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जोरू का गुलाम भाग २४२, 'कीड़े' और 'कीड़े पकड़ने की मशीन, पृष्ठ १४९१
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Thanks so much for the nice words and appreciation.Nice update
Ekdam sahi kaha aapne corporate world ki uthapatk bhi dikhegiMain bahut dino se pratiksha kar raha tha ki kab khani pichle forum se aage ki taraf badhegi. Maine to socha tha ki kacchi amiya khane aur khilane ke baad ab meethe rasgullon ka swad milega, per yeh bhi sahi hai. Corporate world ki politics, utaar chadaav kahani ko rochak aur vaastavikta ke adhik paas le aayenge. Saath me alag-alag logon ke pov bhi milte rahenge, unke khud ke munh se apni uttejna aur mann ki sthiti ka vivaran majedaar hoga.
गुड्डी ने तो गलत सोच गुड्डी की भाभी तो अपने कमल जीजा मालिक के याद में खोई हुई थीं इसलिए उतना मोटा और लंबा नहीं मिलेगा आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
सच में आप ऐसे पाठक दुर्लभ हैं। आप के पंद्रह कमेंट और सब के सब इसी थ्रेड पर आभार और नमनरीनू ने अपने सजना को खुश कर दिया पहली बहन का पिछवाड़ा बुकिंग दूसरा बहन का नंनद का पिछवाड़ा बुकिंग रीनू गई तीसरा बुकिंग करा कर नहीं गई यह तो सोचने वाली बात हो गई अभी तो रीनू की बहन की सास बची थी इस कहानी में रीनू की जो कजिन दो ननंद थी जो फोटो दिखाई थी उनका रोल प्ले नहीं आया रीनू इतनी दूर की बुकिंग करवा सकती है तो अपने दोनों ननंद कजिन पर बुकिंग क्यों नहीं करवाई यह तो सोने की बात हो गई आपका बहुत धन्यवाद कोमल मैं नाराज मत हना अच्छा लगे तो गौर करना नहीं तो कोई बात ही नहीं है
Thanks so much. Next few parts will focus on this theme only. Please keep on reading and sharing your viewsI enjoyed reading the update and was amazed at your knowledge of the stock and the coperate world.
Keep it up mam![]()
Komalji. Vese to guddi nandiya ka chhinarpan padhne me bahot maza aaya. Reenu ke master ban ne ke vo kisse jyada mast lage. Par JKMG ke ashli makshad unhe joru ka gulam banae rakhna. Vo kisse jyada erotic lagte hai.भाग २३४
कहानी में बदलाव
पिछली कई पोस्टों से मैं जिक्र कर रही थी कहानी में बदलाव आने वाला है तो बस अगली पोस्ट शुरू करने से पहले दो तीन बातें बता दूँ
१ अब तक मैं कोशिश कर रही थी की जो कुछ हुआ उसी घटनाक्रम में हरदिन की बात, और फिर अगले दिन की, लेकिन थोड़ा सा इस क्रम में बाधा पड़ेगी, जैसे अभी तक पोस्ट २१५ से पोस्ट २३३ तक जीजू के आने के बाद की घटनाओं का जिक्र था, लेकिन एक बात थी जो उन के आने के पहले की थी जिसका थोड़ा सा इशारा मैंने पोस्ट २१ ३ में किया भी था, लेकिन अब शायद उसे दुहराना याद दिलाना पड़े क्यों की पोस्ट २१३ नया दिन नयी सुबह पिछले साल दिसंबर में पोस्ट हुयी थी और आगया दिसंबर २४ और वहीँ से फिर से बात शुरू करनी है इसलिए। और अगली पोस्ट यानी २१४ में गुड्डी को छोड़ने गयी थी तो बोला भी था गुड्डी से
" अच्छा तुझे अकेले आने की जरूरत नहीं , तेरा खसम किस बात के लिए है ,..." और बात साफ़भी कर दी " तेरा बचपन का यार , तेरे भइया ,... वो आ जाएंगे तुझे ६ बजे लेने ,... "
जब डेढ़ बजे वो फ्लाइट में बैठे ही थे , उसी समय मैं, ने उन्हें बोल दिया था और ये भी की
अपनी बहन को अंदर भेज कर , गाडी पार्क कर के , पांच छ मिनट के बाद ही अंदर घुसेंगे।
तो बस अब अगले भाग में कहानी फिर मुड़ के उस जगह पहुँच जायेगी जिस दिन जीजू लोग आये थे और जीजू लोगों का किस्सा तो इत्ते विशार में बता दिया तो उसी पार्ट में जीजू लोगों के जाने के बाद की कहानी चलेगी
२ दूसरा फरक ये आएगा की कहानी अब तक फर्स्ट परसन में मैं सुना रही थी लेकिन अब कहानी की जगह एक साथ कई जगहों पर होगी तो सेकेण्ड और थर्ड परसन में भी होगी
३ अब कहानी करीब करीब वहां पहुँच गयी हैं जहाँ पिछला फोरम बंद हुआ था, दो तीन भाग शायद पोस्ट भी हुआ था लेकिन एकदम आखिरी दिनों में जिसे कम लोगों ने पढ़ा और धुंधली सी याद है तो बस अब कहानी वहां पहुँच गयी है
लेकिन कहने वाली वही है, कहानी भी उन्ही लोगो की और पढ़ने वाले भी तो बस आपका प्यार दुलार आशीष मिलता रहेगा यही कामना है।
Wah is bar lagta he kuchh nai taiyari hai. Mammy ki bhi lagta hai bahot pahechan hai. Jese komaliya ko daktarni to kabhi message Malhotra koi na koi nikal hi jati hai. To mammy ne bhi koi tutliya pali hogi.भाग २३४ क्राइसिस
32,09,565
थोड़ा सा बात को पीछे ले जाती हूँ, जिस दिन जीजू लोग आये उसी दिन की सुबह की बात है।
ये एक दो दिन से परेशान से थे, आफिस की मीटिंग खास तौर से जो उनके ग्लोबल कारपोरेट आफिस से अमेरिका से मीटिंग होती थी वो बढ़ गयी थी, कई बार रात में मीटिंग, और उस दिन तो रात भर फिर वहीँ से मुम्बई चले गए थे, हाँ उन्होंने बोला जरूर था की जीजू लोगों के आने के साथ साथ पक्का आ जायेंगे ( ललचाये अपनी साली के लिए थे वो वो )
तो बात वहीँ से शुरू करती हूँ। मम्मी को मैंने बताया भी था , गुड्डी तो अपनी पढ़ाई में बहुत टफ कोचिंग चल रही थी उसकी
तो बस सुबह सुबह
मैंने ब्रेकफास्ट बनाना शुरू ही किया था की एक एन्क्रिप्टेड मेल मेरे आई फोन पर आयी।
और मुझे याद आया की कल मॉम से मैंने बात की थी , इनकी मॉर्निंग कांफ्रेंस और अचानक मीटिंग के लिए जाने के बारे में ,
लेकिन मॉम का बिजनेसवोमेन वाला एंटीना खड़ा हो गया ,
बोलीं , किसी ने मुझे बोला था की चार पांच दिन से इसकी कंपनी का शेयर ऐबनॉर्मली बिहेव कर रहा है , लगता है कोई उसे मैनिपुलेट कर रहा है।
मुझे याद आया मीनाक्षी ने भी यही बोला था ,
लेकिन मैं शेयर की दुनिया से एकदम दूर रहती हूँ तो मुझे कुछ ज्यादा समझ में भी नहीं आता.
फिर मॉम ने ही बोला , तू चिंता न कर , मेरा दामाद कैसी भी क्राइसिस हो हैंडल कर लेता है , .. अच्छा चल मैं किसी सुरागिए को लगाती हूँ , तुझे कल दोपहर के पहले कुछ सूंघ कर बताएगा , हाँ लेकिन कल मैं टोटली इनकमयुनिकेडो रहूंगी , एक के बाद एक मीटिंग्स हैं।
मैं समझ गयी मॉम का सुरागिया , ... कोई मार्केटिंग रिसर्च , बिजेनस इंटेलिजेंस और डाटा एनेलिटिक्स वाली एजेंसी होगी , बल्कि इन सब का जोड़ , जिसका मार्केट इंटेलिजेंस और गवर्नमेंट एजेंसीज में भी डीप कांटेक्ट होगा और क्या पता कोई हैकर भी वो इम्प्लाय करता हो ,
पासवर्ड मॉम ने मुझे रात में ही मेसेज कर दिया था।
वही रिपोर्ट थी . कुछ देर के लिए मैंने ब्रेकफास्ट का काम मुल्तवी कर दिया , वैसे भी गुड्डी दस बजे तक के लिए बुक थी।