुत बोल रही थी न तुम , सब नोट कर के रखा है मैंने , उधार रखने वाली भौजाई नहीं हूँ , सूद के साथ लौटाउंगी। और ये तेरे भइया हैं न ,उनका भी हिसाब तेरे से निबटाउंगी , समझ ले ,... "
गुड्डी भी जोर से मुस्करायी ,
" अरे भाभी ये ननद भी घबड़ाने भागने वाली नहीं है , लेकिन अपने जीजा के साथ इतनी जबरदस्त कुश्ती लड़ी हैं आप तो थोड़ा सुस्ता लीजिये , ये ननद कहीं भाग नहीं रही। "
और एक प्लेट में ढेर सारी डार्क चॉकलेट्स , चीज रखी थीं , वो उसने रीनू की ओर बढ़ा दिया।
" तेरी भाभियों का काम इन सबसे चल जाएगा , हम लोगों का नहीं चलेगा , ... "
कमल जीजू हंस कर बोले , और गुड्डी उन का इशारा समझ कर , आधी खाली जानीवाकर गोल्ड लेबल की बॉटल , अजय जीजू को पकड़ा दी ,
पर बोतल के साथ अजय जीजू ने पकड़ कर गुड्डी को अपनी गोद में बिठा लिया और सीधे बोतल से पहले गुड्डी के मुंह में ही घुटुर घुटुर , एक पैग से ज्यादा ही , ... और फिर खुद बॉटल से पीने के बाद , कमल जीजू को पकड़ा दी और खुद अपनी पेसल वाली सिगी निकाल ली।
लेकिन अजय जीजू ने एक सुट्टा ही लिया होगा की गुड्डी ने उन के हाथ से छीन लिया ,
उस शोख ने अपनी बड़ीबड़ी कजरारी आँखों से घूरा , हलके से मुस्कराइ और बोली ,
" अकेले अकेले नॉट डन, बैड , वेरी बैड ,... और उस टीनेजर ने अपने गुलाबी रसीले होंठों में लगा कर एक जबरदस्त सुट्टा लिया ,
अजय जीजू ने जो दूसरी सुलगायी वो मैंने छीन ली और मैं और रीनू मिलकर एक दम अपने कालेज के दिनों की तरह जम कर सुट्टा पर सुट्टा लगा रहे थे ,
पर बेचारी मेरी ननद को मालूम नहीं था जो सिगी उसने अजय जीजू के हाथ से ली है , वो मामूली नहीं है , एक्स्ट्रा पेसल , सीधे कश्मीरी मिर्ची , सफ़ेद पाउडर ,...एक सुट्टा ही उसके दिमाग का रायता बनाने के लिए काफी था , और ऊपर से वो अजय जीजू के गोद में बैठी थी ,
तो जब गुड्डी ने अजय को जब एक सुट्टा मार के पास की तो ,...
अजय ने एक जबरदस्त ,... और उसके बाद कचकचा के मेरी टीनेज , इंटरवाली ननद की क्या चुम्मी ली , दोनों के होंठ चिपके रहे जबतक अजय के मुंह का सारा धुंआ गुड्डी के मुंह में नहीं पास हो गया , और उसके बाद भी , अजय की उँगलियाँ गुड्डी के नए नए आये जुबना का रस ले रही थी जीभ गुड्डी के मुंह में घुसी थी ,
और जब अजय ने गुड्डी के मुंह को छोड़ा तो उन होंठों के बीच वो मस्ती वाली सिगरेट खोंस दी ,
ये कमल जीजू के साथ बैठे , दोनों मिल कर सीधे बोतल से ही ,...
अमेज़िंग अमेज़िंग अमेज़िंग. ये इरोटिका के लेवल को तो आप ने कही गुनाह ज्यादा हाई कर दिया. अब तक तो गुड्डी रानी ने अपने भैया कमल जीजू और अजय जीजू से सेंडविच वाला स्वाद लिया. पर अब नारी सुख मे दोहरा वाला. आगे कोमलिया और पीछे से रेनू...गुड्डी
बेचारी मेरी ननद को मालूम नहीं था जो सिगी उसने अजय जीजू के हाथ से ली है , वो मामूली नहीं है , एक्स्ट्रा पेसल , सीधे कश्मीरी मिर्ची , सफ़ेद पाउडर ,... एक सुट्टा ही उसके दिमाग का रायता बनाने के लिए काफी था , और ऊपर से वो अजय जीजू के गोद में बैठी थी ,
तो जब गुड्डी ने अजय को जब एक सुट्टा मार के पास की तो ,...
अजय ने एक जबरदस्त ,... और उसके बाद कचकचा के मेरी टीनेज , इंटरवाली ननद की क्या चुम्मी ली , दोनों के होंठ चिपके रहे जबतक अजय के मुंह का सारा धुंआ गुड्डी के मुंह में नहीं पास हो गया , और उसके बाद भी , अजय की उँगलियाँ गुड्डी के नए नए आये जुबना का रस ले रही थी जीभ गुड्डी के मुंह में घुसी थी , और जब अजय ने गुड्डी के मुंह को छोड़ा तो उन होंठों के बीच वो मस्ती वाली सिगरेट खोंस दी ,
ये कमल जीजू के साथ बैठे , दोनों मिल कर सीधे बोतल से ही ,...
सबसे पहले तो गुड्डी की चूत से लेकर दिमाग तक आग लग गयी , .....
उसके पहले भी इनकी और रीनू की , जीजू साली की ,
और मेरी मेरे दोनों जीजू ने मिल कर सैंडविच जो बनायीं थी , वो देख कर भी वो गरमा तो रही ही थी , .... और उसके बाद अजय की गोद , मस्त चूतड़ों के नीचे खड़ा खूंटा,
मसले जाते जोबन , और सबसे बढ़ कर वो पेसल सिगी ,... आग तो लगनी ही थी।
और उसकी मीठी भाभी , मेरी कमीनी बहन अपनी इस सेक्सी ननदिया को छेड़ने का मौका कैसे छोड़ देती ,
' गुड्डी यार तू खूंटे पर तो बैठी ही है , चल अब निहुर के मरवा ले , तेरी गांड में चींटे काट रहे होंगे , पूरे साढ़े तीन घंटे हो गए गांड मरवाये तुझे ,... "
बेचारी लड़की का आधा नशा तो एक झटके में , .... अभी भी उसके पिछवाड़े रह रह के चिलक उठ रही थी , पहले दिन ही उसकी उसकी किशोर कच्ची गांड फाड़ी गयी , और एक नहीं , दो नहीं पूरे तीन मूसल उसमें जबरदस्त चले , ...
" नहीं नहीं भाभी आप दोनों हैं न , ... " वो घबड़ा के बोली।
" अरे रानी , मेरी जान ,.. तेरे सामने ही अभी हम दोनों ने लिया। अगवाड़े भी पिछवाड़े भी , अब तू अपनी भाभियों की ये जरा सा बात भी नहीं मान सकती। " मैंने प्यार से उसके गाल पर हाथ फेरते कहा।
" नहीं नहीं भाभी कुछ भी लेकिन , प्लीज अभी नहीं , बहुत दुःख रहा है। "
वो बेचारी बोली , .... पर रीनू , वो आगयी मैदान में।
" अच्छा चल तो इन लोगों से तो नहीं , तो अपनी भाभियों से ,... मैं एक दस इंच वाला डिलडो लाइ हूँ , और एक सुपर स्ट्रैप ऑन ...
अभी एकदम नया है। सच रैपर भी नहीं खुला है , वही ट्राई कर लेती हूँ तेरे पिछवाड़े , और तेरी कोमल भाभी आगे वाला छेद , ... क्यों कोमलिया। "
रीनू ने मुझसे भी हँकारी भरवा ली।
और अपनी बड़ी बहन की बात टालने की हिम्मत तो थी नहीं मेरी,
" हाँ ठीक है तो अभी अभी मैंने दो दो का मजा लिया एक साथ, एक आगे एक पिछवाड़े, देख तो रही थी, मेरे दोनों जीजू कैसे मेरी एक साथ हचक हहक के मार रहे थे, तो बेचारी ननद देख देख के गीली हो रही थ। चल तेरे भैया लोग अभी थके होंगे तो भाभियों से ही, अरे रीनू ने इन तीनो मर्दो से तेरे पिछवाड़े की गारण्टी ली, भाभियों से थोड़ी, बड़ा मजा आएगा एक बार स्ट्रैप ऑन से ट्राई कर ले , हम दोनों बहने खूब मजा देंगे तेरे दोनों छेदों को।"
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मैंने भी अपनी बड़ी बहन की हाँ में मिलाई।
" लेकिन अबकी उसके भैया आ गए उसे बचाने ,
" हे तुम दोनों बहुत तंग कर रही हो उसे , छोड़ न बेचारी की। "
नहीं तो दो गुना लगन. पर बोल तो रही है कल से. और जिसके बचपन का माल है वो गवाही भी दे रहा है. कल चाहे कुछ भी करवा लो. कही से घोंटवा लो. वो भागेगी नहीं. प्यारी छिनाल नांदिया है. पर मेरा डबल नारी सुख रहे गया सीट. बेचारी की मुनिया रेनू ने बक्श डी.कल से ,...
मान गयी गुड्डी
लेकिन अबकी उसके भैया आ गए उसे बचाने ,
" हे तुम दोनों बहुत तंग कर रही हो उसे , छोड़ न बेचारी की। "
" अरे जीजू , तंग नहीं कर रहे हैं , उसकी ढीली करने का प्लान कर रहे हैं , आप ही का फायदा होगा , गोद में बैठेगी छुटकी बहिनिया और खूंटा सटाक से अंदर ,... " रीनू बोली और जोड़ा वैसलीन का खरचा बचेगा सो अलग। अब साली जीजू के फायदे की बात नहीं सोचेगी तो कौन सोचेगा।
" देखिये आपकी साली आपके कितने फायदे की बात कर रही है और आप साली छोड़ बहन की चिंता कर रहे हैं ,... " मैंने भी अपनी बहन के साथ जुगलबंदी की .
" यार कोमलिया , ये मेरे जीजू स्साले के साथ ,... क्यों जीजू पुराना याराना लगता है , है न " रीनू क्यों छोड़ती अपने जीजू को।
" एकदम सही पहचाना , बचपन से फंसी है ये अपने भइया से , न हो तो इसी से पूछ लो। " मैं भी रीनू की हाँ में हाँ मिला रही थी।
लेकिन जब गुड्डी एकदम सरेंडर करने की हालत में आ गयी और रीनू से मान लिया उसने ,
" भाभी , कल पक्का , जो चाहे सो , आपकी ननद भागेगी नहीं , ... "
रीनू मेरी बहन चतुर चालाक , तुरंत उसने बात पकड़ ली ,
" कल या कल से ,... "
और गुड्डी ने कान पकड़ा , भूल सुधार किया , कल से ,
" पहली बात तो अगर तू भागेगी भी न तो मैं भागने नहीं दूंगी , ... कल से , ... और तूने जो चाहे सो बोला है न , तो बस तेरी भाभियाँ कल से जो चाहे सो , ... और तेरे भइया , बचपन के यार गवाह हैं , तो एकदम उनके सामने और उनके साथ भी ,... "
रीनू मेरी बहन, कमीनी, पक्की किंक क्वीन ने इनकी टीनेजर बहन से ' कुछ भी और वो भी सबके सामने' तीन तीर्बाचा भरवाया ।
गुड्डी ने तीन बार तिरबाचा भरा , और उसके भइया कम बचपन के यार ने जमानत दी , और सिर्फ रीनू के जीजू ने नहीं , मेरे जीजुओं ने भी ,...
इन्हे मालूम हो न हो , मेरे दोनों जीजुओं को तो मालूम ही था की मेरी ये बहन कितनी बड़ी किंक क्वीन है , कुछ भी गर्हित वर्जित नहीं है उसके लिए , इसलिए कल सुबह से ही गुड्डी रानी की ,... और वो भी सबके सामने ,..
सिर्फ न इन्हे मालूम था न इनकी छुटकी बहिनिया को ,
और वैसे भी मुझे दोनों जीजू लोगों ने सैंडविच बना कर और रीनू के जीजू ने जो उसकी रगड़ाई की थी , हम दोनों में ताकत बची भी नहीं थी , गुड्डी रानी की सैंडविच डबल स्ट्रैप ऑन से करने की , ...
होना तो था ही लेकिन अभी जल्दी किसे थी।
" यार चल तू बच गयी , मेरी बहन इतनी सीधी है , लेकिन कुछ तो तुझे करना ही होगा , ... " मैंने कहा ,
" भाभी गाना सुना दूँ ,... " वो भोली बोली।
गाना ना हो तो कोमल रानी की स्क्रिप्ट अधूरी ही समझो. और उनके बचपन के माल के किए तो स्पेशल. अरे सत्ता लिखवालो. दबा पे लगी गुड्डी रानी. अमेज़िंग.गुड्डी छिनरो क सट्टा लिखात
" यार चल तू बच गयी , मेरी बहन इतनी सीधी है , लेकिन कुछ तो तुझे करना ही होगा , ... " मैंने कहा ,
" भाभी गाना सुना दूँ ,... " वो भोली बोली।
" अरे कोमलिया चल गाना तो हम दोनों इसे सुना देंगे , जरा इसके भाई स्साले को भी अपनी बहन की हाल चाल मालूम हो जाय। " रीनू हंस के बोली
जीजू हों , साथ में जीजू की बहन हो , साली हो और गाली न हो ,... वो भी मेरी और रीनू ऐसी सालियाँ ,
मैं चालू हो गयी , गुड्डी का नाम लेकर साथ में रीनू भी ,...
ऊपर चादर नीचे दुपट्टा , अरे ऊपर चादर नीचे दुपट्टा ,
अरे कौन छिनरी क सट्टा * लिखात बा , अरे कौन छिनरी क सट्टा लिखात बा ,
अरे गुड्डी छिनरो क सट्टा लिखात बा , गुड्डी छिनरो क मारे जोबन में धक्का
ऊपर चादर नीचे दुपट्टा , अरे ऊपर चादर नीचे दुपट्टा ,
कितने मर्द एकर सट्टा लिखे , कितने मारे जोबन में धक्का
साठे मरद एकर सट्टा लिखें , अस्सी मरद मारें जोबन में धक्का ,
ऊपर चादर नीचे दुपट्टा , अरे ऊपर चादर नीचे दुपट्टा ,
अरे केतना मरद एकर टंगिया उठावें , केतना मारे हो आगे से धक्का ,
अरे नब्बे मर्द एकर टंगिया उठावे और सौ मरद मारे आगे से धक्का
आगे से धक्का और पीछे से धक्का , गुड्डी छिनार मरवावे सट्टका
( सट्टा- पहले ( और कई जगह अभी भी ) शादी में नाचने के लिए जो रंडीया जाती थीं, उनके साथ जो करार होता था उसे ही सट्टा कहा जाता था , और उस में दिन तारीख और पैसा सब बातें लिखी रखती थीं। और गानों में दूल्हे की बहन माँ इत्यादि के लिए अक्सर चिढ़ाने के लिए इस्तेमाल होने वाला शब्द )
लेकिन गुड्डी एकदम पक्की छिनार , मेरी और रीनू की असली ननद ,
मुंह बना के बोली ,
" कहाँ भौजी आप भी न , नब्बे , सौ की बात कर रही हैं ,.... वो तो आज जाके हैट ट्रिक हुयी , वरना अब तक तो सिर्फ एक , और हफ्ते भर पहले तो खाता भी नहीं खुला था , एकदम सील बंद ,..."
रीनू भी , ... मुझे हड़काने लगी फिर गुड्डी को समझाया ,
"अरे कोमलिया ये तो बहुत बुरी बात है , ननद ने बिना इंटरकोर्स के इंटर का कोर्स पूरा कर लिया , चल ननद रानी कोई बात नहीं , अगले महीने भर में , तेरी भाभी का आशीर्वाद है , ... सेंचुरी पूरी हो जाएगी , आगे भी और पीछे ,...
गुड्डी की सच में मैथ्स बहुत तेज थी , तुरंत बिना कैलकुलेटर के जोड़ लिया , बोली ,
"महीने में सौ मतलब रोज अगर ३१ का महीना हो तो 3. २२५८ और अगर ३० का महीना हो 3. ३३ , .... उफ़ वो पांच दिन वाली छुट्टी तो मैंने जोड़ी नहीं , वो माइनस कर लूँ तो ,... चार बार रोज ,... "
उसका चेहरा सोच कर ही चमक रहा था।
" तेरी फुद्दी मारुं ,स्साली , तेरी मैथ तेरी गांड में , ... अरे छिनार , १०० बार की कौन बात कर रहा है , १०० तगड़े जब्बर मरद आगे और १०० मरद पीछे , अब एक कोई मर्द तेरी ऐसी मस्त लौंडिया को एक बार में थोड़ी छोड़ देगा ... तो तेरे हिसाब से चार चार मर्द रोज ,....तो अब गारी वाली बात हो गयी न पूरी " रीनू बोली
ताकि आपको भी अपने दोनों जीजू का मजा मिल सके...एकदम सही कहा आपने
दस बार तो फोन कर के कहा था न छूऊँगी न छूने दूंगी,
दोनों जीजा, अजय और कमल के वो पास नहीं फटकेगी और मेरे वाले को, मुझे छूने नहीं देगी,
हाँ गुड्डी की बात अलग है वो तो ननद है।
गुड्डी तो गिन गिने के...आगे आगे देखिये होता है क्या
ये तो गुड्डी पे है गेम के क्या रूल तय करती हैं
और खान की खुदाई से जो निकलेगा वो....आपने कहने के लिए कुछ छोड़ा नहीं
एकदम रस की खान है इनकी साली
और खान है तो खुदाई होगी ही, आगे सुधी पाठक स्वयं समझ सकते हैं।
पिछली बारी से हीं तडप रहे थे दोनों जीजू साली...खजाने की चाभी तो इन्ही के पास थीं, जीजा साली के ताले में ताली न लगाएगा तो कौन लगाएगा।
जिसका खिलाड़ी हो वो तो और हर्षाता हैऔर साथ साथ देखने वालों को भी मजा आता है और जिसका खिलाड़ी हो वो तो और हर्षाता है