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।। वर्तमान समय ।।
अब मुझे समझते देर ना लगी की वो औरत कौन थी और मेरे साथ सेक्स क्यू किया। पर अब मेरे दिमाग़ मे बड़ा प्रश्न था की रामली भाभी के श्राप का एक पार्ट तो पूरा हो गया पर जो उन्होंने मुझसे कहा उसका क्या। मेने उन बाबा से पूछा बाबा भाभी ने मुझे कहा उसका क्या होगा। बाबा ने कहा बेटा जो सरला ने किया उसका फल सरला ने भोग लिया है अब वो मुक्त हो गयी है। अब जो तुमने किया है उसका तुमको भोगना होगा। मै बोला बाबा मेरे साथ क्या होगा, प्लीज मुझे बताइये। बाबा बोले बेटा मै बता दूँगा तो भी वही होगा और नही बताऊंगा तो भी होगा। इसमे ना तु कुछ कर सकता है ना मै। हाँ फिर भी तु अपना जीवन अच्छा बनाना चाहता है तो एक बात ध्यान रखना जब वो तेरे जीवन मे वापिस आ जाये तो उसको अपना पूर्ण समर्पण कर देना और उसे धोखा मत देना। अगर तूने उसे धोखा देने का सोचा भी तो तेरा जीवन नरक बन जायेगा। ये कहकर वो बाबा अपनी तपस्या मे लग गये। मै वहा से उठा और वापिस घर की और लौट गया। घर पहुंचते हुए शाम हो गयी। माँ ने घर पहुंचते हि मुझे पूछा आज इतनी देर कैसे लग गयी कहा गया था तु ठीक तो है ना और तूने मेरा कॉल क्यू नही उठाया? मेने माँ का हाथ पकड़ा उन्हे सोफे पर बैठाया और बोला माँ मै बिल्कुल ठीक हु। आप इतनी चिंता मत किया करो। मोबाइल साइलेंट था इसीलिए पता नही चला। आगे से मै ध्यान रखूँगा माँ । अब मै उनकी गोद मे सिर रखकर आंखे बंद करके बाबा की बात के बारे मे सोचने लगा अब पता नही रामली भाभी मुझे कैसे कैसे जीवन के रंग दिखाएगी। माँ मेरे बालों मे हाथ फिराने लगी। मुझे काफी हल्का फील होने लगा और नींद आने लगी। मै माँ से बोला माँ खाना तैयार है क्या? मुझे नींद आ रही है। माँ ने कहा तु फ्रेश होकर आ मै खाना लगाती हु। मै अपने रूम मे गया और बाथरूम मे जाकर गर्म पानी से नहाया फिर पाज़मा टीशर्ट पहनकर आ गया। माँ ने कहा बैठ मै खाना ला रही हु। मेने टीवी चालू कर लिया। टीवी पर मूवी लगा कर देखने लगा। थोड़ी देर मे माँ ने खाना लगा दिया। मेने और माँ ने मिलकर खाना खाया। फिर मै सोने चला गया। सुबह माँ ने मुझे उठाया और कॉफ़ी दी। मै कॉफ़ी पीकर नहाया और तैयार होकर हॉल मे आया। नाश्ता किया और कॉलेज जाने लगा की माँ ने मुझसे कहा बेटा आज से मै तेरे साथ हि चलूंगी। मै एकदम चौंक गया और माँ से बोला माँ आप भी मेरी कॉलेज जोइन कर रही हो क्या? माँ मेरी तरफ देखकर बोली नही मै तो स्कूल मे हि खुश हु। तु बस रोज़ मुझे स्कूल छोड़ते हुए कॉलेज निकल जाना और कॉलेज से आते हुए मुझे लेते आना। मै बोला पर माँ आप तो रोज़ स्कूटी से जाती हो ना। माँ बोली नही मुझे स्कूटी से जाने मे डर लगता है। अब मै रोज़ तेरे साथ हि चलूंगी। मेने कहा माँ आपको स्कूटी से जाने मे डर लगता है या मेरे लिए डरी हुयी हो आप। इतनी देर मे माँ अपना पर्स लेकर मेरे पास आ गयी थी। माँ मेरे गाल पर एक हल्का सा थप्पड़ मारते हुए बोली ज्यादा दिमाग़ मत चला अब चल नही तो दोनो लेट हो जाएंगे। मेने आगे कुछ नही कहा बाहर आया और अपनी बाइक स्टार्ट की। माँ मेरे पीछे बैठ गयी और हम माँ की स्कूल की ओर निकल गये। माँ की स्कूल के गेट पर पहुचे। माँ बाइक से उतरी और मै कॉलेज की ओर निकल गया। कॉलेज मे पहुंचते हि मेने नमन को कॉल लगाया तो उसने बताया की वो कैंटीन मे है। मै बाइक खड़ी करके कैंटीन मे आ गया। देखा नमन अपनी गर्लफ्रेंड अनु के साथ बैठा था। मेने दोनो को हेल्लो बोला और उनके साथ बैठ गया। दोनो ने मुझे हेलो बोला। हम तीनो के हि सब्जेक्ट एक हि थे तो तीनो के लेक्चर साथ हि लगते थे। लेक्चर शुरु होने का टाइम हुआ तो मेने कहा चलो लेक्चर लेते है। नमन ने कहा तु चल हम आते है थोड़ी देर मे। मै लेक्चर के लिए चला गया। नमन और अनु लेक्चर ख़त्म होने के बाद हि आये। नमन मेरे पास आकर बैठ गया। मेने पूछा कहा चला गया था? नमन ने मुझे मुस्कुराते हुए आँख मारी तो मै समझ गया ये अनु को पेल के आया है। अनु का रंग बिल्कुल गोरा बाल उसने गोल्डन कलरिंग करा रखे थे। 32 के बूब्स 26 की कमर और 36 की गांड। मतलब अभी तक ज्यादा खुला माल नही है। कॉलेज ख़त्म होने पर मै माँ के स्कूल पहुचा। माँ को कॉल किया थोड़ी देर बाद माँ आ गयी हुए बोली रूबी मॉल ले चल। मेने बाइक रूबी मॉल की ओर बढ़ा दी। हम रूबी मॉल पहुचे। मेने माँ को मॉल के एंट्रेंस पर उतारा और बाइक पार्किंग मे लगा दी। मै माँ के पास आया तो माँ कॉल पर किसी से बात कर रही थी। फिर माँ ने कॉल कट किया और हम मॉल के सामने एक क्लिनिक मे आ गये। क्लिनिक मे अंदर आये और वहा रिसेप्शनिस्ट लेडीज से माँ ने कहा डॉक्टर सुमन से अपॉइंटमेंट है। रिसेप्शनिस्ट ने अंदर केबिन मे जाने को कहा। मेरा लंड तो रिसेप्शन पर बैठी लेडी को देखकर अकड़ने लगा। वो लगभग 55 साल की होगी। हरे रंग की साड़ी पहनी हुयी थी और सफ़ेद रंग का ब्लाउज। मेरी जान ले रखी थी उनके भारी भरकम क्लीवेज ने। उसके बोबे कम से कम 38 के होंगे। आधे ब्लाउज से बाहर झाँक रहे थे। सांवले रंग के बोबो ने मेरे लंड का जीना हराम कर रखा था। मेने जीन्स पहन रखी थी। जिन्स मे लंड का उभार साफ दिख रहा था। उसके कहने पर माँ अंदर गयी। मै बाहर कुर्सी पर बैठकर छुपकर उस लेडी को ताड़ने लगा। मेरा मन कर रहा था की अभी यही लंड बाहर निकालू और उस औरत को पेल दु। पर मै ऐसा कुछ कर नही सकता था। शर्मीले स्वभाव के कारण मेरी उस लेडी से बात करने की हिम्मत भी नही हो रही थी। तभी वो लेडी खुद मेरे पास आयी और मुझे पानी की बोतल ऑफर की। मेने थैंक यू बोलके मना कर दिया। फिर वो लेडी पानी की बोतल वापिस रिसेप्शन की टेबल पर रख कर मेरे पास की कुर्सी पर आकर बैठ गयी।
लेडी: तुम प्रमिला मैडम के बेटे हो?
मै: हाँ
लेडी: मेरा नाम मधु है। मै डॉक्टर सुमन की माँ हु। मेरा बेटा जय प्रमिला मैडम से पढ़ा है।
मै: ओके।
लेडी: तुम किस कॉलेज मे पढ़ते हो?
मै: M M कॉलेज मे।
लेडी: अरे वाह मेरा बेटा जय भी वही पढ़ता है। तुम जानते हो उसे?
मै अपने शर्मीले स्वभाव के कारण उसे केवल जवाब हि दे रहा था। बात आगे बढ़ाने की हिम्मत नही हि रही थी पर मन कर रहा था की ये ऐसे हि बात करती रहे। वो लेडी भी आगे बढ़कर मुझसे बात कर रही थी तो मेरी भी थोड़ी हिम्मत बढ़ने लगी।
मै: नही आंटी मै अभी तक मिला नही हु आपके बेटे से। आप मुझे उसका नंबर मैसेज कर दो मै उससे जरूर मिल लूंगा।
मधु आंटी ने अपना मोबाइल निकाला और बोली तुम्हारा नंबर बताओ। मेने अपना नंबर बताया तो आंटी ने मेरे नंबर पर अपने बेटे का नंबर भेज दिया। फिर मेने हिम्मत करके बात आगे बढ़ाने का सोचा।
मै: आंटी आपके कितने बच्चे है?
आंटी: एक बेटी जो डॉक्टर है और बेटा जय जो अभी कॉलेज मे है।
मै: आंटी आपको बुरा ना लगे तो एक बात कहु?
आंटी: क्यो नही बेटा कहो ना
मै: आंटी सच मे आप लगती नही की आपके इतने बड़े बच्चे होंगे। आप अभी तो जवान लगती हो।
(मै ये बोल तो गया पर इस समय मेरा दिल रॉकेट की स्पीड से धड़क रहा था और गांड फटके चौबारा हो रखी थी की आंटी कैसे रियेक्ट करेगी? अगर बुरा मनके माँ को शिकायत कर दी तो क्या होगा?)
आंटी:: हसते हुए बोली बेटा तुम भी कहा इस बुढ़िया की तारीफ कर रहे हो। कॉलेज मे किसी लड़की की तारीफ करोगे तो हो सकता है वो गर्लफ्रेंड बन जाएगी तुम्हारी।
मै उनकी बात सुनकर और उनके हावभाव देखकर समझ गया आंटी को तारीफ पसंद आयी। मतलब हो सकता है आगे मेरा चांस बने आंटी को चोदने का। ये सोचकर हि मेरे लंड ने दो बुँदे बहा दी।
मै: आंटी मै तो जो सच है वो बता रहा हु। अब आप सच मै खूबसरत हो तो हो।
आंटी मेरी ओर देखते हुए ब्लश करने लगी। फिर मेरे गाल पर हलकी सी मारते हुए बोली बड़ा आया सच बोलने वाला। तभी गेट से एक व्यक्ति अंदर आया तो आंटी मुझे ये कहते हुए रिसेप्शन की ओर चली गयी। आंटी को जाते देखकर मेने अपना लंड हल्का सा सेट किया और मन मे सोचने लगा अब आगे कैसे बढ़ा जाये। तभी माँ केबिन से बाहर आ गयी और मुझे चलने को कहा। मेने आंटी को बाय बोला। आंटी ने भी हमे बाय बोला। पर मेने नोटिस किया की माँ ने उन्हे इग्नोर किया। हम बाइक पर बैठकर घर की ओर चल दिये। घर पहुंच कर माँ ने कॉफ़ी बनायीं। हम मिलकर कॉफ़ी पिने लगे। मेने माँ से पूछा माँ आपने मधु आंटी को इग्नोर क्यो किया। माँ ने कहा बेटा वो हमारे जैसे लोग नही है। इसीलिए तु भी उनसे दूर हि रहना।मेने माँ से कहा ठीक है माँ । फिर माँ का टूशन का टाइम शुरु हो गया। मै अपने रूम मे आ गया। तभी मेरे मोबाइल पर व्हाट्सअप मैसेज आया। मेने ओपन करके देखा तो मधु आंटी का मैसेज था।
मधु आंटी का मैसेज - " today 7 o'clock at clinic "
मै माँ से अपने दोस्त से मिलने का कहकर घर से निकल गया। 7 बजे क्लीनिक पहुचा। अंदर गया तो देखा मधु आंटी क्लिनिक की लाइट्स बंद कर रही थी। डॉक्टर जा चुकी थी। मधु आंटी ने मुझे देखते हि हेलो बोला और अंदर डॉक्टर के कैबिन मे बैठने को कहा। मै केबिन मे अंदर आया। बड़ा सा रूम जिसमे सामने एक टेबल रखी हुयी थी जिसके एक तरफ एक रेवॉल्विंग चेयर और दूसरी तरफ 3 चेयर रखी हुयी थी। एक तरफ एक बेड लगा हुआ था और दूसरी तरफ बालकनी थी। मै रूम देख हि रहा था की मधु आंटी ने केबिन का गेट खोला और अंदर आयी।
अब मुझे समझते देर ना लगी की वो औरत कौन थी और मेरे साथ सेक्स क्यू किया। पर अब मेरे दिमाग़ मे बड़ा प्रश्न था की रामली भाभी के श्राप का एक पार्ट तो पूरा हो गया पर जो उन्होंने मुझसे कहा उसका क्या। मेने उन बाबा से पूछा बाबा भाभी ने मुझे कहा उसका क्या होगा। बाबा ने कहा बेटा जो सरला ने किया उसका फल सरला ने भोग लिया है अब वो मुक्त हो गयी है। अब जो तुमने किया है उसका तुमको भोगना होगा। मै बोला बाबा मेरे साथ क्या होगा, प्लीज मुझे बताइये। बाबा बोले बेटा मै बता दूँगा तो भी वही होगा और नही बताऊंगा तो भी होगा। इसमे ना तु कुछ कर सकता है ना मै। हाँ फिर भी तु अपना जीवन अच्छा बनाना चाहता है तो एक बात ध्यान रखना जब वो तेरे जीवन मे वापिस आ जाये तो उसको अपना पूर्ण समर्पण कर देना और उसे धोखा मत देना। अगर तूने उसे धोखा देने का सोचा भी तो तेरा जीवन नरक बन जायेगा। ये कहकर वो बाबा अपनी तपस्या मे लग गये। मै वहा से उठा और वापिस घर की और लौट गया। घर पहुंचते हुए शाम हो गयी। माँ ने घर पहुंचते हि मुझे पूछा आज इतनी देर कैसे लग गयी कहा गया था तु ठीक तो है ना और तूने मेरा कॉल क्यू नही उठाया? मेने माँ का हाथ पकड़ा उन्हे सोफे पर बैठाया और बोला माँ मै बिल्कुल ठीक हु। आप इतनी चिंता मत किया करो। मोबाइल साइलेंट था इसीलिए पता नही चला। आगे से मै ध्यान रखूँगा माँ । अब मै उनकी गोद मे सिर रखकर आंखे बंद करके बाबा की बात के बारे मे सोचने लगा अब पता नही रामली भाभी मुझे कैसे कैसे जीवन के रंग दिखाएगी। माँ मेरे बालों मे हाथ फिराने लगी। मुझे काफी हल्का फील होने लगा और नींद आने लगी। मै माँ से बोला माँ खाना तैयार है क्या? मुझे नींद आ रही है। माँ ने कहा तु फ्रेश होकर आ मै खाना लगाती हु। मै अपने रूम मे गया और बाथरूम मे जाकर गर्म पानी से नहाया फिर पाज़मा टीशर्ट पहनकर आ गया। माँ ने कहा बैठ मै खाना ला रही हु। मेने टीवी चालू कर लिया। टीवी पर मूवी लगा कर देखने लगा। थोड़ी देर मे माँ ने खाना लगा दिया। मेने और माँ ने मिलकर खाना खाया। फिर मै सोने चला गया। सुबह माँ ने मुझे उठाया और कॉफ़ी दी। मै कॉफ़ी पीकर नहाया और तैयार होकर हॉल मे आया। नाश्ता किया और कॉलेज जाने लगा की माँ ने मुझसे कहा बेटा आज से मै तेरे साथ हि चलूंगी। मै एकदम चौंक गया और माँ से बोला माँ आप भी मेरी कॉलेज जोइन कर रही हो क्या? माँ मेरी तरफ देखकर बोली नही मै तो स्कूल मे हि खुश हु। तु बस रोज़ मुझे स्कूल छोड़ते हुए कॉलेज निकल जाना और कॉलेज से आते हुए मुझे लेते आना। मै बोला पर माँ आप तो रोज़ स्कूटी से जाती हो ना। माँ बोली नही मुझे स्कूटी से जाने मे डर लगता है। अब मै रोज़ तेरे साथ हि चलूंगी। मेने कहा माँ आपको स्कूटी से जाने मे डर लगता है या मेरे लिए डरी हुयी हो आप। इतनी देर मे माँ अपना पर्स लेकर मेरे पास आ गयी थी। माँ मेरे गाल पर एक हल्का सा थप्पड़ मारते हुए बोली ज्यादा दिमाग़ मत चला अब चल नही तो दोनो लेट हो जाएंगे। मेने आगे कुछ नही कहा बाहर आया और अपनी बाइक स्टार्ट की। माँ मेरे पीछे बैठ गयी और हम माँ की स्कूल की ओर निकल गये। माँ की स्कूल के गेट पर पहुचे। माँ बाइक से उतरी और मै कॉलेज की ओर निकल गया। कॉलेज मे पहुंचते हि मेने नमन को कॉल लगाया तो उसने बताया की वो कैंटीन मे है। मै बाइक खड़ी करके कैंटीन मे आ गया। देखा नमन अपनी गर्लफ्रेंड अनु के साथ बैठा था। मेने दोनो को हेल्लो बोला और उनके साथ बैठ गया। दोनो ने मुझे हेलो बोला। हम तीनो के हि सब्जेक्ट एक हि थे तो तीनो के लेक्चर साथ हि लगते थे। लेक्चर शुरु होने का टाइम हुआ तो मेने कहा चलो लेक्चर लेते है। नमन ने कहा तु चल हम आते है थोड़ी देर मे। मै लेक्चर के लिए चला गया। नमन और अनु लेक्चर ख़त्म होने के बाद हि आये। नमन मेरे पास आकर बैठ गया। मेने पूछा कहा चला गया था? नमन ने मुझे मुस्कुराते हुए आँख मारी तो मै समझ गया ये अनु को पेल के आया है। अनु का रंग बिल्कुल गोरा बाल उसने गोल्डन कलरिंग करा रखे थे। 32 के बूब्स 26 की कमर और 36 की गांड। मतलब अभी तक ज्यादा खुला माल नही है। कॉलेज ख़त्म होने पर मै माँ के स्कूल पहुचा। माँ को कॉल किया थोड़ी देर बाद माँ आ गयी हुए बोली रूबी मॉल ले चल। मेने बाइक रूबी मॉल की ओर बढ़ा दी। हम रूबी मॉल पहुचे। मेने माँ को मॉल के एंट्रेंस पर उतारा और बाइक पार्किंग मे लगा दी। मै माँ के पास आया तो माँ कॉल पर किसी से बात कर रही थी। फिर माँ ने कॉल कट किया और हम मॉल के सामने एक क्लिनिक मे आ गये। क्लिनिक मे अंदर आये और वहा रिसेप्शनिस्ट लेडीज से माँ ने कहा डॉक्टर सुमन से अपॉइंटमेंट है। रिसेप्शनिस्ट ने अंदर केबिन मे जाने को कहा। मेरा लंड तो रिसेप्शन पर बैठी लेडी को देखकर अकड़ने लगा। वो लगभग 55 साल की होगी। हरे रंग की साड़ी पहनी हुयी थी और सफ़ेद रंग का ब्लाउज। मेरी जान ले रखी थी उनके भारी भरकम क्लीवेज ने। उसके बोबे कम से कम 38 के होंगे। आधे ब्लाउज से बाहर झाँक रहे थे। सांवले रंग के बोबो ने मेरे लंड का जीना हराम कर रखा था। मेने जीन्स पहन रखी थी। जिन्स मे लंड का उभार साफ दिख रहा था। उसके कहने पर माँ अंदर गयी। मै बाहर कुर्सी पर बैठकर छुपकर उस लेडी को ताड़ने लगा। मेरा मन कर रहा था की अभी यही लंड बाहर निकालू और उस औरत को पेल दु। पर मै ऐसा कुछ कर नही सकता था। शर्मीले स्वभाव के कारण मेरी उस लेडी से बात करने की हिम्मत भी नही हो रही थी। तभी वो लेडी खुद मेरे पास आयी और मुझे पानी की बोतल ऑफर की। मेने थैंक यू बोलके मना कर दिया। फिर वो लेडी पानी की बोतल वापिस रिसेप्शन की टेबल पर रख कर मेरे पास की कुर्सी पर आकर बैठ गयी।
लेडी: तुम प्रमिला मैडम के बेटे हो?
मै: हाँ
लेडी: मेरा नाम मधु है। मै डॉक्टर सुमन की माँ हु। मेरा बेटा जय प्रमिला मैडम से पढ़ा है।
मै: ओके।
लेडी: तुम किस कॉलेज मे पढ़ते हो?
मै: M M कॉलेज मे।
लेडी: अरे वाह मेरा बेटा जय भी वही पढ़ता है। तुम जानते हो उसे?
मै अपने शर्मीले स्वभाव के कारण उसे केवल जवाब हि दे रहा था। बात आगे बढ़ाने की हिम्मत नही हि रही थी पर मन कर रहा था की ये ऐसे हि बात करती रहे। वो लेडी भी आगे बढ़कर मुझसे बात कर रही थी तो मेरी भी थोड़ी हिम्मत बढ़ने लगी।
मै: नही आंटी मै अभी तक मिला नही हु आपके बेटे से। आप मुझे उसका नंबर मैसेज कर दो मै उससे जरूर मिल लूंगा।
मधु आंटी ने अपना मोबाइल निकाला और बोली तुम्हारा नंबर बताओ। मेने अपना नंबर बताया तो आंटी ने मेरे नंबर पर अपने बेटे का नंबर भेज दिया। फिर मेने हिम्मत करके बात आगे बढ़ाने का सोचा।
मै: आंटी आपके कितने बच्चे है?
आंटी: एक बेटी जो डॉक्टर है और बेटा जय जो अभी कॉलेज मे है।
मै: आंटी आपको बुरा ना लगे तो एक बात कहु?
आंटी: क्यो नही बेटा कहो ना
मै: आंटी सच मे आप लगती नही की आपके इतने बड़े बच्चे होंगे। आप अभी तो जवान लगती हो।
(मै ये बोल तो गया पर इस समय मेरा दिल रॉकेट की स्पीड से धड़क रहा था और गांड फटके चौबारा हो रखी थी की आंटी कैसे रियेक्ट करेगी? अगर बुरा मनके माँ को शिकायत कर दी तो क्या होगा?)
आंटी:: हसते हुए बोली बेटा तुम भी कहा इस बुढ़िया की तारीफ कर रहे हो। कॉलेज मे किसी लड़की की तारीफ करोगे तो हो सकता है वो गर्लफ्रेंड बन जाएगी तुम्हारी।
मै उनकी बात सुनकर और उनके हावभाव देखकर समझ गया आंटी को तारीफ पसंद आयी। मतलब हो सकता है आगे मेरा चांस बने आंटी को चोदने का। ये सोचकर हि मेरे लंड ने दो बुँदे बहा दी।
मै: आंटी मै तो जो सच है वो बता रहा हु। अब आप सच मै खूबसरत हो तो हो।
आंटी मेरी ओर देखते हुए ब्लश करने लगी। फिर मेरे गाल पर हलकी सी मारते हुए बोली बड़ा आया सच बोलने वाला। तभी गेट से एक व्यक्ति अंदर आया तो आंटी मुझे ये कहते हुए रिसेप्शन की ओर चली गयी। आंटी को जाते देखकर मेने अपना लंड हल्का सा सेट किया और मन मे सोचने लगा अब आगे कैसे बढ़ा जाये। तभी माँ केबिन से बाहर आ गयी और मुझे चलने को कहा। मेने आंटी को बाय बोला। आंटी ने भी हमे बाय बोला। पर मेने नोटिस किया की माँ ने उन्हे इग्नोर किया। हम बाइक पर बैठकर घर की ओर चल दिये। घर पहुंच कर माँ ने कॉफ़ी बनायीं। हम मिलकर कॉफ़ी पिने लगे। मेने माँ से पूछा माँ आपने मधु आंटी को इग्नोर क्यो किया। माँ ने कहा बेटा वो हमारे जैसे लोग नही है। इसीलिए तु भी उनसे दूर हि रहना।मेने माँ से कहा ठीक है माँ । फिर माँ का टूशन का टाइम शुरु हो गया। मै अपने रूम मे आ गया। तभी मेरे मोबाइल पर व्हाट्सअप मैसेज आया। मेने ओपन करके देखा तो मधु आंटी का मैसेज था।
मधु आंटी का मैसेज - " today 7 o'clock at clinic "
मै माँ से अपने दोस्त से मिलने का कहकर घर से निकल गया। 7 बजे क्लीनिक पहुचा। अंदर गया तो देखा मधु आंटी क्लिनिक की लाइट्स बंद कर रही थी। डॉक्टर जा चुकी थी। मधु आंटी ने मुझे देखते हि हेलो बोला और अंदर डॉक्टर के कैबिन मे बैठने को कहा। मै केबिन मे अंदर आया। बड़ा सा रूम जिसमे सामने एक टेबल रखी हुयी थी जिसके एक तरफ एक रेवॉल्विंग चेयर और दूसरी तरफ 3 चेयर रखी हुयी थी। एक तरफ एक बेड लगा हुआ था और दूसरी तरफ बालकनी थी। मै रूम देख हि रहा था की मधु आंटी ने केबिन का गेट खोला और अंदर आयी।
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