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फागुन के दिन चार भाग २७
मैं, गुड्डी और होटल
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मैं, गुड्डी और होटल
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बहुत बहुत आभारआपने सचमुच एक भव्य आवेशित और विस्तृत/विशाल अपडेट दिया है...
जिसमें लोग उन पलों में डूबने और उतराने लगते हैं...
शाजिया .. नादिया.. महक के साथ मिलकर गुड्डी ने मस्ती की एक नई परिभाषा गढ़ दी है...
आपकी यही विशेषता कि कुछ नया पेश करें .. बरबस हीं हमें खींच लाता है...
स्कूल में का खिलंदड़ापन ...
जवानी के इस मोड़ पर की मस्तियाँ.. ताजिंदगी याद रहती हैं...
और उन कुछ पलों को आप की प्रस्तुति हमें भूतकाल में ले जाकर गुदगुदा जाती है....
और बच्चों में इस तरह की प्रतियोगिता..(गाली देने में श्रेष्ठता) या अन्य खेल उनकी क्रिएटिविटी को दिखाते हैं...
"आओ बच्चो तुझे दिखाएं झांटे ९ बी वालियों की, इनकी बुर को तिलक करो ये बनी चुदवाने को,..."
इस तरह की पैरोडी... कुछ स्टडी डेस्क पर पुराने सीनियर्स द्वारा उकेरे गए कमेंट्स ...
अब तक मस्तिष्क के किसी कोने में छुपे हुए हैं...
एक अलग हीं मुस्कान बिखेर देते हैं...
और किसका मन नहीं करेगा... ऐसी सुनीतवा .. अनीतवा से मिलने को...
अब तो नहाए हुए आनंद बाबू को गुंजा नहवा के हीं छोड़ेगी... वो भी होली और प्यार के रंगों में...
और हाँ .. सचमुच के मनमोहन बाबू बन गए .. आनंद बाबू से...
गुंजा ने शाही लीची का स्वाद ले हीं लिया....
एक बार फिर से रंगों से सराबोर कर दिया आपने...
Thanks so muchVery romantic erotic update
Thanks for your support and appreciation.
होगा होगा बहुत कुछ होगाबहुत ही शानदार और लाजवाब अपडेट है
एक बार फिर से आनंद के मजे हो गए गुड्डी के साथ जो lip to lip किया था वो ही रीत ने कर दिया एक और कन्या के होठों का रसपान हो गया एक बार फिर से रीत को रगड़ दिया लेकिन आगे कुछ भी नही हुआ
Thanks so muchFantastic update
लगता है अब तो आनंद को घुंगरू बांध कर मुजरा करवाने वाली है
एकदम बिना रीत के साथ के मजा क्या आताबहुत ही शानदार और लाजवाब अपडेट है आखिर मुजरा करवा ही दिया साथ में रीत को भी शामिल कर लिया
असली मजा तो अंगो की होली में ही है, खास तौर से साली सलहज की होली हो फिर बिना रगड़े, दबाये मसले क्या होलीबहुत ही कामुक गरमागरम अपडेट है रंगो की होली तो खत्म हो गई अब तो अंग से अंग रगड़ने की होली शुरू हो गई है चंदा भाभी ने तो संध्या भाभी को गरम करके उसकी आग को भड़का दिया है चंदा भाभी गुड्डी के साथ मिलकर संध्या भाभी को आनंद का हथियार दिखा कर मजे ले रही है जैसे छोटे बच्चे को लॉलीपॉप दिखाकर उसको नही देते हैं वैसा ही संध्या भाभी के साथ हो रहा है उनको हथियार की सख्त जरूरत है रीत की सहेली भी आ गई है देखते हैं उसके साथ भी होली खेलते हैं या नहीं
होली का असली मजा तो जोगीड़ा ऐसे गानों में ही आता हैबहुत ही शानदार और लाजवाब अपडेट है
दुबे भाभी द्वारा गाया गया जोगीडा बहुत ही शानदार था जिसमे आनन्द की बहन को टारगेट करके गाया था रीतिका फिल्मी जोगीडा दुबे भाभी वाले से भी ज्यादा मजेदार था