धिरेन : (कातील मुस्कानसे) भाभी.. देखना वो जरुर देगी.. मेरे पास पुरा प्लान हे.. ओर मेने तो मेरे डिवोर्स पेपर भी रेडी रखे हे.. बस.. मौका मीलते ही उनसे साइन करवा लुगा..
पायल : (साडी पहेनते) देवरजी.. बडे कमीने हो आप.. कीतनी अच्छी बीवी मीली हे आपको.. मुजे लगता हे.. उनको छोडनेका कारण कुछ ओर ही हे.. आपकी मम्मीकी ननंद हेनां.. आपके भाइ केह रहे थे उनके दोस्त तो वहाके राजा हे.. वो बहुत रहीस हे.. ये उसीकी बहेन हेनां..? तो फीर क्यु छोड रहे हो..?
धिरेन : (थोडा गुसेसे) भाभी.. आपको पता नही उन कमीनोने हमारे साथ क्या कीया.. उसने मेरी मम्मीको अपने जुठे प्यारमे फसाकर फायदा उठाया.. मेरी गैर हाजरी मे रोज आकर मेरी मम्मीको ठोकते थे.. तभी मैने ठान लीया था.. की मे भी इनकी बहेनको ठोकुगा.. ओर उसे प्रेगनेन्ट करके छोड दुगा.. ताकी कमीनेको पता चले.. की कीसीकी मांको फसाकर ठोकनेमे क्या होता हे.. लेकीन कमीनीने हमारी सादीसे पहेले ही मुजे सेक्स करनेको मना करदीया.. ओर मुजे मजबुरन उनसे सादी करनी पडी..
पायल : (कपडे पहेनकर पलटते) हंम.. तो ये बात हे.. देवरजी.. बुरा मत मानीयेगा.. मे तो आपको अेक अच्छा इन्सान समजती थी.. लेकीन आपकी सोच इतनी घटीया होगी मुजे नही पता था.. पता हे मैने आपसे क्यु रीलेशन रखा..? क्युकी हम ओरतोकी अेक जरुरत होती हे.. जो मुजे मेरे पतीसे नही मीलती.. ओर मुजे तो अेक बच्चेकी चाहत हे.. सोचा मे आपसे रीलेशन रखते अपनी चाहत पुरी करुगी.. लेकीन आपतो..
धिरेन : (कपडे पहेनकर पास आते) नही भाभी.. आप मुजे गलत समज रही हे.. मे आपसे सचमें प्यार करता हु..
पायल : (थोडी दुर जाते) देवरजी.. बुरा मत मानीयेगा.. क्या आप प्यारका मतलब भी जानते हे..? प्यार तो वो होता हे.. जो अेक दुसरेके प्रती समर्पीत होते हे.. ओर अेक दुसरेके लीये त्याग भावना रखते हे.. ना ही आपकी तराह दुस्मनी नीकाले.. आप मुजसे प्यार करते हेनां..? चलो मे आपके भाइको छोड दुगी.. वैसे भी आप अपनी बीवीको डीवोर्सतो देही रहे हो.. करलो मुजसे सादी.. मे वादा करती हु जींदगी भर आपका साथ नही छोडुगी.. कहीये.. हम कब कर रहे हे सादी..?
धिरेन : (थोडा सकपकाते) अरे भाभी.. ये क्या बात हुइ..? इतनी जल्दी कैसे..? मुजे थोडा सोचनेका वक्ततो दीजीये.. ओर मे भीमाभाइको कैसे धोखा दे सकता हु..?
पायल : (अेक नजरसे देखते) क्यु.. ? अभी तो आपने कहानां..? की मे आपसे सचा प्यार करता हु..? अपने भीमा भाइकी बीवीको ठोक तो रहे हो.. तो ये धोखा नही हे..? लेकीन उनसे सादी नही कर सकते.. उनकी बीवीके साथ बीस्तर गरम करके भीमा भाइको धोखा तो दे रहे हे.. हंम..? तुम मर्द जातको मे अच्छी तराह जानती हु.. आप लोगोको सीर्फ मजे करने हे.. आप लोग ओरतोको सीर्फ मजे करनेका साधन समजते हे.. देवरजी.. आपको मेरी कसम.. सच बताओ आप देवरानीको कीसके लीये छोड रहे हे..?
धिरेन : (कंधेपे हाथ रखते) भाभी.. कसम मत दो.. मे.. मे.. मेरे दुसरे जीजुकी लडकीसे प्यार करता हु.. नीलम नाम हे उनका.. हम दोनो अेक दुसरेसे बहुत प्यार करते हे.. ओर हम दोनो आपसमे सादी करना चाहते हे..
पायल : (सामने देखते) हंम..? अब समजी.. की आप देवरानीको क्यु छोडना चाहते हो.. कीतने घटीया इन्सान हो आप.. अेक लडकीके लीये बेचारी अेक मासुम बीवीपे जुठा इल्जाम लगाते आपको सरम नही आइ..? कल अगर आपने उस लडकीसे सादी करली.. ओर उसे हम दोनोके रीस्तोके बारेमे पता चल गया.. जीनकी वजहसे वो आपको छोडके चली गइतो..? तो फीर आप क्या करोगे..?
धिरेन : (बाहोमे भरते) नही भाभी.. इनको हमारे रीस्तेके बारेमे कभी पता नही चलेगा.. क्युकी उनको मे सहेरमे मेरे दुसरे घरपे ही रखुगा.. ओर यहा तो आप हे ही.. हें..हें..हें..
पायल : (दुर हटते) हंम.. दुर रहो मुजसे.. मतलब यहा आप मुजे अपनी रखेलकी तराह रखना चाहते हे.. की जब चाहा आप यहा आकर मुजे ठोक सके.. देवरजी.. मे कोइ रंडी नही हु.. जीसे जब चाहा यहा आकर भोग लीया.. मेरा आपके साथ रीलेशन रखनेका कुछ ओर ही कारण था.. ताकी मुजे लोगोके बांजके ताने सुनना ना पडे लेकीन आजसे हम दोनोका रीस्ता खतम.. आजके बाद मुजे फोन भी मत करना..
धिरेन : (बाहोमे भरते) भाभी.. मत कीजीये अैसी बाते.. मे सचमे आपसे प्यार करता हु.. अगर आप कहोगी तो हमारा बच्चा भी होगा.. मे आपको कभी नही छोडुगा.. आइ प्रोमीस..
पायल : (धका मारते दुर जाते) मत छुओ मुजे.. मुजे अफसोस हेकी मेने आपके साथ रीलेशन रखा.. अरे वो मेरी देवरानी तो बेचारी कुछ जानती भी नही हे.. वो कीतना प्यार करती हे आपसे.. ओर आपकोतो पता हेनां आपकी मम्मी अेक विधवा थी.. जो इतने बरसो तक अपनी इच्छाओको दबाये रखी थी..
अगर इनको कीसी मर्दसे थोडासा प्यार मील भी गया तो क्या बुराइ हे..? क्या उसने आपकी मम्मीको रंडीकी तराह इस्तमाल कीया..? नहीनां..? अरे उन दोनोका प्यार तो सचा था.. जो उसने आपकी मम्मीसे सादी भी करली.. ओर आज वो अेक सुहागनकी जींदगी गुजार रही हे.. कभी वहा जाकर देखना वो कीतनी खुस हे..
धिरेन : (पास आते) भाभी.. प्लीज..
पायल : (थोडा गुस्सेसे) मत छुओ मुजे.. मुजसे दुर रहो.. मे कोइ रंडी नही हु.. जो आप समज रहे हे.. आजके बाद हम दोनोका रीलेशन खतम.. मुजे कभी कोल भी मत करना.. मुजे तो आपकी बीवीपे तरस आ रही हे.. जीनका तुम जैसे घटीया इन्सानसे पाला पडा हे.. जा रही हु में..
कहेते पायल गुस्सा करते बहार जाने लगी.. तो पुनम दोनोकी बाते सुनकर सोक्ट होगइ.. ओर वो दोडकर आगेकी ओर आते दरवाजा खटखटाने जा ही रही थी तभी पायलने दरवाजा खोल दीया.. तो सामने पुनमको देखकर चोंक गइ.. ओर थोडा गभराने लगी.. तभी पुनम उनका हाथ पकडकर वापस अंदर ले गइ.. ओर पीछे दया भी अंदर आगइ.. तब पायल सीर्फ डरते पुनमकी ओर ही देख रही थी.. तभी..