आपने लगता है कहानी बीच बीच में से पढ़ी है , और जेठानी के कारनामे या लाल डायरी के पन्ने खोल के नहीं देखे की वो गुड्डी के साथ और कहानी की नायिका के साथ क्या करना चाहती थी,
सच में उनकी सहेली एकदम चालाक थी।
" और यार तू भी आ जाना फिर मिल के शिकार करेंगे गौरैया का " हँसते हुए जेठानी ने अपनी उस एन नाम वाली सहेली को दावतनामा दिया,...
" एकदम स्साली तू क्या अकेले अकेले रस लूटेगी , उस कुँवारी कली का , चुन चुन के पर नोचने हैं हम दोनों को मिल के ,... मैंने तो बहुत प्लानिंग बनायी है उस स्साली के लिए सारे नखड़े उसके उसकी गाँड़ में पेलने का, बस एकबार ये तेरी स्साली देवरानी बिदा जो हो जाए न बिना उस गौरेया लिए,
बस अगले दिन से हमारी स्कीम चालू , तेरी सास गाँव के लिए निकलेंगी अपने योग्य ज्येष्ठ पुत्र के साथ, और मैं तेरे साथ, फिर तो उस स्साली का, मटन दो प्याजा , एकदम धीमी आंच पर आराम आराम से बना के और और जब बन जाएगा , हम तुम पेट भर के खा लेंगे न तो एक दो एम् एम् एस तेरी उस देवरानी के पास भी भेज देंगे,... कम से कम देख देख के अपनी आँख सेंक लें और झांटे सुलगा ले " "
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और एक बात और जोड़ दी,चल मैंने मान लिए स्साली बहुत हाथ पैर फेंकती है लेकिन ऐसी गाय को ही तो दुहने में ही तो मजा आता है,... "
अब जेठानी जी ने बात काट दी,
" अरे यार उसके लिए उसको गाभिन कराना पडेगा, ... तब जाके बियायेगी और फिर,... "
लेकिन उनकी सहेली के पास हर बात का जवाब था,
" अरे यार उसका अभी इलाज है मेरे पास,... अरे हम दोनों का जो यार है,... वही, उसे जिसे झिल्ली फाड़ने में बहुत मज़ा आता है, फीता भी काटेगा उस गौरैया का और, गाभिन भी कर देगा, अरे अपने सामने मैं उसी की सु सु की प्रिग्नेंसी किट से पॉजिटिव निकाल के भी दिखाउंगी, अभी से सोच के मजा आ रहा है , उस गौरेया का चेहरा,... चुद तो आज कल सब जाती हैं, लेकिन गाभिन होने की बात ही,... और जो उस के हाथ पैर फेंकने वाली बात का इलाज भी है मेरे पास, ...जस्ट एक आइडिया आया,... अरे मैं ले के आउंगी तू कुछ चिंता न कर बस अपनी इस देवरानी से पिंड छुड़ा, वो न ले जाने पाए हम दोनों की गौरेया को,... हाँ वो नॉकआउट पिल्स, चाय उससे बोलना खुद वो बना के ले आये, ... उसे शक एकदम नहीं होना चाहिए,... और फिर कुछ बहाना बना के दुबारा किचेन में ,... मैं अपने पर्स में से शुगर फ्री वाली डिबिया निकाल के, बस एक नॉक आउट पिल्स, कोई स्वाद भी नहीं होता , तुरंत घुल जायेगी,... "
( पृष्ठ २०१ )
जेठानी ने अपनी परेशानी बताई , लेकिन उनकीसहेली ने जो जवाब दिया , कोई टार्चर स्पेशलिस्ट भी शर्मा जाएगा।
सिम्पल, पहले तो कपडे,... उसका एक हाथ मोड़कर पीछे बाँध दूंगी मैं और बस सिर्फ अपने बाएं हाथ से उसे अपने उन कपड़ों को छोटे छोटे टुकड़ों में काटना होगा, ... पैर तो बंधे ही रहेगे उसका एक हाथ भी मोड़के उसे मैं उसके पैरों से ही बाँध दूंगीं,...
और नहीं होगा तो उन कपड़ों की चिन्दी चिन्दी होने पर,... उसी के सामने, हम दोनों मूतेंगे उन कपड़ों पर , और एक बोतल केरासिन तेल डाल के,... उसी को बोलेंगे जलाने के लिए, बस नंगा होने के बाद कोई भी एकदम असहाय हो जाता है। और उस को खड़ी कर के फिर उसके दाएं चूतड़ पर मैं पांच हाथ लगाउंगी , और बाएं वाले पर तुम, बिना कुछ बोले सिर्फ उसकी औकात बताने के लिए. "
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" क्या करेगी खा पी के, हम दोनों के यार पर हाथ उठाएगी,.... ? हाँ उस समय जब हम दोनों खाएंगे तो उस का हाथ खोल दूंगी, ... सामने खड़ी रहेगी,... हम दोनों को खाते देखते रहेगी, फिर जूठा बर्तन ले जायेगी, और हाँ तू चाहना तो बोल देना चाहे तो बरतन साफ़ करने पहले जूठन चाट चूट ले , मैं तो आधा ग्लास पानी दे दूंगी उसे , कित्ता प्यासी रहेगी,... हाँ देने की पहले उसे दिखा के अच्छी तरह थूक दूंगी , और नहीं पिया तो २४ घण्टे तक पानी नहीं मिलेगा,... कोई गुस्सा नहीं न डांट फटकार,... "
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सोने की क्या जरूरत, देखो पहले ८ -१० तक खड़े खड़े रहने में ही उसकी देह की ऐसी तैसी हो जायेगी, फिर दो चीज जरूरी हैं,... किसी को तोड़ने के लिए वैसे तो २४ घण्टे में लोग टूट जाते हैं पर ये बड़ी कर्री है इसके लिए कम से कम दो दिन , दो दिन तक इसे एक मिनट भी सोने नहीं नहीं देना है, हम दोनों बारी बारी से जागेंगे,... अरे घर में पेंटिग , इत्ता काम तो बस , बारी बारी ,... से और फिर हम दोनों की सेवा,...
"एक तो सोने नहीं देना है और दूसरा,.... " जेठानी जी व्यग्र हो रही थीं।
" मूतने नहीं देना है " उनकी सहेली ने साफ़ साफ़ बोला।
फिर साफ़ किया , ... पूरे घर में टॉयलेट के साथ ताला ,... आठ दस घंटे तो खड़ी रहेगी , फिर पहले १२-१४ घंटे तक वही हम दोनों खाने के बाद जो अपना जूठा पानी देंगे , वही , ... और अगले दिन , ... आधे घंटे के अंदर आठ दस ग्लास पानी जबरदस्ती पिला देंगे , नहीं मानेगी तो पटक कर , जमींन पर लिटाकर मुंह में कीप लगाकर दो तीन लीटर पानी धीरे धीरे , ... और उसके पैरों में वही डंडे, ... जिसके बाद वो बैठ नहीं सकती,... अब मूतना है तो खड़े खड़े मूते वो भी बाहर खेत में जा कर, बस दो दिन में सीधी हो जायेगी , कपडे तो उसके बाद भी नहीं मिलेंगे लेकिन पानी खाना , जो हमारे खाने के बाद थाली में बचेगा , .. बैठ भी सकती है पर घर का सारा काम,... "
( पृष्ठ २०३ पोस्ट २०३१ )
छिनार पक्की मास्टरनी थी और वो भी साइंस वाली, पाठ ख़तम करने केपहले मुख्य बिंदु बताये और प्रयोग की आवश्यक सामग्री भी,...
" चार पार्ट हैं , पहले तो उस गौरैया को तोड़ना, न सोने देना, न मूतने देना,... बस दो दिन, बल्कि मुझे तो लगता है एक दिन में ही स्साली टूट जायेगी, फिर दूसरा पार्ट उस को नार्मल मतलब अपनी कुतिया बना के, घर का सब काम काज, झाड़ू पोंछा, खाना बनाने से टॉयलेट साफ़ करना और यहाँ तक की बाजार हाट भी , दो तीन दिन और और तीसरा जिस के हाथ लगाने पर इतना भड़की थीं न उस को दस बार निहोरा कर के हाथ गोड़ जोड़ के उसे बुलाना, जिस जोबन के छूने पे इतना भड़की थी, खुद उसका हाथ पकड़ कर उससे अपने जोबन मिसवाना, मिजवाना, और उस की सेल्फी ,
तब तक जेठानी ने अपना ज्ञान जोड़ा, " अरे उसके भइया उसको दिए हैं , क्या बोलते हैं , हाँ आई फोन बहुत घमंड है हरदम सबको दिखाती रहती है, महंगा है लेटेस्ट मॉडल है,... सबसे बोलती रहती है ,... "
" अरे तब तो बढ़िया सेल्फी भी आएगी, उसी से उस की फोटो भी खींचेंगे, हाँ तो का कह रही थी हाँ तो तीसरा खुद हाथ पैर जोड़ के मना के , अपने हाथ से खुद अपनी शलवार का नाड़ा खोलेगी, चूस चूस के खड़ा करेगी , और खुश खुश चुदवायेगी "
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मास्टरनी ने तीसरा पार्ट पूरा किया और अब जेठानी मैदान में आगयीं, उन्होंने जोड़ा ,
" और चौथा पार्ट , गाभिन होने का,... "
" एकदम , सहेली बोली और फिर कहा, " और उसके भैया जो फोन दे गए हैं उसी से , अपनी प्रिगनेंसी किट से पॉजिटिव होने की सेल्फी खींच के,... और दो दो दिन रुक के कम से कम तीन बार पॉजिटव होने तक, और हर बार सेल्फी और वीडियो,... "
( पृष्ठ २०३ पोस्ट २०३२ )
अब चल, वो अपनी गौरेया आएगी, चाय में नॉक आऊट पिल्स, फिर मैं दबोचूँगी उसको , तू मूँज की रस्सी से, हाथ पैर, लेकिन मूँज की रस्सी जो कहती हैं बहुत जांगर है उसको न तो कहीं तोड़ ताड़ दे , जुगाड़ लगाय के,... तो स्टील वाली हथकड़ी , ननद रानी क कुल गहना मैं ले आउंगी, बस एक बार ननद रानी ने पहिंन लिया न. और चाभी हमरे तोहरे हाथ में बस , और बेड़ी पैर की शोभा, उसमें छह इंच से नौ इंच तक चेन रहती है , बस ठुमक ठुमक ननद जी चलेंगी न तो , ... "
" हाँ तो वहीँ, कपडे वपड़े उसके उतरवाकर वहीँ हथकड़ी बेड़ी पहनाकर,... एक लम्बी चेन से उसको तान कर उसी खिड़की से बाँध देंगे, चेन ऐसे खींच के की खाली उसका पंजा जमींन पर रहे , एड़ी हवा में, हाथ पीछे कर के एकदम कस के हथकड़ी में , और एक चीज और आती है , मैं मंगा लूंगी अब ऑन लाइन मिलती है लेग स्प्रेडर बहुत बढ़िया , बस दोनों टांग के बीच में टखने पर , तीन फीट, साढ़े तीन फीट जितने पर फिट कर दो , बस टांग फैली रहेगी ,
अरे उस स्साली को टांग फ़ैलाने की भी तो प्रैक्टिस करानी पड़ेगी , और वो एक बार लगाने के साथ बेड़ी बेड़ी उतार लेंगे। बस टंगी रहेगी,... पांच छह घंटे तक भूखे प्यासे ,... और हाँ एक बहुत ख़ास गहना अपनी ननद के लिए जो हमरे लैब में सप्प्लाई करता है न यही से बना लूंगी, एक रॉड , दो ओर लॉक करने का बाँधने का जुगाड़ , बस वही घुटने के दोनों पर , नौ नौ इंच , कस के बाँध के लाक , फिर ससुरी जब तक वो रहेगा बैठ नहीं सकती , ओकरे बाद हम लोग जा के पूछ लेंगी , बड़े आदर से , ' रानी जी प्यास तो नहीं लगी है,... " और अगर वो हाँ बोलेगी न बस दोनों गाल मैं अपने हाथ से चियार दूंगी, फिर तू अपने मुंह में खूब इकठ्ठा कर के, और सीधे ओकरे मुंह में,... माना थूक से प्यास नहीं बुझती लेकिन अब हम भौजाई जो मुंह में होगा वही तो दे सकते हैं। "
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" हाँ एक बात और , रात में कहीं खड़े खड़े न सो जाए,... तो उसके कान में हेडफोन लगा के मधुर म्यूजिक नाम भी तो उसका संगीत से जुड़ा है ,... ज्यादा नहीं घंटा दो घंटा , फिर हम दोनों बारी बारी से अलार्म लगा के ,... बस उसके पास जा के चेक कर लेंगे , प्यास लगी है तो वही और दोनों चूतड़ पर कस कस के दस दस गिन के, ... और अगले दिन जब प्यास से उसका दिमाग भन्नाने लगेगा न तो बस अबकी तुम उसका मुंह चियाराना, और मैं , एक साथ एक तीन बोतल बल्कि एक बोतल पानी में चार गोली डाईयूरेक्टिस की मिला के, फिर एक बड़ी बोतल बियर, फिर एक बॉटल पानी , दस मिनट के अंदर तीन चार लीटर अंदर,... थोड़ी देर में अइसन मूतवास लगेगी,... हाथ गोड़ जोड़ने लगेगी, ....जब सब बात मान लेगी तो बस वही चेन खोल देंगे और बोल देंगे, जा आंगन में नाली के पास खड़े खड़े , बेड़ी पहने रहेगी तो बस ठुमक ठुमक कर के , ... और घुटने में जो डंडी बंधी रहेगी , तो बैठ तो नहीं सकती , घुटना मुड़ेगा ही नहीं , तो खड़े खड़े ,.. “
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" तो बस ले आउंगी न अपनी उस कुतिया के लिए खूब चौड़ा पट्टा उसपर उस का नाम भी लिखा रहेगा , दूर से कोई पढ़ ले, और साथ में चोकर खूब कंटीला स्टील का,
" जिससे, पट्टे में चेन रहेगी जो अगर कातिक की उस कुतिया ने छुड़ाने की कोशिश की तो बस जितना फड़फड़ाएगी उतना ही उसके गले में चुभेगी,
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उस पट्टे में एक जी पी एस भी है , यानी हम लोगों के मोबाइल पे उस की लोकेशन आती रहेगी, और एक छोटा कैमरा और स्पीकर , हमें दिखेगा टॉयलेट ठीक से साफ़ हुआ की नहीं, अपने हाथ से साफ़ करे , बस वो बोल भी सकते हैं , तो कहीं रहे, कुतिया हमारी, रहेगी हमारे कंट्रोल में , और हाँ जब काम धाम हो जाए तो वहीँ खिड़की के पास सब गहने पहना के बेड़ी, स्प्रेडर , हथकड़ी , वहीँ खड़ा कर देंगे , दिन में आठ दस घंटे कम से कम , अपनी औकात में आ जाएगी,... "
( पृष्ठ २०३ -पोस्ट २०३४ )
तो ये सब प्लानिंग थी गुड्डी के लिए बस अगर आज हमारी नहीं चलती तो उनकी चलती ,... और ये सब बातें दिया ने पढ़ी थीं तो कोई भी सहेली और अगर वो दिया की तरह की होगी तो गुस्सा होगी ही
अब आगे खुद सोच लीजिये की दिया ये सब क्यों कर रही है।