नीलम : (सरमाते मुस्कुराते) मोम.. पता हे मुजे.. सब मर्दोको अेक ही चीजमे इन्ट्रेस होता हे.. आप फीकर मत करो.. बहुत जल्द मे उनको अपने वसमे कर लुगी..
रमा : (सरमाते मुस्कुराते) कमीनी.. वो अैसे ही तेरे वसमे नही आयेगे.. इसके लीये तुजे इनके नीचे लेटना पडेगा.. ओर सीर्फ उनको वसमे नही करना.. अपना काम भी नीकलवाती रहेना.. तुजे पता हेनां उनके पास कीतना पैसा हे..? हम दोनो आरामसे जींदगी जी सकेगे.. अगर वो तुजे अपने नीचे लेटनेको कहे तो बीना कुछ नखरे कीये बगैर लेट जाना.. यही तो जींदगीका असली मजा हे.. हें..हें..हें..
नीलम : (सरमाते धीरेसे) मम्मी.. आप भीनां.. मे उनको कैसे कहु..? की मुजे आप चो.. आइ मीन मुजे पैसे चाहीये.. मुजे तो इन सबके लीये बहुत सरम आयेगी..
रमा : (सर्मसार होकर मुस्कुराते) हां नीलु.. सर्मा मत.. मुजसे खुलकर बात कीया कर.. तु अभी मर्दोको अच्छी तराह जानती नही हे.. वो हमारी कोइ बात हो या हमारी कोइ डिमान्ड वो कभी नही मानते.. बस.. सीर्फ अेक ही वक्त होता हे.. तब वो हमारी सभी बाते भी मान लेते हे.. ओर हमारी सब डिमान्ड भी मान लेते हे.. तब वो हमे कभी मना नही करते..
नीलम : (आस्चर्यसे देखते मुस्कुराते) मोम.. कोनसा वक्त..? बताइअेनां.. मुजे इन सब चीजोका कोइ अनुभव नही हे..
रमा : (सर्मसार होते नीलुके पास सरकते धीरेसे) नीलु.. जब हम उनके नीचे लैटी होती हे.. जब वो हमारे साथ सेक्स कर रहे होते.. तब वो हमारी सब डिमान्ड मान लेते हे.. तब वो पुरी तराह हमारे वसमे होते हे.. तु समज गइनां..? इसीलीये तुजे आगे बढनेको केह रही हु.. वहा उनके नीचे लेटनेमे बहुत वक्त जाहीर मत करना.. तेरे पास तीन साल हे.. हम ये तीन सालमे उनके पास बहुत कुछ हासील कर सकती हे..
नीलम : (सरमाकर मुस्कुराते धीरेसे) मोम.. क्या आप भी पापाके साथ अैसे करती हे..? बताइअेनां..
रमा : (अेकदम सर्मसार होते अेक पैर नीलमकी कमरपे डालते) कमीनी.. अपनी मां को अैसा पुछनेमे सरम नही आती..? हें..हें..हें..
नीलम : (हसते धीरेसे रमाकी कमरपे हाथ रखते) मोम.. मे अपनी मम्मीको थोडीना पुछ रही हु.. आप भुल गइ.. अब हम दोनो सहेलीया हे.. हें..हें..हें.. बताइअेनां.. बहुत मजा आता हे.. हें..हें..हें..
रमा : (सरमाकर नीलमकी कमरपे हाथ रखते हसते) कमीनी तुजे तो मजा ही आयेगाना.. तु बहुत बीगड गइ हे.. ठीक हे.. सुन.. हां.. मे भी अैसा ही करती थी.. जब हमारी सादी नही हुइ थी.. तेरे इस पापा मेरी सभी जरुरतोको पुरी करते थे.. लेकीन अब नही.. आज कल तेरे पापा कुछ ज्यादा ही सरीफ होगये हे.. क्युकी अब उनको मे नही.. मेरी सौतन ज्यादा अच्छी लगती हे.. जब वो मेरे उपर होते हे.. तब भी वो मेरी सौतनकी बाते करते रहेते हे.. तो अब मे उनको अपने बदनको छुने नही देती..
नीलम : (सरमाते धीरेसे उतेजनामे रमासे चीपकते बुब्सपे हाथ रखते) मोम.. आपको नही लगता आप कुछ जल्द बाजी कर रही हे..? अगर आप पापाको छुने नही देती.. तो वोतो आपसे अैसे ही दुर होते जायेगे.. तो ज्यादा दिन अैसे कैसे रेह पाओगी.. क्युकी मेने भी सुना हे.. जीस तराह मर्द ओरके बीना नही रेह पाता.. उसी तराह अेक ओरत भी मर्दके बीना ज्यादा दिन नही रेह पाती.. इसी लीये पुछ रही हु..
रमा : (थोडी बाहोमे भीचते नीरास होते) नीलु.. तुजे बडा ज्ञान हे इन सब चीजोका..? तो सुन.. बात तो तेरी सही हे.. लेकीन अब जो सुख हम ओरते चाहती हे.. वो सुख अब तेरे पापासे नही मील रहा.. ओर जब तक तुम मेरे साथ हो मुजे ओर कीसीकी जरुरत भी नही हे.. बाकी आगे जाकर कुछ सोचेगे.. की क्या करना हे.. अभी तो हमारे पास बहुत वक्त हे..
नीलम : (सरमाते धीरेसे) मोम.. अभी आपने कहानां.. की अब आपको पापासे वो सुख नही मील रहा.. तो क्या मुजे बता सकती हे..? आपको पापासे कौनसा सुख चाहीये.. जो वो अब आपको नही दे सकते..
रमा : (सर्मसार होते धीरेसे) नीलु.. चरम सुख.. सीर्फ सेक्स करना ही काफी नही होता.. हम ओरत. चाहती हे.. की हमारे पार्टनरके साथ लंबे वक्त तक सेक्स होता रहे.. ओर इसी दौरान वो हमे कल बार चरम सुखका आनंद दे.. लेकीन अब तेरे पापा अेक बारभी मुजे संतुस्ट नही कर पाते.. बस.. उपर चडे ओर जल्दी जडकर खतम होगये.. फीर सोजाते हे.. ओर मे प्यासी रेह जाती हु.. नीलु.. खाली हाथ मत रख.. थोडा धीरेसे मसकर दबाना.. बहुत मजा आता हे..
नीलम : (सरमाते धीरेसे बुब्स दबाते) हां मोम.. माना की मे आपके साथ हु.. लेकीन मे आपको मर्दका प्यारतो नही दे सकतीनां.. सोरी मोम.. मैने तो देखा हे पापा तो आपको बहुत प्यार करते हे..
रमा : (बहुतही सर्मसार होते धीरेसे) नीलु.. पता हे मुजे.. की तुम मुजे अेक मर्दका प्यार नही दे सकती.. लेकीन हम अेक दुसरेको संतुस्त तो कर ही सकती हे.. ओर तुम जबतक अेक मर्दका प्यार महेसुस कर नही लेती.. तबतक तुजे कैसे पता होगा..? की हम मर्दसे संतुस्ट होती हेकी नही.. नीलु.. पहेले हमारी सादी नही हुइ थी.. तब मे तेरे पापासे अेक ही बार सेक्स करते दो दो बार संतुस्ट होती थी.. ओर अब तो अेक बार भी ठीकसे संतुस्ट नही कर पाते.. ओर मुजे बाथरुममे जाकर अपने आपको संतुस्ट करना पडता हे..