- 22,254
- 57,912
- 259
![exforum.live](https://exforum.live/data/assets/logo/xf192.png)
Erotica - फागुन के दिन चार
फागुन के दिन चार भाग २७मैं, गुड्डी और होटलis on Page 325, please do read, enjoy, like and comment.
भाग ६ -
चंदा भाभी, ---अनाड़ी बना खिलाड़ी
Phagun ke din chaar update posted
please read, like, enjoy and comment
![Teej-Anveshi-Jain-1619783350-anveshi-jain-2.jpg Teej-Anveshi-Jain-1619783350-anveshi-jain-2.jpg](https://i.ibb.co/mFHyBw7/Teej-Anveshi-Jain-1619783350-anveshi-jain-2.jpg)
तेल मलते हुए भाभी बोली- “देवरजी ये असली सांडे का तेल है। अफ्रीकन। मुश्किल से मिलता है। इसका असर मैं देख चुकी हूँ। ये दुबई से लाये थे दो बोतल। केंचुए पे लगाओ तो सांप हो जाता है और तुम्हारा तो पहले से ही कड़ियल नाग है…”
मैं समझ गया की भाभी के ‘उनके’ की क्या हालत है?
चन्दा भाभी ने पूरी बोतल उठाई, और एक साथ पांच-छ बूँद सीधे मेरे लिंग के बेस पे डाल दिया और अपनी दो लम्बी उंगलियों से मालिश करने लगी।
जोश के मारे मेरी हालत खराब हो रही थी। मैंने कहा-
“भाभी करने दीजिये न। बहुत मन कर रहा है। और। कब तक असर रहेगा इस तेल का…”
भाभी बोली-
“अरे लाला थोड़ा तड़पो, वैसे भी मैंने बोला ना की अनाड़ी के साथ मैं खतरा नहीं लूंगी। बस थोड़ा देर रुको। हाँ इसका असर कम से कम पांच-छ: घंटे तो पूरा रहता है और रोज लगाओ तो परमानेंट असर भी होता है। मोटाई भी बढ़ती है और कड़ापन भी