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अपडेट पोस्टेड - एक मेगा अपडेट, जोरू का गुलाम - भाग २३९ -बंबई -बुधवार - वॉर -२ पृष्ठ १४५६
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Halal krne se phle bakre ko khub khilaya pilaya jata he.. ohh sorry bakri ko'एन' फॉर नगमा
" अरे दीदी उतार दीजिये , इसको अभी धुलने को डाल देती हूँ वरना इसका दाग बहुत तगड़ा होता है , छूटेगा नहीं। "
और जब तक वो सम्हलें साडी का आँचल मेरे हाथ में , और उनका हाथ ,उनके देवर के हाथ में।
" हाँ भाभी सही तो कह रही है , जिसने गिराया वही धुले ,जिसकी गलती वही भुगते ,धुलने दीजिये इसको। "
कस के अपनी भाभी की कलाई पकडे वो बोले।
बिचारी लाख उन्होंने रोकने की कोशिश की पर आराम से उनके पेटीकोट में फंसी साडी मैंने धीरे धीरे निकाली ,आखिर उनके हाथ तो मेरे साजन की पकड़ में थे।
और साडी ले जाकर वाशिंग मशीन में डाल दी।
मैंने इनकी कम्पनी के साइबर सिक्योरटी वाले को उस ' मिस्ट्री गर्ल' एन का पता लगाने के लिए बोला था और जिन नम्बरों से जेठानी के बड़े और छोटे फोन पे व्हाट्सऐप और टेक्स्ट मेसेज आये थे वो नंबर भेजे थे, मिसेज मोइत्रा की चमचियों की ऐसी की तैसी कराने में बहुत रोल था उसका और मैंने ही उसे इत्ता बड़ा काम दिलवाया था, मिसेज खन्ना से कह के तो, उसके बहुत से कन्नेक्शन थे , मोबाइल कंपनियों से लेकर हैकर्स तक से,...
मेरे मन में,... कौन है स्साली छिनार, क्या खतरनाक प्लानिंग बनायी थी उसने गुड्डी को लेकर, ... शैतान की चरखी की तरह उसका दिमाग चलता है , वो तो दिया ने बहाना बना के जेठानी का फोन पार कर के सारे उसके व्हाट्सएप मुझे फारवर्ड कर दिए और छोटे फोन को चुपके से मुझे पकड़ा दिया,
जैसे ही मैंने जेठानी की साड़ी वाशिंग मशीन में डाली , मेरे फोन पे व्हाट्सऐप वाली टिंग हुयी,
उसी का था साइबर सिक्योरिटी वाले का, लंबा मेसेज था,
पहली बात तो ये थी की वो ' एन ' बहुत ही चतुर चालाक थी, उन दोनों नम्बरों से जिससे जेठानी के फोन पे मेसेज, टेक्स्ट आये थे, वहां तक तो वो पहुँच गया , लोकेशन, टावर सब मिल गए, ... लेकिन उन दोनों नंबरों से जेठानी के उन दोनों नम्बरों से कॉन्टैक्ट करने के अलावा किसी और से कोई कांटेक्ट नहीं किया गया,... मतलब जो उसकी कोशिश होती की उन नंबरों के जरिये बाकी उस के घरवाले , दोस्त यार सब का पता लग जाता किससे किससे बात हुयी है ये पता कर के तो ये भी नहीं हुआ,...
दूसरी बात भेजने वाली वी पी एन का इस्तेमाल करती है , वो तो साइबर सिक्योरिटी वाले की इनसे उनसे जान पहचान है तो,... लेकिन जो पता चल गया वो ये था की सिम बेचने वाले से सिम खरीदने वाली का डिटेल, ... और १०० बात की एक बात,...
उस लड़की का नाम नगमा है , उमर २६ साल, गाँव क्या एक कस्बा सा है वहीँ ,... उसके पिता एक बड़े मुस्लिम जमींदार थे , खूब रसूख वाले,... अब नहीं हैं , कोई नहीं है , सिर्फ वही लड़की, और घर के पास ही एक लड़कियों का हाईस्कूल है, उस के खानदान का ही, उसी में बायोलॉजी पढ़ाती है,
उसकी फोटो और आधार नंबर भी मिल गया है और अब वो फेस रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी इस्तेमाल कर के सुबह तक उसके बारे में, ... उसके बाकी के सिम , उनमे से किस सिम का इस्तेमाल वो बैंकिंग, सरकारी कामों और चीजों के लिए करती है,... और फिर अभी कहाँ है आना जाना उसके बाकी यार दोस्त , लेकिन कल सुबह नौ दस बजे तक,... मैंने थैंक्स वाली स्माइली भेज कर मेसेज डिलीट कर दिया
और एक बार मैंने फिर ध्यान से फोटो देखी,
नगमा, चीज़ तो मस्त है, बस अगर एक बार पकड़ में आ जाए न तो वो जो गुड्डी के लिए प्लान कर रही उसका दस गुना सूद ब्याज समेत,...
और जो मैं वहां पहुंची तो देवर जेठानी एकदम चिपका चिपकी, मेरे उन दोनों के अकेले छोड़ने का मतलब भी वही था , और जेठानी लग भी एकदम,
सिर्फ ब्लाउज पेटीकोट में
और ब्लाउज भी बस बित्ते भर वाला, खूब लो कट, दोनों कबूतर उड़ने को तैयार, और थे भी उनके खूब गदराये, और उन्होंने खुद ही हमको और अपनी ननदों को बताया था , डी नहीं , डबल डी, ३६ डी डी. और अपनी भाभी के बड़े बड़े मसलने लायक जुबना को देखकर उनका मोटू भी खूब बड़ा हो गया था, एकदम तना ,
लेकिन आज जेठानी का मूड थोड़ा सेक्सी हो रहा था ,वाइन का असर था या देवर के टनटनाये खूंटे का पता नहीं , पर मेरे पहुंचते ही उन्होंने मुझे चिढ़ाया कही तेरे साडी पे गिर जाय तो
और निष्पक्ष थर्ड अम्पायर की तरह मेरे पति ने अब अपनी भाभी का साथ दिया , चुपचाप अब की मैंने अपनी कलाई पकड़वा ली और साड़ी उतारने का काम जेठानी ने किया।और अब मैं सिर्फ ब्लाउज पेटीकोट में हो गयी थी, लेकिन बात ठीक भी थी, कपडे सिर्फ जेठानी के थोड़े उतरने थे, मेरे भी उतरने थे और जेठानी के देवर के भी उतरने थे,...
अब वो कैसे बचते , हम दोनों ब्लाउज पेटीकोट में आ गए थे और वो अभी भी टी और शार्ट में थे।
अब मैं और जेठानी मिल गए और वो सिर्फ शार्ट में रह गए।
खाना फिर चालू हुआ और और मैं और उन्होंने मिल के ऑलमोस्ट ठूंस ठूंस के जेठानी जी को खिलाया ,
मैंने तो ये भी कहा की अगर आपकी भाभी ऊपर वाले मुंह से नहीं खा रहीं तो नीचे वाले मुंह से खिलाओ न ,जाएगा तो पेट में ही न।
हाँ स्वीट डिश वेजिटेरियन थी ,बखीर ,गुड़ से बनी खीर जिसकी तासीर बहुत गरम होती है और गौने की रात जबरदस्ती कटोरा भर अपनी नयी नयी भौजाई को खिलाती हैं , जिससे वो खुद अपने पेटीकोट का नाडा खोल दे।
उन्होंने उसका सवा गुना ज्यादा अपनी भौजाई को खिलाया था , और सबसे बढ़ कर उनकी भौजी की छुट्टी आज ही ख़तम हुयी थी , और उस दिन तो सब जानते है बिचारी औरतों की चुनमुनिया में कैसे चींटे काटते हैं बड़े बड़े।
ऊपर से उनके देवर का मोटा टनटनाया खूंटा ,शार्ट फाड़ता अपनी भौजी को ललचा रहा था।
लास्ट डिश सरप्राईज स्वीट डिश थी जो मुझे भी नहीं मालूम थी पर वो बेड रूम में सर्व होनी थी ,
जोरू का गुलाम भाग १२
बर्थडे या री -बर्थ ,
एक नया जीवन , नया अंदाज़
और वो बेडरूम में आ गए।
एक काली साटन की बड़ी सी बेडशीट डबल बेड पर बिछी हुयी थी।
कई बड़ी ऐरोमैटिक कैंडल हलकी हलकी जल रही थी।
वो किंग साइज़ ड्रेसिंग टेबल के मिरर के सामने खड़े हो गए और अपना रिफ्लेक्शन देखने लगे।
वहां एक और इंस्ट्रक्शन शीट लगी थी।
गो स्ट्रेट टू बेड ऐंड लाइ डाउन।
यूज द हैंडकफ , हैंगिंग विद बेड पोस्ट्स एंड टाई योर राइट हैण्ड।
वेट फॉर मी।
और नीचे सिग्नेचर की जगह मेरे होंठों के निशान थे पिंक लिपस्टिक में।
वह इन्तजार करते रहे ,
आधे घंटे बाद मैं आई ,
………………………………….
ब्लैक विनाइल कॉर्सेट , पुशिंग आउट माई फर्म एंड वेरी हार्ड बूब्स ,
लांग ब्लैक बूट्स विद 3. 5 इंच हील्स कवरिंग आलमोस्ट अप टू नीज़ ,
फिशिंग नेट ब्लैक स्टॉकिंग,
लांग जेट ब्लैक हेयर टाइड इन अ पोनीटेल ,
डार्क कोल फिल्ड पियर्सिंग आईज एंड विद अ लॉन्ग व्हिप इन माई हैण्ड।
मैंने जरा सा कोड़े को झटका दिया और उनकी आँखों में एक मजे और डर की मिली जुली लहर दौड़ गयी।
बो , मैं एक डॉमीनेटरिक्स की तरह गरजी।
वो सहम कर एकदम झुक गए।
किस ,
मैंने अपने चमकते जूते आगे बढाए।
और तुरंत झुक कर उन्होंने जूते चूम लिए।
लिक इट क्लीन ,
मैंने फिर बोला।
और वह चालू हो गए।
रिमूव माई शूज ,
और उन्होंने दोनों जूते उतार दिए। [
अब मैंने अपना पैर पलंग पर रख दिया।
उनका दायां हाथ पलंग से बंधा हुआ था और कुछ भी करना मुश्किल था।
कमरे में हलकी हलकी मखमली रौशनी थी , बस कुछ कैंडल्स की जो पलंग से कुछ दूर थे।
मैंने अपना कॉर्सट उतार दिया और अब मेरे भरे उरोज कसी कसी ब्रा में छलक रहे थे।
मेरे एक इशारे पे उन्होंने मेरी स्टॉकिंग उतार दी।
अब मैं सिर्फ ब्रा और थांग में थी।
और अब अगला अध्याय शुरू हो गया।
मैंने एक स्विच दबाया और रोशनी का एक गोला , सिर्फ वहीँ जहाँ मैं खड़ी थी , बिस्तर से कुछ दूर ,
साथ ही हलका हलका इरोटिक म्यूजिक भी शुरू हो गया।
और मैं बहुत नशीले ढंग से हलके हलके ,
वो सिर्फ पेरी पीठ , मेरा पिछवाड़ा देख सकते थे।
मेरी लम्बी उंगलिया , मेरी पीठ पे टहल रही थीं और ब्रा के हुक को खोलने की कोशिश कर रही थीं।
वो एक टक मुझे देख रहे थे।
मेरी उँगलियाँ ब्रा के हुक से खेल रही थीं ,
लेकिन अचानक ब्रा के हुक को छोड़कर मेरे गदराये भरे भरे नितम्बो को वो सहलाने लगीं।
एक्स्पोजिंग माई पर्ट ,फर्म रियर ,
मैं उनकी ओर मुड़ी और , अपनी बड़ी बड़ी आँखों को झपकाया
और स्कारलेट रेड नाखूनों
से थांग को थोड़ा सरकाया।
" डू यूं वांटHoootttttt n erotic updateजोरू का गुलाम भाग १२
बर्थडे या री -बर्थ ,
एक नया जीवन , नया अंदाज़
और वो बेडरूम में आ गए।
एक काली साटन की बड़ी सी बेडशीट डबल बेड पर बिछी हुयी थी।
कई बड़ी ऐरोमैटिक कैंडल हलकी हलकी जल रही थी।
वो किंग साइज़ ड्रेसिंग टेबल के मिरर के सामने खड़े हो गए और अपना रिफ्लेक्शन देखने लगे।
वहां एक और इंस्ट्रक्शन शीट लगी थी।
गो स्ट्रेट टू बेड ऐंड लाइ डाउन।
यूज द हैंडकफ , हैंगिंग विद बेड पोस्ट्स एंड टाई योर राइट हैण्ड।
वेट फॉर मी।
और नीचे सिग्नेचर की जगह मेरे होंठों के निशान थे पिंक लिपस्टिक में।
वह इन्तजार करते रहे ,
आधे घंटे बाद मैं आई ,
………………………………….
ब्लैक विनाइल कॉर्सेट , पुशिंग आउट माई फर्म एंड वेरी हार्ड बूब्स ,
लांग ब्लैक बूट्स विद 3. 5 इंच हील्स कवरिंग आलमोस्ट अप टू नीज़ ,
फिशिंग नेट ब्लैक स्टॉकिंग,
लांग जेट ब्लैक हेयर टाइड इन अ पोनीटेल ,
डार्क कोल फिल्ड पियर्सिंग आईज एंड विद अ लॉन्ग व्हिप इन माई हैण्ड।
मैंने जरा सा कोड़े को झटका दिया और उनकी आँखों में एक मजे और डर की मिली जुली लहर दौड़ गयी।
बो , मैं एक डॉमीनेटरिक्स की तरह गरजी।
वो सहम कर एकदम झुक गए।
किस ,
मैंने अपने चमकते जूते आगे बढाए।
और तुरंत झुक कर उन्होंने जूते चूम लिए।
लिक इट क्लीन ,
मैंने फिर बोला।
और वह चालू हो गए।
रिमूव माई शूज ,
और उन्होंने दोनों जूते उतार दिए। [
अब मैंने अपना पैर पलंग पर रख दिया।
उनका दायां हाथ पलंग से बंधा हुआ था और कुछ भी करना मुश्किल था।
कमरे में हलकी हलकी मखमली रौशनी थी , बस कुछ कैंडल्स की जो पलंग से कुछ दूर थे।
मैंने अपना कॉर्सट उतार दिया और अब मेरे भरे उरोज कसी कसी ब्रा में छलक रहे थे।
मेरे एक इशारे पे उन्होंने मेरी स्टॉकिंग उतार दी।
अब मैं सिर्फ ब्रा और थांग में थी।
और अब अगला अध्याय शुरू हो गया।
मैंने एक स्विच दबाया और रोशनी का एक गोला , सिर्फ वहीँ जहाँ मैं खड़ी थी , बिस्तर से कुछ दूर ,
साथ ही हलका हलका इरोटिक म्यूजिक भी शुरू हो गया।
और मैं बहुत नशीले ढंग से हलके हलके ,
वो सिर्फ पेरी पीठ , मेरा पिछवाड़ा देख सकते थे।
मेरी लम्बी उंगलिया , मेरी पीठ पे टहल रही थीं और ब्रा के हुक को खोलने की कोशिश कर रही थीं।
वो एक टक मुझे देख रहे थे।
मेरी उँगलियाँ ब्रा के हुक से खेल रही थीं ,
लेकिन अचानक ब्रा के हुक को छोड़कर मेरे गदराये भरे भरे नितम्बो को वो सहलाने लगीं।
एक्स्पोजिंग माई पर्ट ,फर्म रियर ,
मैं उनकी ओर मुड़ी और , अपनी बड़ी बड़ी आँखों को झपकाया
और स्कारलेट रेड नाखूनों
से थांग को थोड़ा सरकाया।
" डू यूं वांट इट बेबी। "
शिकारी का शिकार, कोमल के द्वारा हार्ड मज़ा।।'एन' फॉर नगमा
" अरे दीदी उतार दीजिये , इसको अभी धुलने को डाल देती हूँ वरना इसका दाग बहुत तगड़ा होता है , छूटेगा नहीं। "
और जब तक वो सम्हलें साडी का आँचल मेरे हाथ में , और उनका हाथ ,उनके देवर के हाथ में।
" हाँ भाभी सही तो कह रही है , जिसने गिराया वही धुले ,जिसकी गलती वही भुगते ,धुलने दीजिये इसको। "
कस के अपनी भाभी की कलाई पकडे वो बोले।
बिचारी लाख उन्होंने रोकने की कोशिश की पर आराम से उनके पेटीकोट में फंसी साडी मैंने धीरे धीरे निकाली ,आखिर उनके हाथ तो मेरे साजन की पकड़ में थे।
और साडी ले जाकर वाशिंग मशीन में डाल दी।
मैंने इनकी कम्पनी के साइबर सिक्योरटी वाले को उस ' मिस्ट्री गर्ल' एन का पता लगाने के लिए बोला था और जिन नम्बरों से जेठानी के बड़े और छोटे फोन पे व्हाट्सऐप और टेक्स्ट मेसेज आये थे वो नंबर भेजे थे, मिसेज मोइत्रा की चमचियों की ऐसी की तैसी कराने में बहुत रोल था उसका और मैंने ही उसे इत्ता बड़ा काम दिलवाया था, मिसेज खन्ना से कह के तो, उसके बहुत से कन्नेक्शन थे , मोबाइल कंपनियों से लेकर हैकर्स तक से,...
मेरे मन में,... कौन है स्साली छिनार, क्या खतरनाक प्लानिंग बनायी थी उसने गुड्डी को लेकर, ... शैतान की चरखी की तरह उसका दिमाग चलता है , वो तो दिया ने बहाना बना के जेठानी का फोन पार कर के सारे उसके व्हाट्सएप मुझे फारवर्ड कर दिए और छोटे फोन को चुपके से मुझे पकड़ा दिया,
जैसे ही मैंने जेठानी की साड़ी वाशिंग मशीन में डाली , मेरे फोन पे व्हाट्सऐप वाली टिंग हुयी,
उसी का था साइबर सिक्योरिटी वाले का, लंबा मेसेज था,
पहली बात तो ये थी की वो ' एन ' बहुत ही चतुर चालाक थी, उन दोनों नम्बरों से जिससे जेठानी के फोन पे मेसेज, टेक्स्ट आये थे, वहां तक तो वो पहुँच गया , लोकेशन, टावर सब मिल गए, ... लेकिन उन दोनों नंबरों से जेठानी के उन दोनों नम्बरों से कॉन्टैक्ट करने के अलावा किसी और से कोई कांटेक्ट नहीं किया गया,... मतलब जो उसकी कोशिश होती की उन नंबरों के जरिये बाकी उस के घरवाले , दोस्त यार सब का पता लग जाता किससे किससे बात हुयी है ये पता कर के तो ये भी नहीं हुआ,...
दूसरी बात भेजने वाली वी पी एन का इस्तेमाल करती है , वो तो साइबर सिक्योरिटी वाले की इनसे उनसे जान पहचान है तो,... लेकिन जो पता चल गया वो ये था की सिम बेचने वाले से सिम खरीदने वाली का डिटेल, ... और १०० बात की एक बात,...
उस लड़की का नाम नगमा है , उमर २६ साल, गाँव क्या एक कस्बा सा है वहीँ ,... उसके पिता एक बड़े मुस्लिम जमींदार थे , खूब रसूख वाले,... अब नहीं हैं , कोई नहीं है , सिर्फ वही लड़की, और घर के पास ही एक लड़कियों का हाईस्कूल है, उस के खानदान का ही, उसी में बायोलॉजी पढ़ाती है,
उसकी फोटो और आधार नंबर भी मिल गया है और अब वो फेस रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी इस्तेमाल कर के सुबह तक उसके बारे में, ... उसके बाकी के सिम , उनमे से किस सिम का इस्तेमाल वो बैंकिंग, सरकारी कामों और चीजों के लिए करती है,... और फिर अभी कहाँ है आना जाना उसके बाकी यार दोस्त , लेकिन कल सुबह नौ दस बजे तक,... मैंने थैंक्स वाली स्माइली भेज कर मेसेज डिलीट कर दिया
और एक बार मैंने फिर ध्यान से फोटो देखी,
नगमा, चीज़ तो मस्त है, बस अगर एक बार पकड़ में आ जाए न तो वो जो गुड्डी के लिए प्लान कर रही उसका दस गुना सूद ब्याज समेत,...
और जो मैं वहां पहुंची तो देवर जेठानी एकदम चिपका चिपकी, मेरे उन दोनों के अकेले छोड़ने का मतलब भी वही था , और जेठानी लग भी एकदम,
सिर्फ ब्लाउज पेटीकोट में
और ब्लाउज भी बस बित्ते भर वाला, खूब लो कट, दोनों कबूतर उड़ने को तैयार, और थे भी उनके खूब गदराये, और उन्होंने खुद ही हमको और अपनी ननदों को बताया था , डी नहीं , डबल डी, ३६ डी डी. और अपनी भाभी के बड़े बड़े मसलने लायक जुबना को देखकर उनका मोटू भी खूब बड़ा हो गया था, एकदम तना ,
लेकिन आज जेठानी का मूड थोड़ा सेक्सी हो रहा था ,वाइन का असर था या देवर के टनटनाये खूंटे का पता नहीं , पर मेरे पहुंचते ही उन्होंने मुझे चिढ़ाया कही तेरे साडी पे गिर जाय तो
और निष्पक्ष थर्ड अम्पायर की तरह मेरे पति ने अब अपनी भाभी का साथ दिया , चुपचाप अब की मैंने अपनी कलाई पकड़वा ली और साड़ी उतारने का काम जेठानी ने किया।और अब मैं सिर्फ ब्लाउज पेटीकोट में हो गयी थी, लेकिन बात ठीक भी थी, कपडे सिर्फ जेठानी के थोड़े उतरने थे, मेरे भी उतरने थे और जेठानी के देवर के भी उतरने थे,...
अब वो कैसे बचते , हम दोनों ब्लाउज पेटीकोट में आ गए थे और वो अभी भी टी और शार्ट में थे।
अब मैं और जेठानी मिल गए और वो सिर्फ शार्ट में रह गए।
खाना फिर चालू हुआ और और मैं और उन्होंने मिल के ऑलमोस्ट ठूंस ठूंस के जेठानी जी को खिलाया ,
मैंने तो ये भी कहा की अगर आपकी भाभी ऊपर वाले मुंह से नहीं खा रहीं तो नीचे वाले मुंह से खिलाओ न ,जाएगा तो पेट में ही न।
हाँ स्वीट डिश वेजिटेरियन थी ,बखीर ,गुड़ से बनी खीर
जिसकी तासीर बहुत गरम होती है और गौने की रात जबरदस्ती कटोरा भर अपनी नयी नयी भौजाई को खिलाती हैं , जिससे वो खुद अपने पेटीकोट का नाडा खोल दे।
उन्होंने उसका सवा गुना ज्यादा अपनी भौजाई को खिलाया था , और सबसे बढ़ कर उनकी भौजी की छुट्टी आज ही ख़तम हुयी थी , और उस दिन तो सब जानते है बिचारी औरतों की चुनमुनिया में कैसे चींटे काटते हैं बड़े बड़े।
ऊपर से उनके देवर का मोटा टनटनाया खूंटा ,शार्ट फाड़ता अपनी भौजी को ललचा रहा था।
लास्ट डिश सरप्राईज स्वीट डिश थी जो मुझे भी नहीं मालूम थी पर वो बेड रूम में सर्व होनी थी ,
Nice update'एन' फॉर नगमा
" अरे दीदी उतार दीजिये , इसको अभी धुलने को डाल देती हूँ वरना इसका दाग बहुत तगड़ा होता है , छूटेगा नहीं। "
और जब तक वो सम्हलें साडी का आँचल मेरे हाथ में , और उनका हाथ ,उनके देवर के हाथ में।
" हाँ भाभी सही तो कह रही है , जिसने गिराया वही धुले ,जिसकी गलती वही भुगते ,धुलने दीजिये इसको। "
कस के अपनी भाभी की कलाई पकडे वो बोले।
बिचारी लाख उन्होंने रोकने की कोशिश की पर आराम से उनके पेटीकोट में फंसी साडी मैंने धीरे धीरे निकाली ,आखिर उनके हाथ तो मेरे साजन की पकड़ में थे।
और साडी ले जाकर वाशिंग मशीन में डाल दी।
मैंने इनकी कम्पनी के साइबर सिक्योरटी वाले को उस ' मिस्ट्री गर्ल' एन का पता लगाने के लिए बोला था और जिन नम्बरों से जेठानी के बड़े और छोटे फोन पे व्हाट्सऐप और टेक्स्ट मेसेज आये थे वो नंबर भेजे थे, मिसेज मोइत्रा की चमचियों की ऐसी की तैसी कराने में बहुत रोल था उसका और मैंने ही उसे इत्ता बड़ा काम दिलवाया था, मिसेज खन्ना से कह के तो, उसके बहुत से कन्नेक्शन थे , मोबाइल कंपनियों से लेकर हैकर्स तक से,...
मेरे मन में,... कौन है स्साली छिनार, क्या खतरनाक प्लानिंग बनायी थी उसने गुड्डी को लेकर, ... शैतान की चरखी की तरह उसका दिमाग चलता है , वो तो दिया ने बहाना बना के जेठानी का फोन पार कर के सारे उसके व्हाट्सएप मुझे फारवर्ड कर दिए और छोटे फोन को चुपके से मुझे पकड़ा दिया,
जैसे ही मैंने जेठानी की साड़ी वाशिंग मशीन में डाली , मेरे फोन पे व्हाट्सऐप वाली टिंग हुयी,
उसी का था साइबर सिक्योरिटी वाले का, लंबा मेसेज था,
पहली बात तो ये थी की वो ' एन ' बहुत ही चतुर चालाक थी, उन दोनों नम्बरों से जिससे जेठानी के फोन पे मेसेज, टेक्स्ट आये थे, वहां तक तो वो पहुँच गया , लोकेशन, टावर सब मिल गए, ... लेकिन उन दोनों नंबरों से जेठानी के उन दोनों नम्बरों से कॉन्टैक्ट करने के अलावा किसी और से कोई कांटेक्ट नहीं किया गया,... मतलब जो उसकी कोशिश होती की उन नंबरों के जरिये बाकी उस के घरवाले , दोस्त यार सब का पता लग जाता किससे किससे बात हुयी है ये पता कर के तो ये भी नहीं हुआ,...
दूसरी बात भेजने वाली वी पी एन का इस्तेमाल करती है , वो तो साइबर सिक्योरिटी वाले की इनसे उनसे जान पहचान है तो,... लेकिन जो पता चल गया वो ये था की सिम बेचने वाले से सिम खरीदने वाली का डिटेल, ... और १०० बात की एक बात,...
उस लड़की का नाम नगमा है , उमर २६ साल, गाँव क्या एक कस्बा सा है वहीँ ,... उसके पिता एक बड़े मुस्लिम जमींदार थे , खूब रसूख वाले,... अब नहीं हैं , कोई नहीं है , सिर्फ वही लड़की, और घर के पास ही एक लड़कियों का हाईस्कूल है, उस के खानदान का ही, उसी में बायोलॉजी पढ़ाती है,
उसकी फोटो और आधार नंबर भी मिल गया है और अब वो फेस रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी इस्तेमाल कर के सुबह तक उसके बारे में, ... उसके बाकी के सिम , उनमे से किस सिम का इस्तेमाल वो बैंकिंग, सरकारी कामों और चीजों के लिए करती है,... और फिर अभी कहाँ है आना जाना उसके बाकी यार दोस्त , लेकिन कल सुबह नौ दस बजे तक,... मैंने थैंक्स वाली स्माइली भेज कर मेसेज डिलीट कर दिया
और एक बार मैंने फिर ध्यान से फोटो देखी,
नगमा, चीज़ तो मस्त है, बस अगर एक बार पकड़ में आ जाए न तो वो जो गुड्डी के लिए प्लान कर रही उसका दस गुना सूद ब्याज समेत,...
और जो मैं वहां पहुंची तो देवर जेठानी एकदम चिपका चिपकी, मेरे उन दोनों के अकेले छोड़ने का मतलब भी वही था , और जेठानी लग भी एकदम,
सिर्फ ब्लाउज पेटीकोट में
और ब्लाउज भी बस बित्ते भर वाला, खूब लो कट, दोनों कबूतर उड़ने को तैयार, और थे भी उनके खूब गदराये, और उन्होंने खुद ही हमको और अपनी ननदों को बताया था , डी नहीं , डबल डी, ३६ डी डी. और अपनी भाभी के बड़े बड़े मसलने लायक जुबना को देखकर उनका मोटू भी खूब बड़ा हो गया था, एकदम तना ,
लेकिन आज जेठानी का मूड थोड़ा सेक्सी हो रहा था ,वाइन का असर था या देवर के टनटनाये खूंटे का पता नहीं , पर मेरे पहुंचते ही उन्होंने मुझे चिढ़ाया कही तेरे साडी पे गिर जाय तो
और निष्पक्ष थर्ड अम्पायर की तरह मेरे पति ने अब अपनी भाभी का साथ दिया , चुपचाप अब की मैंने अपनी कलाई पकड़वा ली और साड़ी उतारने का काम जेठानी ने किया।और अब मैं सिर्फ ब्लाउज पेटीकोट में हो गयी थी, लेकिन बात ठीक भी थी, कपडे सिर्फ जेठानी के थोड़े उतरने थे, मेरे भी उतरने थे और जेठानी के देवर के भी उतरने थे,...
अब वो कैसे बचते , हम दोनों ब्लाउज पेटीकोट में आ गए थे और वो अभी भी टी और शार्ट में थे।
अब मैं और जेठानी मिल गए और वो सिर्फ शार्ट में रह गए।
खाना फिर चालू हुआ और और मैं और उन्होंने मिल के ऑलमोस्ट ठूंस ठूंस के जेठानी जी को खिलाया ,
मैंने तो ये भी कहा की अगर आपकी भाभी ऊपर वाले मुंह से नहीं खा रहीं तो नीचे वाले मुंह से खिलाओ न ,जाएगा तो पेट में ही न।
हाँ स्वीट डिश वेजिटेरियन थी ,बखीर ,गुड़ से बनी खीर
जिसकी तासीर बहुत गरम होती है और गौने की रात जबरदस्ती कटोरा भर अपनी नयी नयी भौजाई को खिलाती हैं , जिससे वो खुद अपने पेटीकोट का नाडा खोल दे।
उन्होंने उसका सवा गुना ज्यादा अपनी भौजाई को खिलाया था , और सबसे बढ़ कर उनकी भौजी की छुट्टी आज ही ख़तम हुयी थी , और उस दिन तो सब जानते है बिचारी औरतों की चुनमुनिया में कैसे चींटे काटते हैं बड़े बड़े।
ऊपर से उनके देवर का मोटा टनटनाया खूंटा ,शार्ट फाड़ता अपनी भौजी को ललचा रहा था।
लास्ट डिश सरप्राईज स्वीट डिश थी जो मुझे भी नहीं मालूम थी पर वो बेड रूम में सर्व होनी थी ,
Superb update" डू यूं वांट इट बेबी। "
………………
हालत खराब थी ,बिचारे की। मुश्किल से बोल फूट रहे थे,
" हाँ ,हाँ , प्लीज , दो न "
एकदम बेताब वो
" और क्या करोगे इसके लिए तुम "
मुस्करा कर मैंने पूछा।
" कुछ भी , कुछ भी ,जो तुम कहोगी , प्लीज ,"
बिचारे बेसबरे हो रहे थे।
"पक्का ,… "
मैंने फिर पूछा ,और अब मैं उनके चेहरे के पास झुकी हुयी थी।
मेरी लम्बी लम्बी उंगलिया , मेरी लेसी ब्रा के ऊपर फिसल रही थीं ,
ब्रा सेआधे निकले मेरे गोरे गोरे ,गदराये उभारों को और उचका रहीं थी ,दबा रही थीं।
" हाँ ,हाँ कुछ भी ,कुछ भी। "
उन की आवाज अब अटक रही थी , थूक गटक के उन्होंने बोला।
" ओके लेट मी आस्क , विल यू फक योर माल , लोगे उसकी "
मैंने रेशमी ,लरजती आवाज में बहुत हलके से पूछा।
:" हाँ हाँ , एकदम "
" मुन्ना ,तू उसे चोदना चाहते हो ना , बताओ न मुझे "
मैंने एकदम उनके चेहरे के पास जा के बोला और साथ ही मेरी ब्रा एक झटके से खुल गयी ,
सीधे उनके चेहरे पे।
लेकिन मेरे जोबन अभी भी मेरी दोनों हाथों की उँगलियों के परदे के पीछे छिपे थे।
" हाँ ,हाँ चोदना चाहता हूँ , चोदूंगा उसे "
उन्होंने कबूल कर लिया।
मेरा एक पैर भी अब पलंग पे था और मैं उन के ऊपर झुकी थी।
" तो तू बहनचोद बनेगा न , चल बना दूंगी बहनचोद तुझे "
और अब मेरे उरोज एक दम अनावृत्त हो गए।
मेरा एक हाथ उनके बाल सहला रहा था ,
दूसरा उनके गोरे नमकीन चेहरे को केयरेस कर रहा था।
और मैंने तर्जनी का लम्बा नाख़ून उनकेमालपूये ऐसे गाल में धंसा दिया।
जोश के मारे उनकी हालत खराब थी , मैंने कनखियों से देखा , खूंटा एकदम खड़ा था , पूरा तन्नाया , टनाटन।
लेकिन अभी उसे आज बहुत वेटकरना था।
" बहनचोद मौके पे पीछे मत हटना , "
मैंने इस बार अपने गुलाबी रसीले होंठ , आलमोस्ट उनके होंठ के पास ले जा के बोला।
वो बेचैन हो रहे थे ,लेकिन एक हाथ बंधा था इसलिए फंसे बंधे , उठना असंभव था।
" नही , नहीं , "
और अब उनकी आँखे मेरी गोरी गोरी फैली जाँघों के बीच चिपकी थी , जहाँ मेरी दो उंगलिया मेरे रेड थांग के ऊपर से रगड़ रही थीं।
अगले ही पल थांग खुल कर सीधे उनके 'खूंटे ' पे मैंने उछाल दिया ,
हैप्पी बर्थडे
Mast updateहैप्पी बर्थडे
हैप्पी बर्थडे
और मैं उनके ऊपर ,
………………………….
मैं उन्हें चूम रही थी , उनके गालों , होंठों ,चेहरे के ऊपर अपने होंठ रगड़ रही थी कचकचा कर ,
और मेरे भारी भारी उरोज उनके सीने पे हलके सहला रहे थे ,
उन्होंने एक हाथ से मुझे पकड़ने की कोशिश की , लेकिन मैं थोड़ा ऊपर हट गयी।
उनकी आँखों में झाँक कर मैंने देखा और कड़ी आवाज में उन्हें मना कर दिया ,
"नो ,बर्थडे ब्वॉय विल ओनली फॉलो आर्डर्स ,अंडरस्टैंड। "
और तुरंत सहम कर उन्होंने हाथ पलंग पर कर लिया।
साइड टेबल पर रखी एक प्लेट मैंने खोली , उसमे एक खूब लम्बा ,मोटा ,कड़ा केला और अंगूर के गुच्छे रखे थे।
केला मैंने उठा के उन्हें दिखाते हुए अपने कड़े कड़े ,कंचे ऐसे साइज के निप्स पे पहले तो हलके से दबाया ,
फिर अपनी चूंचियों के चारो ओर हलके हलके सहलाया।
और उसके बाद अपने दोनों जोबन के बीच उसे दबा के ,
अपने दोनों हाथों से उरोजों को उसके ऊपर मसल रही थी जैसे जोर जोर से उसे टिट फक कर रही होऊं ,
और साथ में , सिसकियों की ,मस्ती की आवाज , मेरी आँखे आधी बंद थी।
आई वाज मोनिंग इन ज्वाय
एंड सो वाज ही ,…
इन फ्रस्ट्रेशन एंड अराउजल।
और वहाँ से थोड़ी देर में ,
वो मेरे निचले लव लिप्स पे , केयरेस कर रही थी , अपने भगोष्ठों को रगड़ रही थी सिसकियाँ भर रही थी
फिर उन्हें दिखाते हुए गोल गोल , उसके टिप को अंदर घुसाना शुरू कर दिया।
मस्ती के मारे उनकी हालत ख़राब थी , लेकिन हैंडकफ से बंधे होने से।
दो इंच अंदर घुस गया था , फिर मैंने अपनी कलाई की ताकत से उसे अंदर ठेलना शुरु कर दिया ,
मैं कभी सिसकती , कभी चीखती , लेकिन मेरा पूरा ध्यान मेरी प्रेम गली में घुसते केले पे था , और उनकी निगाहें भी वहीँ चिपकी थीं।
कुछ देर में छ इंच अंदर था।
लेकिन अभी भी काफी बाहर था। मैंने उसे गोल गोल घुमाना शुरू कर दिया और वह पूरी तरह मेरे रस में भीग गया।
और फिर एक झटके में निकाल के सीधे उनके होंठों पे ,
मेरे कहे बिना उन्होंने मुंह खोल दिया और धीमे धीमे सारा , गड़प।
और अब अंगूर की बारी थी।
जैसे कोई हूर सीधे अरेबियन नाइट्स के पन्नों से बाहर उतर आई हो ,
अंगूर के गुच्छे सीधे मेरे उरोजों से सटे ,मेरे निपल्स से अठखेलियां खेलते ,
और जब वो निपल की तलाश में होंठ खोलते ,जीभ बढ़ाते ,
तो वो मेरे निचले होंठों के बीच
और मेरे निचले होंठों को सहलाने दुलराने के बाद , उसके अंदर से निकल कर वही अंगूर उनके होंठों के बीच
( और बाकी फलों की तरह अंगूर भी उनके नो नो लिस्ट में था )
कभी मैं अपने निप्स को सहलाती , कभी अपने कड़े , खड़े तन्नाए निप्स को उंगलियों से फ्लिक करती और वो बेचारा बौराया , मेरे जोबन का दीवाना
कई बार तड़पाने ,तरसाने के बाद आखीर बर्थडे ब्वॉय को मैंने निपल दे ही दिया ,
और बेसबरा वो , जोर जोर चूसने लगा।
जब वो रसीले निप्स में बिजी थे,
मैंने पलंग पर पड़े अपनी ब्रा और थांग उठाया , और सीधे जबरदस्त ब्लाइंड फोल्ड ,
उनकी आँखे बंद।
एक हाथ पहले ही हैंडकफ से बंधा था और
अब ब्लाइंड फोल्ड भी,…