• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Erotica फागुन के दिन चार

komaalrani

Well-Known Member
21,627
54,798
259
  • Like
Reactions: Sutradhar

komaalrani

Well-Known Member
21,627
54,798
259
और गुड्डी का पेपर आज रात में हीं सॉल्व करेंगे ...
अपना कलम चला कर....
देखिये गुड्डी नंबर कितना देती है
 

komaalrani

Well-Known Member
21,627
54,798
259
Page 10 tak ki kahani badhiya aur romanchak hai.
swagat hai aapka,

aapko aage bhi kahani badhiya lagegi aur romancahk bhi bas isi tarah apne comment se himmat baddhaate rahiyegaa
 
  • Like
Reactions: SANJU ( V. R. )

komaalrani

Well-Known Member
21,627
54,798
259
इतनी जल्दी...
अभी तो बहुत कुछ बचा है...
या बाद के लिए बचा कर रखा है...
आगे आगे देखिये कुछ नया कुछ पुराना
 
  • Like
Reactions: SANJU ( V. R. )
10,014
41,896
258
आनंद की गुड्डी को देखकर मुझे अपनी गुड्डी की याद आ जाती है । उसकी चंचलता , उसकी नाॅन स्टाप बक - बक , उसका मसखरापन , उसका दिल्लगीपन जैसे एक बार फिर से मेरे यादों के झरोखे से बाहर आ गई हो ।
सच कहूं तो यह गुड्डी , बिल्कुल मेरी गुड्डी - जो सरगम फिल्म के जया प्रदा जी की तरह दिखती थी - लग रही है ।
फर्क इतना है कि मेरी प्रेम कहानी के प्रारब्ध मे वियोग लिखा था और इनके प्रेम कहानी का अंजाम संयोग है ।

गुड्डी का बार बार आनंद पर हक जमाना उसके विश्वास को परिभाषित करता है कि वो सिर्फ आनंद के लिए बनी है ।

आनंद का गुड्डी के साथ बनारस के तंग गलियों मे विचरण करना , इन गलियों मे स्थित शैयद चच्चू का छोटा मकान , अस्मा और उसकी भाभी नूर , इन गलियों से लगे बंगाली टोला , लक्सा माॅल , प्राची सिनेमाघर एवं इस इलाके की रौनक और अपनापन मुझे भयभीत करने पर मजबूर कर रहा है कि फ्यूचर मे होने वाले बम ब्लास्ट का टार्गेट यही क्षेत्र न हो !
शायद यह रौनक आने वाले कल की तबाही न हो !

इस कहानी मे एक किरदार वगैर अपनी उपस्थिति के , वगैर एक सीन्स के रीडर्स के लिए सबसे बड़ी हिरोइन बन गई । वह हिरोइन है रंजीता उर्फ गुड्डी ।
बहुत ही खूबसूरत अपडेट कोमल जी ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट ।
 
Top