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Erotica जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी

komaalrani

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जोरू का गुलाम भाग २३६ - मंगलवार, दिल्ली

अपडेट पोस्टड, पृष्ठ १४३३ फायनेंसियल थ्रिलर का नया मोड़,

कृपया पढ़ें, आंनद लें और कमेंट जरूर करें
 
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Jay87x

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जेठानी का मॉनिटाइजेशन

एक नयी स्ट्रेटजी




दिया पता नहीं किस के साथ फोन पर उलझी थी ,बहुत हलकी आवाज में बहुत सीरियसली , ४ से ५ मिनट तक।

हाँ बस दो बातें मैं सुन पायी , एक तारीख ,आज से दस दिन बाद वाली ,जिस दिन मेरी सासु जी को मेरे यहां आना था था वही।

और पांच मिनट बाद स्काइप पर ,...फिर दिया ने फोन रख दिया।

और गुड्डी के पास जा के बोली ,
"सुन जरा ठीक से भौजी को तीन मिनट तक अपनी गांड और चटवा ले , उसके बाद ब्रेक। "

मैं बोलते बोलते रुकी ,



" अरी मोरी गुड्डी जान , चल। बस दो तीन घंटे में अपने भइया की नगरिया में होगी ,एकदम मेरे चंगुल में। देख किसकी किसकी गांड चटवाती हूँ तुझसे , और सिर्फ गांड चटवाने से किसको मजा आनेवाला है वहां जब तक अपनी टीनेजर जीभ अच्छी तरह गांड के अंदर डाल कर अच्छी तरह से गांड के अंदर वाला ,बस तेरे हमारे साथ घर पहुँचने की देर है , बाज की तरह झपट्टा मारने के लिए गीता -मंजू तैयार बैठी हैं ,देखना दो तीन के अंदर तुझे सीखा पढ़ा के जबरदस्त गांड चट्टो बना देंगी।, और तेरी गाँड़ तो मैं उससे फड़वाउंगी, जिसने कुँवारी और कुंवारे दोनों किस्म की गांड़ो के फाड़ने में पी. एच. डी कर रखी है, बस चल मेरे साथ, एक बार "



पर दिया की हरकतों ने मेरा ध्यान उसकी ओर खींच लिया।

मेरी जेठानी का टैब लेकर वो चालू थी ,और एक फ़ार्म ऐसा उसने कुछ खोल रखा था। फिर जेठानी के पर्स को खोल कर उनका आधार कार्ड जब निकाल के उसने स्कैन किया और फ़ार्म के साथ अटैच किया तो मुझे कुछ कुछ समझ में आने लगा।

और फिर जेठानी के पर्स को उसने पूरा खंगाल दिया।

उनका पैन कार्ड , वोटर कार्ड ,बैंक के डिटेल ,डेबिट कार्ड सब कुछ

मुझे झांकते देख , दिया ने मुस्करा के टैब का फेस मेरी ओर कर दिया ,जिससे मैं सब कुछ देख सकती थी।



मेरा शक सही थी ,

ये चम्पा बाई के कोठे का फ़ार्म था ,वहां 'काम ' करने के लिए एप्लिकेशन फ़ार्म ,...



मैंने सूना था , कई लोगों से ,की चम्पा बाई के कोठे पर बिना वेरिफेक्शन के कोई ग्राहक नहीं जा सकता था। उसकी अपनी पूरी के वाई सी थी और उसने आधार इ के वाई सर्विस का एक मोबाइल कम्पनी वालों की तरह से परमिशन भी ले रखी थी।

अगर किसी को उसके कोठे पर जाना हो ,मौज मस्ती तो पहले अपना आधार नंबर और पैन कार्ड डिटेल्स भेजना पड़ता था , उसके दस मिनट के अंदर फोन पर ओ टी पी आता था। वो ओ टी पी भरने पर एक पासवर्ड और एक साइट का लिंक उसके फोन पर आता था जिससे नेट पर एक साइट खुलती थी।

वहां उसे अपने कार्ड डिटेल और आधार और पैन के अलावा एक और आईडी देनी पड़ती थी ,और आने कार्ड से पांच सौ रूपये का रजिस्ट्रेशन का पेमेंट करना होता था। वो काल सेंटर जो ये सब प्रॉसेस करता था इस आईडी और कार्ड की आईडी को उसके पैन और आधार कार्ड से क्रास चेक करता था। उसके दस बारह घंटे बाद उसके पास टाइम और प्लेस डिटेल आता था , जो अक्सर पुराने डिलाइट टाकीज के पास की गली होता था।

वहां पहुँचने पर कस्टमर के मोबाइल नंबर पर फिर एक काल आती थी और एक आदमी मोटर साइकिल से उसे कोठे पर ले जाता था ,कस्टमर को पूरा डार्क हैमलेट पहना देता था, जिसे उसे कुछ न दिखे वहां फुल बॉडी स्कैन एक बार फिर कैमरे के सामने और एक फ़ार्म पर थम्ब इम्प्रेशन और उसका ओरिजिनल आधार कार्ड चेक ,

उसी का नतीजा था की कभी भी चंपा बाई के कोठे पर न तो कोई रेड पड़ी न कभी किसी को कोई सबूत मिला।और साथ में एक कारण और भी था मंत्री से लेकर संतरी तक सब उसे कोठे का फायदा उठाते थे और कमाई का हिस्सा खाते थे, और उन सब का चित्रात्मक साक्ष्य चंपा बाई के पास था, तो,...
हाँ ये सब झंझट पहली बार की थी।

एक बार कोठे पर पहुँचने के बाद , एक परमानेंट 'कोठा कार्ड' बन जाता था , जिसमें होलोग्राम भी था और बायोमेट्रिक्स भी। और आगे से सिर्फ उस कार्ड से इंट्री मिल जाती थी।

उस में न सिर्फ दसो उँगलियों और पूरे चेहरे को स्कैन किया जाता था , बल्कि 'अंग विशेष ' को भी सोते जागते दोनों हालत में और उसके हिसाब से कस्टमर की ग्रेडिंग भी होती थी। जो ७ इंच से ऊपर के होते थे उन्हें 'अश्व 'कैटगरी में रखा जाता था।तो अगर 'ग्राहकों ' की इतनी चेकिंग होती थी तो जो वहां 'काम ' करने के लिए जाएगा उसकी तो और ,...



इस लिए दिया उस फ़ार्म में मेरी जेठानी के सारे डिटेल भर रही थी , उनकी माँ का नाम , फेमिली डिटेल्स , और गुड्डी के नीचे दबी गांड चाटती जेठानी के दोनों हाथ बारी बारी से पकड़ के उसने दोनों हाथों के अंगूठे की छाप भी ले कर फ़ार्म भेज दिया। साथ में जेठानी के क्रेडिट कार्ड से पांच सौ रुपये भी , अब कोई नहीं कह सकता था की जेठानी ने खुद 'वहां ' जाने की इच्छा नहीं जाहिर की ,कोई जोर जबरदस्ती या धोखा हुआ उनके साथ।
एक बार फिर जेठानी के नाम उनके आधार से लिंक रजिस्टर्ड मोबाइल पर एक ओ टी पी आया।

दिया ने वो फ़ार्म में भर कर के सेंड का बटन दबा दिया।

जवाब में पांच मिनट बाद का एक टाइम और एक लिंक आया।


दिया एकदम फास्ट फारवर्ड के मूड में आ गयी। गुड्डी को उसने ऑलमोस्ट पकड़ के मेरी जेठानी के ऊपर से हटा दिया.

दिया मेरी जेठानी को कुछ समझा रही थी , दिया के हाथ में मोबाइल दिया की मुख मुद्रा और जेठानी के सहमने ने काफी कुछ समझा दिया था।

जेठानी ने अगर दिया की बात नहीं मानी ,कुछ भी गड़बड़ की तो बस ,...

कल रात जो उन्होंने अपनी कहानी अपनी जुबानी सुनाई थी , सब उनकी मायेकवलियों के पास मेरी सास और जेठ जी के पास ,.. खासतौर से जब जेठ जी को नींद की गोली खिला के उन्होंने सुला दिया था और उन्ही के बगल में अपने कजिन संदीप के साथ ,... दो राउंड ,.. और संदीप की बीबी के पास भी,...

गुड्डी दिया की जोड़ी एकदम गजब की थी। दिया के बिना कहे ,गुड्डी एक चटक लाल रंग की साडी ले आयी और उसे मेरी जेठानी को पहना दिया ,बिना ब्लाउज ब्रा या पेटीकोट के।




हाँ बूब्स पर वो कस के लिपटी थी ,और सारे कटाव ,उभार कड़ापन सब कुछ दिखा रही थी। फिर चटक मेकअप भी ,लाल लाल लिपस्टिक ,काजल , गालों पर हलकी सी लाली ,काजल।

और दिया और गुड्डी ने उन्हें पकड़कर लैपटॉप के सामने पलंग पर बैठा दिया।


हम लोगों को जल्दी निकलना था इसलिए गुड्डी तैयार होने को चली गयी , ऊपर हमारे कमरे में, जहाँ उसके भैया पहले से तैयार हो रहे थे,

सिर्फ बची मैं, जेठानी और दिया
और दिया के फोन पर मेसेज आ गया , बल्कि जेठानी का फोन जो दिया के पास था,उसपर.

और स्काइप ऑन हो गया।





मैं सोच रही थी दिया को रोक दूँ ,



ये कुछ ज्यादा ही हो रहा था ,



पर ,



आज जो सुबह हुआ , मैंने इनको भी नहीं बताया , और फिर अभी थोड़ी देर पहले ,...



इस औरत का कोई इलाज नहीं। सांप के बिल का जैसे एक रास्ता बंद करो औरदूसरा निकल आये , इस नागिन के कितने बिल हैं ,कितनी तरीके से ये बच निकलती है , और फन काढकर
,
चली जेठानी चंपा बाई के कोठे पे
 

motaalund

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Tik hai lekin jeet jhetani ki hi hona chahiye..kyu ki jethani ke shat guddi ne divya ne bhahut galat kiya hai.ab baari jethani ki rahangi..jethani jeet ne ko hona sajan ke sath bdsm hona..aisa khuch to likho.na
May please see below post by Komaal rani....
Well substantiated and enumerated from many pieces of posts from this thread.
Now decide who is in the role of villain.
The treatment given to her is well deserved.. rather more is required to crush her wicked attitude.
She has taken many steps to attack with her coterie to satisfy her ego.
 

motaalund

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आपने लगता है कहानी बीच बीच में से पढ़ी है , और जेठानी के कारनामे या लाल डायरी के पन्ने खोल के नहीं देखे की वो गुड्डी के साथ और कहानी की नायिका के साथ क्या करना चाहती थी,

सच में उनकी सहेली एकदम चालाक थी।



" और यार तू भी आ जाना फिर मिल के शिकार करेंगे गौरैया का " हँसते हुए जेठानी ने अपनी उस एन नाम वाली सहेली को दावतनामा दिया,...




" एकदम स्साली तू क्या अकेले अकेले रस लूटेगी , उस कुँवारी कली का , चुन चुन के पर नोचने हैं हम दोनों को मिल के ,... मैंने तो बहुत प्लानिंग बनायी है उस स्साली के लिए सारे नखड़े उसके उसकी गाँड़ में पेलने का, बस एकबार ये तेरी स्साली देवरानी बिदा जो हो जाए न बिना उस गौरेया लिए,

बस अगले दिन से हमारी स्कीम चालू , तेरी सास गाँव के लिए निकलेंगी अपने योग्य ज्येष्ठ पुत्र के साथ, और मैं तेरे साथ, फिर तो उस स्साली का, मटन दो प्याजा , एकदम धीमी आंच पर आराम आराम से बना के और और जब बन जाएगा , हम तुम पेट भर के खा लेंगे न तो एक दो एम् एम् एस तेरी उस देवरानी के पास भी भेज देंगे,... कम से कम देख देख के अपनी आँख सेंक लें और झांटे सुलगा ले " "

.....
और एक बात और जोड़ दी,चल मैंने मान लिए स्साली बहुत हाथ पैर फेंकती है लेकिन ऐसी गाय को ही तो दुहने में ही तो मजा आता है,... "

अब जेठानी जी ने बात काट दी,

" अरे यार उसके लिए उसको गाभिन कराना पडेगा, ... तब जाके बियायेगी और फिर,... "

लेकिन उनकी सहेली के पास हर बात का जवाब था,

" अरे यार उसका अभी इलाज है मेरे पास,... अरे हम दोनों का जो यार है,... वही, उसे जिसे झिल्ली फाड़ने में बहुत मज़ा आता है, फीता भी काटेगा उस गौरैया का और, गाभिन भी कर देगा, अरे अपने सामने मैं उसी की सु सु की प्रिग्नेंसी किट से पॉजिटिव निकाल के भी दिखाउंगी, अभी से सोच के मजा आ रहा है , उस गौरेया का चेहरा,... चुद तो आज कल सब जाती हैं, लेकिन गाभिन होने की बात ही,... और जो उस के हाथ पैर फेंकने वाली बात का इलाज भी है मेरे पास, ...जस्ट एक आइडिया आया,... अरे मैं ले के आउंगी तू कुछ चिंता न कर बस अपनी इस देवरानी से पिंड छुड़ा, वो न ले जाने पाए हम दोनों की गौरेया को,... हाँ वो नॉकआउट पिल्स, चाय उससे बोलना खुद वो बना के ले आये, ... उसे शक एकदम नहीं होना चाहिए,... और फिर कुछ बहाना बना के दुबारा किचेन में ,... मैं अपने पर्स में से शुगर फ्री वाली डिबिया निकाल के, बस एक नॉक आउट पिल्स, कोई स्वाद भी नहीं होता , तुरंत घुल जायेगी,... "

( पृष्ठ २०१ )

जेठानी ने अपनी परेशानी बताई , लेकिन उनकीसहेली ने जो जवाब दिया , कोई टार्चर स्पेशलिस्ट भी शर्मा जाएगा।



सिम्पल, पहले तो कपडे,... उसका एक हाथ मोड़कर पीछे बाँध दूंगी मैं और बस सिर्फ अपने बाएं हाथ से उसे अपने उन कपड़ों को छोटे छोटे टुकड़ों में काटना होगा, ... पैर तो बंधे ही रहेगे उसका एक हाथ भी मोड़के उसे मैं उसके पैरों से ही बाँध दूंगीं,...

और नहीं होगा तो उन कपड़ों की चिन्दी चिन्दी होने पर,... उसी के सामने, हम दोनों मूतेंगे उन कपड़ों पर , और एक बोतल केरासिन तेल डाल के,... उसी को बोलेंगे जलाने के लिए, बस नंगा होने के बाद कोई भी एकदम असहाय हो जाता है। और उस को खड़ी कर के फिर उसके दाएं चूतड़ पर मैं पांच हाथ लगाउंगी , और बाएं वाले पर तुम, बिना कुछ बोले सिर्फ उसकी औकात बताने के लिए. "
-----


" क्या करेगी खा पी के, हम दोनों के यार पर हाथ उठाएगी,.... ? हाँ उस समय जब हम दोनों खाएंगे तो उस का हाथ खोल दूंगी, ... सामने खड़ी रहेगी,... हम दोनों को खाते देखते रहेगी, फिर जूठा बर्तन ले जायेगी, और हाँ तू चाहना तो बोल देना चाहे तो बरतन साफ़ करने पहले जूठन चाट चूट ले , मैं तो आधा ग्लास पानी दे दूंगी उसे , कित्ता प्यासी रहेगी,... हाँ देने की पहले उसे दिखा के अच्छी तरह थूक दूंगी , और नहीं पिया तो २४ घण्टे तक पानी नहीं मिलेगा,... कोई गुस्सा नहीं न डांट फटकार,... "
----

सोने की क्या जरूरत, देखो पहले ८ -१० तक खड़े खड़े रहने में ही उसकी देह की ऐसी तैसी हो जायेगी, फिर दो चीज जरूरी हैं,... किसी को तोड़ने के लिए वैसे तो २४ घण्टे में लोग टूट जाते हैं पर ये बड़ी कर्री है इसके लिए कम से कम दो दिन , दो दिन तक इसे एक मिनट भी सोने नहीं नहीं देना है, हम दोनों बारी बारी से जागेंगे,... अरे घर में पेंटिग , इत्ता काम तो बस , बारी बारी ,... से और फिर हम दोनों की सेवा,...

"एक तो सोने नहीं देना है और दूसरा,.... " जेठानी जी व्यग्र हो रही थीं।

" मूतने नहीं देना है " उनकी सहेली ने साफ़ साफ़ बोला।

फिर साफ़ किया , ... पूरे घर में टॉयलेट के साथ ताला ,... आठ दस घंटे तो खड़ी रहेगी , फिर पहले १२-१४ घंटे तक वही हम दोनों खाने के बाद जो अपना जूठा पानी देंगे , वही , ... और अगले दिन , ... आधे घंटे के अंदर आठ दस ग्लास पानी जबरदस्ती पिला देंगे , नहीं मानेगी तो पटक कर , जमींन पर लिटाकर मुंह में कीप लगाकर दो तीन लीटर पानी धीरे धीरे , ... और उसके पैरों में वही डंडे, ... जिसके बाद वो बैठ नहीं सकती,... अब मूतना है तो खड़े खड़े मूते वो भी बाहर खेत में जा कर, बस दो दिन में सीधी हो जायेगी , कपडे तो उसके बाद भी नहीं मिलेंगे लेकिन पानी खाना , जो हमारे खाने के बाद थाली में बचेगा , .. बैठ भी सकती है पर घर का सारा काम,... "

( पृष्ठ २०३ पोस्ट २०३१ )

छिनार पक्की मास्टरनी थी और वो भी साइंस वाली, पाठ ख़तम करने केपहले मुख्य बिंदु बताये और प्रयोग की आवश्यक सामग्री भी,...



" चार पार्ट हैं , पहले तो उस गौरैया को तोड़ना, न सोने देना, न मूतने देना,... बस दो दिन, बल्कि मुझे तो लगता है एक दिन में ही स्साली टूट जायेगी, फिर दूसरा पार्ट उस को नार्मल मतलब अपनी कुतिया बना के, घर का सब काम काज, झाड़ू पोंछा, खाना बनाने से टॉयलेट साफ़ करना और यहाँ तक की बाजार हाट भी , दो तीन दिन और और तीसरा जिस के हाथ लगाने पर इतना भड़की थीं न उस को दस बार निहोरा कर के हाथ गोड़ जोड़ के उसे बुलाना, जिस जोबन के छूने पे इतना भड़की थी, खुद उसका हाथ पकड़ कर उससे अपने जोबन मिसवाना, मिजवाना, और उस की सेल्फी ,



तब तक जेठानी ने अपना ज्ञान जोड़ा, " अरे उसके भइया उसको दिए हैं , क्या बोलते हैं , हाँ आई फोन बहुत घमंड है हरदम सबको दिखाती रहती है, महंगा है लेटेस्ट मॉडल है,... सबसे बोलती रहती है ,... "



" अरे तब तो बढ़िया सेल्फी भी आएगी, उसी से उस की फोटो भी खींचेंगे, हाँ तो का कह रही थी हाँ तो तीसरा खुद हाथ पैर जोड़ के मना के , अपने हाथ से खुद अपनी शलवार का नाड़ा खोलेगी, चूस चूस के खड़ा करेगी , और खुश खुश चुदवायेगी "

;;;;

मास्टरनी ने तीसरा पार्ट पूरा किया और अब जेठानी मैदान में आगयीं, उन्होंने जोड़ा ,

" और चौथा पार्ट , गाभिन होने का,... "



" एकदम , सहेली बोली और फिर कहा, " और उसके भैया जो फोन दे गए हैं उसी से , अपनी प्रिगनेंसी किट से पॉजिटिव होने की सेल्फी खींच के,... और दो दो दिन रुक के कम से कम तीन बार पॉजिटव होने तक, और हर बार सेल्फी और वीडियो,... "

( पृष्ठ २०३ पोस्ट २०३२ )


अब चल, वो अपनी गौरेया आएगी, चाय में नॉक आऊट पिल्स, फिर मैं दबोचूँगी उसको , तू मूँज की रस्सी से, हाथ पैर, लेकिन मूँज की रस्सी जो कहती हैं बहुत जांगर है उसको न तो कहीं तोड़ ताड़ दे , जुगाड़ लगाय के,... तो स्टील वाली हथकड़ी , ननद रानी क कुल गहना मैं ले आउंगी, बस एक बार ननद रानी ने पहिंन लिया न. और चाभी हमरे तोहरे हाथ में बस , और बेड़ी पैर की शोभा, उसमें छह इंच से नौ इंच तक चेन रहती है , बस ठुमक ठुमक ननद जी चलेंगी न तो , ... "
" हाँ तो वहीँ, कपडे वपड़े उसके उतरवाकर वहीँ हथकड़ी बेड़ी पहनाकर,... एक लम्बी चेन से उसको तान कर उसी खिड़की से बाँध देंगे, चेन ऐसे खींच के की खाली उसका पंजा जमींन पर रहे , एड़ी हवा में, हाथ पीछे कर के एकदम कस के हथकड़ी में , और एक चीज और आती है , मैं मंगा लूंगी अब ऑन लाइन मिलती है लेग स्प्रेडर बहुत बढ़िया , बस दोनों टांग के बीच में टखने पर , तीन फीट, साढ़े तीन फीट जितने पर फिट कर दो , बस टांग फैली रहेगी ,



अरे उस स्साली को टांग फ़ैलाने की भी तो प्रैक्टिस करानी पड़ेगी , और वो एक बार लगाने के साथ बेड़ी बेड़ी उतार लेंगे। बस टंगी रहेगी,... पांच छह घंटे तक भूखे प्यासे ,... और हाँ एक बहुत ख़ास गहना अपनी ननद के लिए जो हमरे लैब में सप्प्लाई करता है न यही से बना लूंगी, एक रॉड , दो ओर लॉक करने का बाँधने का जुगाड़ , बस वही घुटने के दोनों पर , नौ नौ इंच , कस के बाँध के लाक , फिर ससुरी जब तक वो रहेगा बैठ नहीं सकती , ओकरे बाद हम लोग जा के पूछ लेंगी , बड़े आदर से , ' रानी जी प्यास तो नहीं लगी है,... " और अगर वो हाँ बोलेगी न बस दोनों गाल मैं अपने हाथ से चियार दूंगी, फिर तू अपने मुंह में खूब इकठ्ठा कर के, और सीधे ओकरे मुंह में,... माना थूक से प्यास नहीं बुझती लेकिन अब हम भौजाई जो मुंह में होगा वही तो दे सकते हैं। "
....

" हाँ एक बात और , रात में कहीं खड़े खड़े न सो जाए,... तो उसके कान में हेडफोन लगा के मधुर म्यूजिक नाम भी तो उसका संगीत से जुड़ा है ,... ज्यादा नहीं घंटा दो घंटा , फिर हम दोनों बारी बारी से अलार्म लगा के ,... बस उसके पास जा के चेक कर लेंगे , प्यास लगी है तो वही और दोनों चूतड़ पर कस कस के दस दस गिन के, ... और अगले दिन जब प्यास से उसका दिमाग भन्नाने लगेगा न तो बस अबकी तुम उसका मुंह चियाराना, और मैं , एक साथ एक तीन बोतल बल्कि एक बोतल पानी में चार गोली डाईयूरेक्टिस की मिला के, फिर एक बड़ी बोतल बियर, फिर एक बॉटल पानी , दस मिनट के अंदर तीन चार लीटर अंदर,... थोड़ी देर में अइसन मूतवास लगेगी,... हाथ गोड़ जोड़ने लगेगी, ....जब सब बात मान लेगी तो बस वही चेन खोल देंगे और बोल देंगे, जा आंगन में नाली के पास खड़े खड़े , बेड़ी पहने रहेगी तो बस ठुमक ठुमक कर के , ... और घुटने में जो डंडी बंधी रहेगी , तो बैठ तो नहीं सकती , घुटना मुड़ेगा ही नहीं , तो खड़े खड़े ,.. “
----

" तो बस ले आउंगी न अपनी उस कुतिया के लिए खूब चौड़ा पट्टा उसपर उस का नाम भी लिखा रहेगा , दूर से कोई पढ़ ले, और साथ में चोकर खूब कंटीला स्टील का,

" जिससे, पट्टे में चेन रहेगी जो अगर कातिक की उस कुतिया ने छुड़ाने की कोशिश की तो बस जितना फड़फड़ाएगी उतना ही उसके गले में चुभेगी,

;;;;;;;;;;;;;

उस पट्टे में एक जी पी एस भी है , यानी हम लोगों के मोबाइल पे उस की लोकेशन आती रहेगी, और एक छोटा कैमरा और स्पीकर , हमें दिखेगा टॉयलेट ठीक से साफ़ हुआ की नहीं, अपने हाथ से साफ़ करे , बस वो बोल भी सकते हैं , तो कहीं रहे, कुतिया हमारी, रहेगी हमारे कंट्रोल में , और हाँ जब काम धाम हो जाए तो वहीँ खिड़की के पास सब गहने पहना के बेड़ी, स्प्रेडर , हथकड़ी , वहीँ खड़ा कर देंगे , दिन में आठ दस घंटे कम से कम , अपनी औकात में आ जाएगी,... "

( पृष्ठ २०३ -पोस्ट २०३४ )



तो ये सब प्लानिंग थी गुड्डी के लिए बस अगर आज हमारी नहीं चलती तो उनकी चलती ,... और ये सब बातें दिया ने पढ़ी थीं तो कोई भी सहेली और अगर वो दिया की तरह की होगी तो गुस्सा होगी ही

अब आगे खुद सोच लीजिये की दिया ये सब क्यों कर रही है।
Well corroborated and substantiated...
 

motaalund

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आपने लगता है कहानी बीच बीच में से पढ़ी है , और जेठानी के कारनामे या लाल डायरी के पन्ने खोल के नहीं देखे की वो गुड्डी के साथ और कहानी की नायिका के साथ क्या करना चाहती थी,

सच में उनकी सहेली एकदम चालाक थी।



" और यार तू भी आ जाना फिर मिल के शिकार करेंगे गौरैया का " हँसते हुए जेठानी ने अपनी उस एन नाम वाली सहेली को दावतनामा दिया,...



" एकदम स्साली तू क्या अकेले अकेले रस लूटेगी , उस कुँवारी कली का , चुन चुन के पर नोचने हैं हम दोनों को मिल के ,... मैंने तो बहुत प्लानिंग बनायी है उस स्साली के लिए सारे नखड़े उसके उसकी गाँड़ में पेलने का, बस एकबार ये तेरी स्साली देवरानी बिदा जो हो जाए न बिना उस गौरेया लिए,

बस अगले दिन से हमारी स्कीम चालू , तेरी सास गाँव के लिए निकलेंगी अपने योग्य ज्येष्ठ पुत्र के साथ, और मैं तेरे साथ, फिर तो उस स्साली का, मटन दो प्याजा , एकदम धीमी आंच पर आराम आराम से बना के और और जब बन जाएगा , हम तुम पेट भर के खा लेंगे न तो एक दो एम् एम् एस तेरी उस देवरानी के पास भी भेज देंगे,... कम से कम देख देख के अपनी आँख सेंक लें और झांटे सुलगा ले " "

.....
और एक बात और जोड़ दी,चल मैंने मान लिए स्साली बहुत हाथ पैर फेंकती है लेकिन ऐसी गाय को ही तो दुहने में ही तो मजा आता है,... "

अब जेठानी जी ने बात काट दी,

" अरे यार उसके लिए उसको गाभिन कराना पडेगा, ... तब जाके बियायेगी और फिर,... "

लेकिन उनकी सहेली के पास हर बात का जवाब था,

" अरे यार उसका अभी इलाज है मेरे पास,... अरे हम दोनों का जो यार है,... वही, उसे जिसे झिल्ली फाड़ने में बहुत मज़ा आता है, फीता भी काटेगा उस गौरैया का और, गाभिन भी कर देगा, अरे अपने सामने मैं उसी की सु सु की प्रिग्नेंसी किट से पॉजिटिव निकाल के भी दिखाउंगी, अभी से सोच के मजा आ रहा है , उस गौरेया का चेहरा,... चुद तो आज कल सब जाती हैं, लेकिन गाभिन होने की बात ही,... और जो उस के हाथ पैर फेंकने वाली बात का इलाज भी है मेरे पास, ...जस्ट एक आइडिया आया,... अरे मैं ले के आउंगी तू कुछ चिंता न कर बस अपनी इस देवरानी से पिंड छुड़ा, वो न ले जाने पाए हम दोनों की गौरेया को,... हाँ वो नॉकआउट पिल्स, चाय उससे बोलना खुद वो बना के ले आये, ... उसे शक एकदम नहीं होना चाहिए,... और फिर कुछ बहाना बना के दुबारा किचेन में ,... मैं अपने पर्स में से शुगर फ्री वाली डिबिया निकाल के, बस एक नॉक आउट पिल्स, कोई स्वाद भी नहीं होता , तुरंत घुल जायेगी,... "

( पृष्ठ २०१ )

जेठानी ने अपनी परेशानी बताई , लेकिन उनकीसहेली ने जो जवाब दिया , कोई टार्चर स्पेशलिस्ट भी शर्मा जाएगा।



सिम्पल, पहले तो कपडे,... उसका एक हाथ मोड़कर पीछे बाँध दूंगी मैं और बस सिर्फ अपने बाएं हाथ से उसे अपने उन कपड़ों को छोटे छोटे टुकड़ों में काटना होगा, ... पैर तो बंधे ही रहेगे उसका एक हाथ भी मोड़के उसे मैं उसके पैरों से ही बाँध दूंगीं,...

और नहीं होगा तो उन कपड़ों की चिन्दी चिन्दी होने पर,... उसी के सामने, हम दोनों मूतेंगे उन कपड़ों पर , और एक बोतल केरासिन तेल डाल के,... उसी को बोलेंगे जलाने के लिए, बस नंगा होने के बाद कोई भी एकदम असहाय हो जाता है। और उस को खड़ी कर के फिर उसके दाएं चूतड़ पर मैं पांच हाथ लगाउंगी , और बाएं वाले पर तुम, बिना कुछ बोले सिर्फ उसकी औकात बताने के लिए. "
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" क्या करेगी खा पी के, हम दोनों के यार पर हाथ उठाएगी,.... ? हाँ उस समय जब हम दोनों खाएंगे तो उस का हाथ खोल दूंगी, ... सामने खड़ी रहेगी,... हम दोनों को खाते देखते रहेगी, फिर जूठा बर्तन ले जायेगी, और हाँ तू चाहना तो बोल देना चाहे तो बरतन साफ़ करने पहले जूठन चाट चूट ले , मैं तो आधा ग्लास पानी दे दूंगी उसे , कित्ता प्यासी रहेगी,... हाँ देने की पहले उसे दिखा के अच्छी तरह थूक दूंगी , और नहीं पिया तो २४ घण्टे तक पानी नहीं मिलेगा,... कोई गुस्सा नहीं न डांट फटकार,... "
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सोने की क्या जरूरत, देखो पहले ८ -१० तक खड़े खड़े रहने में ही उसकी देह की ऐसी तैसी हो जायेगी, फिर दो चीज जरूरी हैं,... किसी को तोड़ने के लिए वैसे तो २४ घण्टे में लोग टूट जाते हैं पर ये बड़ी कर्री है इसके लिए कम से कम दो दिन , दो दिन तक इसे एक मिनट भी सोने नहीं नहीं देना है, हम दोनों बारी बारी से जागेंगे,... अरे घर में पेंटिग , इत्ता काम तो बस , बारी बारी ,... से और फिर हम दोनों की सेवा,...

"एक तो सोने नहीं देना है और दूसरा,.... " जेठानी जी व्यग्र हो रही थीं।

" मूतने नहीं देना है " उनकी सहेली ने साफ़ साफ़ बोला।

फिर साफ़ किया , ... पूरे घर में टॉयलेट के साथ ताला ,... आठ दस घंटे तो खड़ी रहेगी , फिर पहले १२-१४ घंटे तक वही हम दोनों खाने के बाद जो अपना जूठा पानी देंगे , वही , ... और अगले दिन , ... आधे घंटे के अंदर आठ दस ग्लास पानी जबरदस्ती पिला देंगे , नहीं मानेगी तो पटक कर , जमींन पर लिटाकर मुंह में कीप लगाकर दो तीन लीटर पानी धीरे धीरे , ... और उसके पैरों में वही डंडे, ... जिसके बाद वो बैठ नहीं सकती,... अब मूतना है तो खड़े खड़े मूते वो भी बाहर खेत में जा कर, बस दो दिन में सीधी हो जायेगी , कपडे तो उसके बाद भी नहीं मिलेंगे लेकिन पानी खाना , जो हमारे खाने के बाद थाली में बचेगा , .. बैठ भी सकती है पर घर का सारा काम,... "

( पृष्ठ २०4 पोस्ट २०३१ )

छिनार पक्की मास्टरनी थी और वो भी साइंस वाली, पाठ ख़तम करने केपहले मुख्य बिंदु बताये और प्रयोग की आवश्यक सामग्री भी,...



" चार पार्ट हैं , पहले तो उस गौरैया को तोड़ना, न सोने देना, न मूतने देना,... बस दो दिन, बल्कि मुझे तो लगता है एक दिन में ही स्साली टूट जायेगी, फिर दूसरा पार्ट उस को नार्मल मतलब अपनी कुतिया बना के, घर का सब काम काज, झाड़ू पोंछा, खाना बनाने से टॉयलेट साफ़ करना और यहाँ तक की बाजार हाट भी , दो तीन दिन और और तीसरा जिस के हाथ लगाने पर इतना भड़की थीं न उस को दस बार निहोरा कर के हाथ गोड़ जोड़ के उसे बुलाना, जिस जोबन के छूने पे इतना भड़की थी, खुद उसका हाथ पकड़ कर उससे अपने जोबन मिसवाना, मिजवाना, और उस की सेल्फी ,



तब तक जेठानी ने अपना ज्ञान जोड़ा, " अरे उसके भइया उसको दिए हैं , क्या बोलते हैं , हाँ आई फोन बहुत घमंड है हरदम सबको दिखाती रहती है, महंगा है लेटेस्ट मॉडल है,... सबसे बोलती रहती है ,... "



" अरे तब तो बढ़िया सेल्फी भी आएगी, उसी से उस की फोटो भी खींचेंगे, हाँ तो का कह रही थी हाँ तो तीसरा खुद हाथ पैर जोड़ के मना के , अपने हाथ से खुद अपनी शलवार का नाड़ा खोलेगी, चूस चूस के खड़ा करेगी , और खुश खुश चुदवायेगी "

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मास्टरनी ने तीसरा पार्ट पूरा किया और अब जेठानी मैदान में आगयीं, उन्होंने जोड़ा ,

" और चौथा पार्ट , गाभिन होने का,... "



" एकदम , सहेली बोली और फिर कहा, " और उसके भैया जो फोन दे गए हैं उसी से , अपनी प्रिगनेंसी किट से पॉजिटिव होने की सेल्फी खींच के,... और दो दो दिन रुक के कम से कम तीन बार पॉजिटव होने तक, और हर बार सेल्फी और वीडियो,... "

( पृष्ठ २०4 पोस्ट २०३२ )


अब चल, वो अपनी गौरेया आएगी, चाय में नॉक आऊट पिल्स, फिर मैं दबोचूँगी उसको , तू मूँज की रस्सी से, हाथ पैर, लेकिन मूँज की रस्सी जो कहती हैं बहुत जांगर है उसको न तो कहीं तोड़ ताड़ दे , जुगाड़ लगाय के,... तो स्टील वाली हथकड़ी , ननद रानी क कुल गहना मैं ले आउंगी, बस एक बार ननद रानी ने पहिंन लिया न. और चाभी हमरे तोहरे हाथ में बस , और बेड़ी पैर की शोभा, उसमें छह इंच से नौ इंच तक चेन रहती है , बस ठुमक ठुमक ननद जी चलेंगी न तो , ... "
" हाँ तो वहीँ, कपडे वपड़े उसके उतरवाकर वहीँ हथकड़ी बेड़ी पहनाकर,... एक लम्बी चेन से उसको तान कर उसी खिड़की से बाँध देंगे, चेन ऐसे खींच के की खाली उसका पंजा जमींन पर रहे , एड़ी हवा में, हाथ पीछे कर के एकदम कस के हथकड़ी में , और एक चीज और आती है , मैं मंगा लूंगी अब ऑन लाइन मिलती है लेग स्प्रेडर बहुत बढ़िया , बस दोनों टांग के बीच में टखने पर , तीन फीट, साढ़े तीन फीट जितने पर फिट कर दो , बस टांग फैली रहेगी ,



अरे उस स्साली को टांग फ़ैलाने की भी तो प्रैक्टिस करानी पड़ेगी , और वो एक बार लगाने के साथ बेड़ी बेड़ी उतार लेंगे। बस टंगी रहेगी,... पांच छह घंटे तक भूखे प्यासे ,... और हाँ एक बहुत ख़ास गहना अपनी ननद के लिए जो हमरे लैब में सप्प्लाई करता है न यही से बना लूंगी, एक रॉड , दो ओर लॉक करने का बाँधने का जुगाड़ , बस वही घुटने के दोनों पर , नौ नौ इंच , कस के बाँध के लाक , फिर ससुरी जब तक वो रहेगा बैठ नहीं सकती , ओकरे बाद हम लोग जा के पूछ लेंगी , बड़े आदर से , ' रानी जी प्यास तो नहीं लगी है,... " और अगर वो हाँ बोलेगी न बस दोनों गाल मैं अपने हाथ से चियार दूंगी, फिर तू अपने मुंह में खूब इकठ्ठा कर के, और सीधे ओकरे मुंह में,... माना थूक से प्यास नहीं बुझती लेकिन अब हम भौजाई जो मुंह में होगा वही तो दे सकते हैं। "
....

" हाँ एक बात और , रात में कहीं खड़े खड़े न सो जाए,... तो उसके कान में हेडफोन लगा के मधुर म्यूजिक नाम भी तो उसका संगीत से जुड़ा है ,... ज्यादा नहीं घंटा दो घंटा , फिर हम दोनों बारी बारी से अलार्म लगा के ,... बस उसके पास जा के चेक कर लेंगे , प्यास लगी है तो वही और दोनों चूतड़ पर कस कस के दस दस गिन के, ... और अगले दिन जब प्यास से उसका दिमाग भन्नाने लगेगा न तो बस अबकी तुम उसका मुंह चियाराना, और मैं , एक साथ एक तीन बोतल बल्कि एक बोतल पानी में चार गोली डाईयूरेक्टिस की मिला के, फिर एक बड़ी बोतल बियर, फिर एक बॉटल पानी , दस मिनट के अंदर तीन चार लीटर अंदर,... थोड़ी देर में अइसन मूतवास लगेगी,... हाथ गोड़ जोड़ने लगेगी, ....जब सब बात मान लेगी तो बस वही चेन खोल देंगे और बोल देंगे, जा आंगन में नाली के पास खड़े खड़े , बेड़ी पहने रहेगी तो बस ठुमक ठुमक कर के , ... और घुटने में जो डंडी बंधी रहेगी , तो बैठ तो नहीं सकती , घुटना मुड़ेगा ही नहीं , तो खड़े खड़े ,.. “
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" तो बस ले आउंगी न अपनी उस कुतिया के लिए खूब चौड़ा पट्टा उसपर उस का नाम भी लिखा रहेगा , दूर से कोई पढ़ ले, और साथ में चोकर खूब कंटीला स्टील का,

" जिससे, पट्टे में चेन रहेगी जो अगर कातिक की उस कुतिया ने छुड़ाने की कोशिश की तो बस जितना फड़फड़ाएगी उतना ही उसके गले में चुभेगी,

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उस पट्टे में एक जी पी एस भी है , यानी हम लोगों के मोबाइल पे उस की लोकेशन आती रहेगी, और एक छोटा कैमरा और स्पीकर , हमें दिखेगा टॉयलेट ठीक से साफ़ हुआ की नहीं, अपने हाथ से साफ़ करे , बस वो बोल भी सकते हैं , तो कहीं रहे, कुतिया हमारी, रहेगी हमारे कंट्रोल में , और हाँ जब काम धाम हो जाए तो वहीँ खिड़की के पास सब गहने पहना के बेड़ी, स्प्रेडर , हथकड़ी , वहीँ खड़ा कर देंगे , दिन में आठ दस घंटे कम से कम , अपनी औकात में आ जाएगी,... "

( पृष्ठ २०३ -पोस्ट २०३४ )


तो ये सब प्लानिंग थी गुड्डी के लिए बस अगर आज हमारी नहीं चलती तो उनकी चलती ,... और ये सब बातें दिया ने पढ़ी थीं तो कोई भी सहेली और अगर वो दिया की तरह की होगी तो गुस्सा होगी ही

अब आगे खुद सोच लीजिये की दिया ये सब क्यों कर रही है।
I think this post has been repeated unintetionally.
 

Jay87x

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जेठानी का परमानेंट इंतजाम करना बहुत जरूरी था ,और उनकी वो बहन उसकी तो मैं चाहे दुनिया इधर से उधर हो जाए ,ले के रहूंगी। उस स्साली की आगे से भी पीछे से भी।


और वो स्साली गुड्डी से भी छोटी थी , अभी हाईस्कूल पास किया था , पर ,.. ऐसी प्लानिंग जेठानी ने उससे बोला की एक बार ये देवरानी मेरे नीचे आ जाए न तो देखना इस गुड्डी की शादी सनदीपवा के कउनो रिश्तेदार से , गाँव में कउनो मोटा खूंटा वाला भरौटी का , ... बहुत डाक्टर बनना चाहती है ,कंडा थापेगी। कुल गांव वाले चढेंगे उस के ऊपर।



पर वो छिनार , बात काट के बोली ,



" अरे नहीं दीदी , ...एक बार ये सब डाटा अगर मैं सब सही जगह पहुंचा दूंगी तो न तो बस , आपके देवर की तो नौकरी जाएगी ,देवरानी की सारी एकड़ भी। फिर तो उसके सामने ही आप जिस के आगे कहियेगा गुड्डी रानी अपनी शलवार खोलेंगी ,हाँ आपकी ननद के लिए मैंने एक अच्छा लड़का सोचा है , अरे वो है न ताली बजाने वाला , लड़के के होने पे जो लोग आते हैं न वही उसी गोल का , .. रोज औरत का ड्रेस पहनते हैं , आपकी ननद बियाहने के लिए दूल्हे का ड्रेस पहना देंगे न अरे मजा आएगा सुहागरात में , बहुत आग लगी रहती है न उसकी सुरमेदानी में , आपके भइआ को मना की थी न , सुहागरात में डेढ़ इंच वाला मिलेगा न , बस मुझे परसों लौट के आने दीजिये ,... और ये लग चले भी जायँगे फिर ,... "



मेरे तो सर से पैर तक आग लग गयी , गुस्से से मैंने मोबाइल चूर चूर कर दिया , जिस रिकार्डिंग के बल पर उसे भरोसा था ,... डाटा भी सब डिलीट हो गया था।



उस छुटकी की तो मैं ,.. सब की ओपिनियन मांगूंगी क्या होना चाहिए इनकी बहना के लिए और फिर दिया के साथ मिल के ,...



मैं जेठानी और उनकी बहना के बारे में सोच रही थी ,तभी,... स्काइप पर

चंपा बाई प्रकट हो गयीं। खूब गोरी चिठ्ठी ,मांसल भरी भरी देह , उमर ४५-४६ से कम नहीं लेकिन ३५ से एक दिन ज्यादा नहीं लगती थी। हीरे की कील नाक में चमक रही थी। और सबसे बढ़कर ऎटिट्यूड ,



" नाम बताओ न ,मायका कहाँ है " उन्होंने बहुत प्यार से पूछा।
ओ तेरी। ये जेठानी तो तोप निकली। पर भूल से गलत छेद में उंगली कर बैठी। अब अपने सारे छेद बजवाएंगी वो भी प्रेम से😉
 

motaalund

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Page 201 and page 204
Reference is to the point. However more has to come from jethani ji along with her near and dear ones, as they will not bow so easily.
 

motaalund

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और इनके साथ, अपने भैया की गाभिन बहिनिया अपने देवर के पल्ले बांधना चाहती थीं, मैं आ ही नहीं सकती थी , जेठ जी का फर्जी परचा और मैं आ गयी तो गैस की सहायता से मुझे ' विदा करने' का पूरा प्लान और फिर उनकी ' गाभिन बहिन; देवरानी बन के आ जाती,




पेज ३३५


लेकिन एक बात जो लाल डायरी में थी मेरे बारे में उसे पढ़ के मेरे बस आंसू निकल आये,... मेरे आने के दो दिन के अंदर ही किचेन मेरे हवाले , बेड टी से लेकर रात के खाने तक सब मेरे जिम्मे,.. सास शायद गाँव गयी थीं, दो दिन के लिए, और जेठानी ने रोज की तरह , लेकिन उस दिन ख़ास हुकुम था ,... कल एक पूजा होती है , जिसमें मुंह अँधेरे सूरज निकलने के पहले सब बन जाना चाहिए, साढ़े पांच बजे के पहले,... और आज कल चार बजे से पावर कट रहता है छह बजे तक,... मोमबत्ती और दियासलाई दोनों किचेन में ध्यान से रख देना,... किचेन में वो कहाँ रहता है ये मत पूछना,... रोज तो सुबह नौ बजे तक उठती हो , महरानी की तरह , एक दिन जल्दी उठ जाओगी तो क्या ,... और हाँ नहा जरूर लेना फ्रेश कपडे भी , ये नहीं की वही सब .. पहने , पूजा का खाना बनना है नयी बहू ही बनाती है,...

और रात को भी उन्होंने जब मैं किचेन समेट रही थी , दस बार मोमबत्ती माचिस और चार बजे का नाम लिया ,

खैर मैंने अलार्म लगा लिया था , सोने तो ये खैर देते नहीं , मेरी सासू जी का बेटा मेरे कपड़ों और नींद दोनों का दुश्मन था,... पौने चार बजे ही उठ के मैं नहा धो के फ्रेश कपडे पहन के , सवा चार बजे मैं किचेन में पहुंची, लाइट तो चार बजे ही चली गयी थी ,... बस किसी तरह मोमबत्ती और दियासलाई ढूंढ के , चूल्हे के पास ही रखा था मैंने ,... और माचिस जलाने ही वाली थी की एक हलकी सी महक नाक में आयी ,... मेरी कुछ समझ में नहीं आया , .... लेकिन फिर वो थोड़ी सी तेज ,... मैं डरी और जल्दी से इनको आवाज लगाई ,... इनकी नींद,.. लेकिन मेरी आवाज तो इन्हे दूर से ही सुनाई पड़ जाती थी और गहरी नींद में हो तो भी , बस पल भर में वो मेरे पास ,... और मुझसे पहले वो चिल्लाये गैस,... और झट झट किचेन की सारी खिड़कियां खोल दी, माचिस मेरे हाथ से छीन के दूर फेंक दी ,...

और उनकी चिल्लाहट सुन के जेठानी जी आ गयीं और पीछे पीछे जेठ जी भी,... और डांट मुझे ही पड़ी,

" इत्ती जल्दी रहती है रात में, दस बार बोला है गैस ऊपर नीचे दोनों ओर से बंद करो,... लेकिन इतनी जल्दी रहती है ऊपर जाने की , अरे नयी शादी मेरी भी हुयी थी, ऐसी आग तो नहीं लगी रहती थी,... मायके में कैसे रहती थी , कैसे खुजली मिटाती थी , आठ दस यार तो कम से पाले होंगे,.... कहाँ से आ गयीं , एक बात की तमीज नहीं,... "

और उस होते होते रह गए हादसे का पूरा हाल लाल डायरी में था , जेठानी का हस्तलिखित, ... उन्होंने ही जेठ जी से कहलवा के सास को दो दिन के लिए गाँव भिजवाया था और,... जैसे ही मेरे कमरे की ऊपर बत्ती जली,... किचेन में आ के पहले तो उन्होंने सारी खिड़कियां अच्छी तरह से चिपका के बंद कीं, फिर गैस फुल पे खोल के किचेन का दरवाजा भी चिपका के बंद कर दिया , जिससे मेरे आने के आधे घंटे के अंदर किचेन में गैस अच्छी तरह भर जाए और मैं जैसे मोमबत्ती जलाने के लिए माचिस जलाऊं ,...धड़ाम,...
इतनी बातें थीं , पूरे डिटेल्स के साथ,... मैं पढ़तीं कभी आँखों में आंसू नाचते कभी बिस्तर पर सोई जेठानी को देखती और गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ता ,...

और मैंने लाल डायरी और दोनों पुर्जों को सहेजा और ,....
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