समाज बहु-आयामी है और एक आयाम की सुधारक लेखिका भी हैं....बेहरतीन अपडेट कोमल जी, इस कहानी का नाम कोमलिया- समाज सुधारक होना चाहिए था. आखिर आपने पति को sex deprivation aur frustration से निकालने के बाद अब हमारी प्यारी कोमलिया दोनों कबुतरियो को सेक्स फ़्रस्ट्रेशन और depreivation से बाहर निकालेगी. उसके बाद मिसेस मोइत्रा का नंबर आएगा और फिर Mr मोइत्रा बहार निकलेगें. Means कंपनी मै corporate rivalry बिलकुल ख़तम और तीनो लोग (आपके पति, Mr Khanna, Mr Moitra) मिल कर इस कंपनी को India की नंबर one कंपनी बनाएगें. दिन मै काम और रात मै सब मिल कर मजे करेगें. हमारी कोमलिया अपनी इस पेलम पट्टी योजना के द्वारा देश को आर्थिक बुलंदियों पर जरूर पोहोचाएगी. ऐसा हम सारे पाठको का विशवास है.
मगर कोमल जी हमारी प्यारी कोमलिया तक एक सन्देश पंहुचा दीजिये. यही की वो आखिर आपने जेठ जी का भी उद्धार करे. आखिर जेठ जी कब तक कोमलिया के पति की तरह सेक्स डेप्रिवेशन मै रहेगें. वो बेचारे आपकी सास को श्रवण कुमार बने तीर्थ यात्रा करवा रहे हैं और वो पंडो से मजे ले रही है. और जेठानी संस्कारी बनी जेठ जी को उल्लू बना रही है. कोमलिया से बोलिये की कब तक वो इस नाइंसाफी को घर मै बर्दाश्त करेगी. इस जेठानी को निकल के गीता की शादी जेठ जी से करवा दीजिये. फिर पूरा घर सुखी.
आखिर अपने आस-पास के समाज के उद्धार में इनका विशिष्ट योगदान है...