साली को तो पटक के दोनों ओर से...वाह माझा आ गया कोमलजी. वहा वो अपनी साली और बहन के साथ तो कोमलिया अपने दोनों जीजू के साथ लिविंग रूम मे. किचन से लिविंग रूम और लिविंग रूम से किचन साफ देखा जा सकता है. मतलब एक दूसरे के खेल को अच्छे से देख सकते है.
कोमल के तो सच मे मज़े है. छोटी साली होने का पूरा फायदा. एक साथ दो जीजू.
कमल जीजू तो थोड़े उतावले हो रहे है. साली इतनी सुन्दर है तो रुका कैसे जाए. मिलेगा मुन्ना तुम जैसे चाहते हो जितना चाहते हो वैसे मिलेगा.
वाओ साली की वार्निंग. बारी बारी नो सेंडविच. सही है. साथ खेलने को कुछ तो चाहिये.
साली ही क्या जो अपने जीजा की फरमाइसो का खयाल ना रखे.
कमल जीजू : रे साली आज तो तेरे हर छेद का भोसड़ा बना दूंगा.
कोमल : तो मना किसने किया है.
हर बार तो इन मर्दो को अपनी महतारी बड़ी याद आती आज तो कोमलिया की महतारी याद आई. जिसने कोमल को जना है. दोनों जीजू की मौसी सास. तो कोमलिया कोनसा मना कर रही है. वो तो कोमल से 4 हाथ आगे मिलेगी.
बारी बारी दोनों जीजू के खुटो से क्या खेला है. की बहेनिया रीनू की जल गई. बहन कितना भी जलो. साली छोटी तो फायदे मे ही रहेगी.
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