दोस्तो.. मे बीच बीचमे जरुरतके मुताबीक पात्रोका परीचय करवाता हु.. फीरभी कुछ पाठकोका आग्रह हेकी मे अेक बार फीर सभी पात्रोका परीचय करवादु.. ताकी उनको कहानी समजनेमे आसानी लगे.. तो मे दो तीन हिस्सोमे पात्रोका परीचय डाल रहा हु..
किशन/देवायतका परीवार
किशन : जो बहुत ही रंगीन मीजाजका था.. उनकी जवानीमे गांवमे उनका कइ ओरतो ओर लडकीओसे फीजीकल रीलेशन था.. वो गांवकी विरासतका राजा था.. आधेसे ज्यादा गांवकी खेती जमीन उन्हीके पास हे.. ओर बहुत बडा धानका बीजनेस भी हे.. बहुत बडी हवेलीका मालीक हे.. उनके खानदानमे अेक श्रापकी वजहसे पीछली कइ पीढीयोसे अेक ही लडका पैदा होता था.. जो इस श्रापका नीवार किशन ने कर दीया.. तो अब किशनकी तीन संतान हे.. जो दो बडे लडके.. ओर अेक लडकी हे.. उनके परीवारमे पीछली तीन पीढीसे सभी लडके अपनी बहेनसे ही सादी करते आये हे.. उनके खानदानमे कीतनी भी सादीया करलो.. कोइ पुछने वाला नही.. लेकीन श्रापकी वजहसे सब अेकही सादी करते थे..
विमला : किशनकी बीवी ओर उनकी छोटी बहेन.. जो नीहायती खुबसुरत थी.. जो वो भी किशनकी तराह चुदवानेकी सौकीन थी.. लेकीन उसने बहारके मर्दके साथ कभी रीलेशन नही रखा.. वो सीर्फ अपने भाइसे ही चुदवाती थी.. ओर उनसेही तीन बच्चे पैदा करलीये..
देवायत : किशन ओर विमलाका बडा लडका.. जो अब किशनके बाद उनकी सारी विरासत सम्हालता हे.. तो वो भी अपने पीताकी तराह रंगीन मीजाजका हे.. उनका भी कइ ओरते ओर लडकीओसे रीस्ता हे.. कायदेसे तीन बीवीके अलावा इनकी कइ सीक्रेट बीवीया हे.. जो सभी बीवीओमे आधी तो उनकी सगी ओर नाजायज बहेने हे.. जो आपको कहानीमे पता चल जायेगा..
मंजुला : कहेनेको तो किशनके दोस्त राजीवकी ओर नीर्मलाकी लडकी हे.. लेकीन हकीकतमे उनकी मां नीर्मला ओर अपने ससुर किशनकी लडकी हे.. जो इस नाते देवायतकी नाजायज बहेन हे.. देवायसे आंख मील गइ ओर उनसे प्यार कर बेठी.. बादमे उन दोनोके पीताजीने दोनोकी सादी करदी.. बहुतही सरल स्वभाव हसमुख ओर खुले विचारोकी थी.. देवायतसे जीजान से प्यार कती हे.. ओर हर रात दोनोकी सुहागरात होती हे.. देवायत उनकी देर रात तक चुदाइ करता रहेता हे.. ओर नतीजा ये हुआकी उनको अेक लडका (विजय) हुआ.. ओर बडेही लाड प्यारसे अपने देवर ओर ननंदका खयाल रखती हे.. यही मंजुला हे जो उनको आश्रमसे बाबाके पाससे बहुत सारी शक्तिया मीली हे..
लखन : किशन ओर विमलाका दुसरा लडका.. जो अपने बेडे भाइके साथ घरकी खेतीबाडी ओर धानका बीजनेस देखता हे.. वो भी अपने पीता ओर बडे भाइकी तराह रंगीन मीजाजका हे.. उनका भी कइ ओरते ओर लडकीओसे रीस्ता हे.. कायदेसे अेक बीवीके अलावा इनकी दो सीक्रेट बीवीया हे.. ओर कइ लडकीओसे उनके अवैध रीस्ते हे.. उनको अपनी छोटी बहेन के प्रती बहुत ही लगाव हे.. ओर मनही मन उनको चाहता हे.. आगे लखनके साथ बहुत कुछ होगा.. जो आपको कहानीमे पता चल जायेगा..
लता : लखनकी बीवी जो देवायतके कहेनेपे लखनसे सादी करदी गइ.. लेकीन लता देवायतको चाहती थी.. ओर देवायतके साथ रेह सके इसके लीये लखनसे सादी करली.. बहुतही खुबसुरत लंबी हाइट चुतड तक बाल.. सरीर थोडा भरावदार बहुतही चंचल ओर बहुत ही कामी लडकी.. जो उनकी सादीसे पहेले ही वो देवायतसे चुदवाना चाहती थी.. जो अगे कहानीमे पता चल जायेगा..
पूनम : किशन ओर विमलाकी सबसे छोटी लडकी.. देवायत ओर लखनसे सबसे छोटी बहेन.. नीहायती खुबसुरत तीखे नैन नक्स लंबे घुटनो तक बाल.. अेक दम गोरी.. कमर पतली.. मानो कोइ अप्सरा हो.. उनको देखकर कीसीकी भी नीयत खराब होजाये.. लखनके जन्मके तीन साल बाद पैदा हुइ.. बहुतही चंचल स्वभाव ओर मस्तीखोर थी.. पढाइ लीखाइमे बहुतही होशीयार.. बहुत ही कामी लडकी.. जो अपने बडे भैया देवायतसे बहुत प्यार करती हे.. ओर उनकी सादी दुसरे लडकेके साथ होनेके बावजुद अपने भाइ देवायतकी सीक्रेट बीवी हे.. ओर उनकी सादीसे पहेले ही अपने बडे भाइ देवायतका बच्चा अपने उदरमे पाल रही हे.. ओर आगे उनकी जींदगीमे भी बहुत बडा बदलाव होगा..
राजीव ओर नीर्मलाका परीवार
राजीव : जो बहुत ही सरल ओर सांत स्वभावका था.. ओर किशनका खास दोस्त.. जो सभी दोस्तो साथमे ही कोलेजमे पढते थे.. उनके पीताजी किशनकी हवेलीपे मुनीमका काम करते थे ओर वही रहेते थे.. जो बादमे कीसी कारण वर्ष उनको हवेली छोडनी पडी.. वो कारण कहानी मे लीखा हे.. ओर अपनी दोनो छोटी बहेन नीर्मला ओर चंद्रीका को लेकर दुसरे गांवमे चला गया.. जो वहा जाकर उसने भी अपनी बहेनसे सादी करली.. ओर उनके परीवारमे सीर्फ दो लडकी ही हे.. जो बडी लडकी मंजुला.. जो अभी देवायतकी बीवी हे.. ओर दुसरी लडकी भावना.. जो उनके ही अेक दुसरे दोस्तके लडके भानुकी बीवी हे..
नीर्मला : राजीवकी बीवी ओर उनकी छोटी बहेन.. जो नीहायती खुबसुरत थी.. वो किशनको प्यार करती थी.. लेकीन किशनने उनकी बहेन विमलासे सादी करली.. तो उनको कीशनको छोडना पडा.. जब वो अपने भाइ राजीवके साथ किशनको छोडके चली गइ तब वो ओलरेडी किशनसे प्रेगनेन्ट हो चुकी थी.. ओर दुसरे गांव जाकर उसने भी अपने भाइ राजीवसे सादी करली.. ओर बादमे उसने मंजुलाको जन्म दीया..ओर तीन सालके बाद उसने राजीवसे भी अेक लडकी पैदा करली.. जो भावना थी.. नीर्मला भी बहुत कामी ओर चुदवानेकी सौकीन थी.. किशन राजीवके अलावा उनका अपने दामाद देवायतके साथ भी अवैध रीस्ता था.. जो बादमे देवायतकी सीक्रेट बीवी होगइ..
चंद्रीका (चंदा) : राजीवकी सबसे छोटी बहेन बहुतही खुबसुरत ओर चंचल स्वभावकी.. नीहायती कामी ओरत.. राजीवने किशनके कहेनेपे उनकी सादी दुसरे गांवके बहुत बडे जमीनदारके बेटेसे करदी.. ओर उनसे चंदाको अेक लडका भी हुआ.. लेकीन दुर्भाग्यवस वो छोटी उमरमे ही विधवा होगइ.. ओर बादमे अपने ही भांजीके पतीसे यानी देवायतसे प्यार करने लगी.. ओर बादमे उनके साथ सादी करके देवायतकी बीवी भी होगइ.. उन्हीके लडके धिरेनके साथ देवायतकी बहेन पुनमकी सादी हुइ..
धिरेन : चंदाकी अेकलौती संतान.. पुनमका पती.. बेंकमे जोब करता हे.. ओर भानु रमाकी लडकी नीलमसे प्यार करता हे.. ओर उनसे भी सादी करना चाहता हे..
विरजी ओर सरला का परीवार
विरजी : जो किशन राजीवका दोस्त था.. अपने ही कोलेजकी अपनी अेक फ्रेन्ड भुमीकाके साथ उसने बलात्कार कीया था.. जो किशन उनको अपनी मुह बोली बहेन मानता था.. ओर बादमे विरजीने पास हीके गांवकी अेक लडकी सरलासे सादी करली.. लेकीन बदलेकी भावनामे भुमीकाके कहेने पे किशनने विरजीका हथीयार कीसी जडी बुटी पीलाकर बेकार करदीया.. ओर बादमे किशनने विरजीकी बीवी सरलासे अवैध रीस्ता बनालीया.. ओर किशनसे सरलाने अेक लडका ओर लडकी पैदा करली..
सरला : विरजीकी बीवी.. जवानीमे बहुतही खुबसुरत थी.. जब सादी नही हुइथी तब उनका भी अपने भाइके साथ फीजीकल रीलेशन था.. जीनकी वजहसे वो भी प्रेगनेन्ट हो गइ थी.. लेकीन उनकी मां को पता चलतेही सरलाके बच्चेको गीरवा दीया.. ओर आनन फानन मे सरलाकी सादी विरजीसे करदी.. लेकीन विरजी उसे सारीरीक सुख देनेमे सक्षम नही था.. तब सरलाने विरजीके दोस्त किशनसे फीजीकल रीलेशन बनालीये.. ओर किशनसे ही दो बच्चे पैदा करलीये.. भानु ओर लता.. ओर किशनके बाद अभी उनके बेटे देवायतके साथ अवैध रीस्ता हे..
भानु (विरभानु) : दरसल किशन ओर सरलाका लडका ओर देवायतका बचपनका दोस्त.. दोस्तीपे जान दावपे लगानेको तैयार ओर बहुतही इमानदार ओर महेनती जीनकी वजहसे देवायतने अपनी सारी जमीन ओर दुसरा कारोबार इनके हवाले करदीया.. देवायतभी इनको अपना भाइ मानता हे.. बीवीके अलावा दुसरी ओरतोको चोदनेका ओर उनको प्रेगनेन्ट करनेका बहुत सौक हे.. वेसेभी देवायत रीस्तेमे इनका साढुभाइ लगता था.. क्युकी देवायतके कहेनेपेही उनकी साली भावनाकी सादी अपने दोस्तसे करवादी थी
भावना : भानुकी बीवी जो राजीव र्नीलाकी छोटी लडकी ओर देवायतकी बीवी मंजुलाकी छोटी बहेन हे दीखनेके कयामत कीसीकाभी लंड देखतेही खडा होजाये.. बहुतही कामी ओरत जो रातमे भानुको थका देती हे.. फीरभी हरदीन प्यासी रहेती हे.. वोभी सादीसे पहेले देवायतको प्यार करती थी.. लेकीन अपने प्यारका इजहार कभी नही करपाइ.. नतीजा ये रहाकी भानुकी दुसरी सादीके बाद वो देवायतकी ओर ढल गइ.. ओर आखीर अेक दीन देवायतके नीचे आही गइ.. तो भानुसे दो बच्चे पैदा करके बाकीके तीन बच्चे देवायतसे पैदा करने वाली हे..
रमा : भानुकी दुसरी बीवी.. नीहायती खुबसुरत ओर गोरा रंग.. नीली ओर कामुक नसीली आंखे.. जो पहेले भानुकी मामी थी.. जब सरलाका उनके भाइके साथ अवैध रीस्ता था तबही उनकी मांने कीसी गरीब परीवारकी छोटी उमरकी लडकी रमाको पैसेके बदले खरीदली थी.. ओर उनकी सादी सरलाके भाइके साथ करवादी गइ.. गरीब परीवारकी वजहसे रमाको पैसोसे बहुत लगाव था.. वो पैसेके लीये कीसीके भी नीचे लेटनेको तैयार होजाती.. ओर उसी पैसोके लीये उसने अपने भांजे भानुके साथ फीजीकल रीलेशन बनालीये.. तब भानुकी सादी भी नही हुइ थी.. ओर रमा आये दिन भानुसे चुदवाने लगी.. जीनकी वजहसे रमा भानुसे प्रेगनेन्ट होगइ.. ओर बादमे उसने अेक लडकी नीलमको जन्म दीया.. ओर जब उनका पती यानीकी भानुका मामा गुजर गया तब रमाने भी भानुसे सादी करली..
नीलम : अपनी मां की तराह नीहायती खुबसुरत.. अैसो आरामकी जींदगी पसंद हे.. उनको भी पैसोसे बहुत लगाव हे.. जीनकी वजहसे छोटी उमरमे ही धिरेनको प्यार करने लगी थी.. ओर उसने अपनी सादीसे पहेले ही धिरेनके साथ फीजीकल रीलेशन बनालीये.. लेकीन उनके साथ आगे क्या क्या होगा.. वोतो कहानी मेही पता चलेगा..
नरेश ओर भुमीका का परीवार
नरेश : किशनका अेक ओर दोस्त.. जो उसने अपनी ही कोलेज फ्रेन्ड भुमीकाके साथ सादी करली.. उनका गांव बहुत दुर था.. वो सीर्फ पढनेके लीये ही इधर सहेरमे आया था.. ओर भुमीकाके साथ सादी करके यही सेटल होगया.. बादमे उनका उनकी भाभीके साथ भी नाजायज रीस्ता हो गया था.. ओर नरेश भुमीका की अेक लडकी भी थी.. जो उनका नाम सृती था.. सृती जब छोटी थी तबही नरेश इस फानी दुनीयाको छोडके चला गया था..
भुमीका : बहुतही खुबसुरत आजभी वो अेक अप्सराकी तराह दीखती हे.. पतली कमर.. नसीली ओर नीली आंखे.. अेवरेज नीतंब.. कसे हुअे बडे उरोज.. बडे होंठ.. गुलाबी गाल.. तीखे नैन नक्स.. यही सब खुबीया कीसीकाभी लंड खडे करनेके लीये काफी हे.. इसीलीये विरजी उनको प्यार करने लगा था.. लेकीन भुमीकाकी चाहत विरजी नही किशन था.. किशन कहेनेको तो उनका मुह बोला भाइ था.. लेकीन वो दिलसे किशनको प्यार करती थी.. तब किशन उनकी खास सहेली नीर्मलाको प्यार करता था.. ओर भुमीकाने मजबुरन नरेशसे सादी करली.. जब नरेश उनको बच्चा देनेमे असमर्थ हो गया.. तब अेक दिन भुमीकाने राखीके तोहफेके बदले किशनको उनकी कोख भराइ मांगली.. ओर उस दिन किशन ओर भुमीका फीजीकल होकर अेक होगये.. फीरतो आये दिन दोनो चुदाइ करने लगे.. ओर नतीजेके फल स्वरुप भुमीका अपने मुह बोले भाइ किशनसे प्रेगनेन्ट होगइ.. ओर बादमे भुमीकाने सृतीको जन्म दीया.. जब किशन गुजर गया तब भुमीका देवायतके साथ संपर्कमे आगइ.. ओर उनके साथ सादी करके फीजीकल रीलेशन बनाने लगी.. ओर आज भुमीका फीरसे देवायतसे प्रेगनेन्ट हो चुकी हे..
सृती : मंजुलाकी खास सहेली.. गायनेक डोक्टर.. अपनी मांकी तराह बहुतही खुबसुरत.. जीसकी खुबसुरती शब्दोमे बया नही कर सकते.. आज वो भी देवायतकी कायदेसे तीसरी बीवी हे.. जो अब पुनकी राजदार बन चुकी हे.. सृतीकी जींदगीमे भी पुनमकी तराह बहुत बदलाव होने वाला हे.. जो बात सीर्फ पुनम ओर मंजु ही अपनी शक्तियोके माध्यमसे जानती हे..
तो ये था कुछ मुख्य परीवारका परीचय.. बाकीके गांवके दुसरे परीवारका ओर कुछ दुसरे पात्रोका परीचय भी बहुत ही जल्द डालदुगा.. धन्यवाद..